जब शोषण के खिलाफ किसानों ने छेड़ा विद्राेह
1874-75 में दक्कन में मारवाड़ी और गुजराती साहूकारों के खिलाफ ग्रामीणों ने सामाजिक बहिष्कार और हिंसा का रास्ता अपनाया
2020: नौ महीने में 50 बार प्रदर्शन कर चुके हैं किसान
इस बार किसान सरकार द्वारा पारित तीन कृषि विधेयकों से नाराज है, लेकिन सरकार से नाराजगी का सिलसिला काफी पहले से जारी है
कृषि शिक्षा लेने के बाद खेती नहीं कर रहे हैं युवा
देश में कृषि और कृषि शिक्षा की व्यापक पड़ताल करती रिपोर्ट्स की सीरीज में प्रस्तुत है छत्तीसगढ़ के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ...
देर से ही आएगा मानसून, बुआई में भी देरी तय
छह जून को मानसून के आने की संभावना है। अगले 48 घंटों के बाद ही मानसून के आने की तय तारीख का ऐलान होगा।
दशक पर एक नजर: कृषि संकट के लिए किया जाएगा याद
नई सदी के दूसरे दशक के दौरान हुए महत्वपूर्ण घटनाओं की एक श्रृखंला: पहली कड़ी में पढ़ें, कृषि संकट के लिए क्यों याद किया ...
गंभीर कृषि संकट से जूझ रहा है हरित क्रांति का गढ़ जौन्ती गांव
एमएस स्वामीनाथन ने इस गांव को हरित क्रांति के बीज तैयार करने के लिए चुना था। तब देश के कौने-कौने से लोग बीज खरीदने ...
चूल्हे के साथ खेतों और ट्रैक्टर पर भी हक दो
खेतों में हाड़तोड़ मेहनत करने के बाद भी महिलाओं को मर्दों से कम पैसे मिलते हैं। वहीं वे जो थोड़ा-बहुत उगा लेती हैं तो ...
एसओई इन फिगर्स 2022: खेती से विमुख होते लोग
साल 2012-13 से 2018-19 के बीच ग्रामीण भारत में कृषि परिवारों की हिस्सेदारी लगभग चार प्रतिशत घटी है।
ले मशालें चल पड़े हैं
हजारों किसानों के मार्च से घबराकर महाराष्ट्र सरकार ने आननफानन में मानी मांगें। अब पूरा करने की चुनौती।
पहला पेशा, अंतिम मौका
करीब 120 वर्षों से कृषि शिक्षा के जरिए भारत की खेती-किसानी को समृद्ध और किसानों को खुशहाल बनाने का दावा किया जा रहा है। ...
भावांतर से भरा मन
अधिकांश किसानों का कहना है कि रबी के सीजन में वे योजना के लिए पंजीकरण नहीं कराएंगे। आखिर योजना से इस मोहभंग की वजह ...
एसओई 2021: भारतीय किसान क्यों कर रहे हैं आत्महत्या?
स्टेट ऑफ इंडिया'ज एनवायरमेंट 2021 के मुताबिक, 2019 में 10,200 से ज्यादा किसानों और खेतिहर मजदूरों ने अपनी जान ले ली
मध्य प्रदेश में समर्थन मूल्य से नीचे बिक रही है मूंग, सरकारी खरीद का इंतजार
मध्य प्रदेश में सरकारी खरीद शुरू न होने के कारण किसान मूंग की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम कीमत पर बेचने को मजबूर ...
क्या दम तोड़ रही है प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना?
मौसम की वजह से लगातार खराब हो रही फसल की वजह से नुकसान झेल रही बीमा कंपनियां प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से अपने नाम ...
भारत में दलहन नीति की आवश्यकता
दालों के उत्पादन व भंडारण में सहकारिता माॅडल को विकसित करने पर जोर दे रहे हैं हर्ष मणि सिंह
लहसुन फेंकने पर क्यों मजबूर हो रहे मध्य प्रदेश के किसान
मध्य प्रदेश के किसान लहसुन की फसल बेचने की बजाय नदियों में बहा रहे हैं या जला रहे हैं। क्या है इसकी वजह -
क्या किसानों की अगली पीढ़ी करेगी खेती?
देश में प्रतिदिन 2,000 किसान खेती छोड़ रहे हैं, कृषि परिवारों के युवाओं का भी इस प्राथमिक व्यवसाय से मोहभंग हो गया है। इसे ...