चारा संकट की जड़ें, भाग एक: हरित क्रांति के समय से शुरू हो गई थी समस्या
हरित क्रांति के समय से चारे की उपेक्षा हो रही है। चारा फसलों का घटता क्षेत्र और उच्च उत्पादन वाली बौनी किस्मों ने इस ...
संसद में आज: 2022-23 में लम्पी त्वचा रोग के कारण 1,84,447 मवेशियों की मौत हुई
सरकार ने 19,744 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को मंजूरी दी
मूंगफली का होगा एक्सरे, इक्रीसेट ने विकसित की नई तकनीक
यह पहला मौका है जब देश में मूंगफली की व्यावसायिक गुणवत्ता और लक्षणों को मापने के लिए एक्स-रे रेडियोग्राफी तकनीक का सफलता पूर्वक इस्तेमाल ...
फसल उत्पादन बढ़ाने और जलवायु परिवर्तन के अनुरूप ढलने के लिए मिट्टी की गुणवत्ता अहम: अध्ययन
मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार से फसल उत्पादन में जलवायु परिवर्तन के चलते होने वाली कमी को 20 फीसदी तक कम किया जा सकता ...
भारत में आधे से अधिक फसलों की किस्मों पर मंडराया विलुप्त होने का खतरा: अध्ययन
अध्ययन में पता चला है कि भारत के मध्य और पश्चिमी क्षेत्रों में उगाई जाने वाली किस्मों में एक महत्वपूर्ण विविधता पाई जाती है, ...
मृदा प्रदूषण की वजह से खतरे में हैं स्वास्थ्य, खाद्यान्न उत्पादन और पर्यावरण: रिपोर्ट
मिट्टी पर बढ़ते दबाव के लिए लिए अनियंत्रित तरीके से बढ़ रही औद्योगिक गतिविधियां, कृषि, खनन और शहरी प्रदूषण मुख्य रूप से जिम्मेवार हैं
मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करते हैं सूक्ष्म जीव
प्रति ग्राम मिट्टी में सूक्ष्म जीवों की लगभग 40 से 50 हजार प्रजातियां होती हैं। कुछ सूक्ष्म जीव मिट्टी में सुधार कर सकते हैं, ...
रबी सीजन: सात लाख हेक्टेयर में अब तक नहीं बोई गई दालें, उत्पादन पर दिखेगा असर
पिछले सीजन की तुलना में चालू सीजन का बुआई रकबा 251,000 हेक्टेयर कम है
बिहार: सिंचाई के साधन न होने से खेती छोड़ रहे किसान, पलायन को मजबूर हुए युवा
बिहार के गया जिले के एक गांव के किसानों का कहना है कि साल दर साल बारिश कम होती जा रही है और भूजल ...
पराली समस्या पर सरकारी प्रयास अव्यावहारिक, क्या है पर्यावरण हितैषी स्थायी समाधान?
किसान मजबूरी में पराली जलाते हैं, इसलिए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने से इसका समाधान नहीं निकलेगा
संसद में आज: भूमिहीन किसानों की संख्या कितनी, सरकार को नहीं मालूम
भारत में 2030 तक स्तन कैंसर के मामलों की संख्या बढ़कर 2,62,656 होने के आसार
मध्य प्रदेश: लहसुन क्यों सस्ता बेचने को मजबूर हैं किसान?
मध्य प्रदेश में लहसुन लगाने वाले किसानों को भारी नुकसान हुआ है
संसद में आज: सिक्किम में 65,973 किसान कर रहे हैं जैविक खेती
10,000 से अधिक किसानों के खेतों में 574 धान की देशी किस्मों का परीक्षण किया गया है।
अनाज उत्पादन में 6.5 फीसदी का योगदान करते हैं केंचुए
अध्ययन के मुताबिक, केंचुए सालाना 14 करोड़ मीट्रिक टन भोजन का उत्पादन कर सकते हैं, मोटे तौर पर जो विश्व के चौथे सबसे बड़े ...
खरीफ सीजन 2023: बुआई में सुधार के बावजूद 2021 के मुकाबले 21 लाख हेक्टेयर घटा रकबा
अगस्त माह के पहले सप्ताह तक खरीफ की फसलों का रकबा पिछले साल के बराबर तक पहुंच गया है, लेकिन 2021 के मुकाबले अभी ...
हर साल खेतों से जमीन में रिस रहा 70,000 टन कीटनाशक, नदियां भी नहीं हैं अछूती
हर साल खेतों में करीब 30 लाख टन कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है। इसमें से करीब 70,000 टन कीटनाशक जमीन के अंदर रिसकर ...
कृषि में घट रही महिलाओं की भागीदारी, कमाई में भी पुरुषों से पीछे, मजदूरी में है 18.4 फीसदी का अंतर
एफएओ के मुताबिक इस खाई को भरने से न केवल वैश्विक अर्थव्यवस्था को 81.6 लाख करोड़ रूपए का फायदा होगा। साथ ही इसकी मदद ...
भारत में कमजोर माने जाने वाली जनजातियों के बेहतर जीवन के लिए अहम है 'घर में बगीचा': शोध
शोध ने ओडिशा में आदिवासी समुदायों के लगभग 1,900 परिवारों को देखा और पाया कि घरेलू उद्यान ग्रामीण कृषक समुदायों में खाद्य सुरक्षा, आहार ...
विश्व कपास दिवस 2022: कपास के वैश्विक महत्व को पहचानने का अवसर
भारत विश्व स्तर पर सबसे बड़े कपास उत्पादकों में से एक है, यह नवीन लघु-स्तरीय प्रौद्योगिकी ग्रामीण समुदायों के लिए आजीविका के नए अवसर ...
मोटे अनाज की सरकारी खरीद का लक्ष्य क्यों बढ़ाना चाहती है सरकार?
क्या गेहूं-धान के उत्पादन में कमी की वजह से सरकार मोटे अनाज की सरकारी खरीद को बढ़ाना चाहती है
संसद में आज (25 मार्च 2022): काला नमक चावल को बढ़ावा देने के लिए 12 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी
ऑपरेशन ग्रीन्स योजना के दीर्घकालिक उपायों के तहत सहायता के लिए 22 खराब होने वाली फसलों की पहचान की गई है।
फसलों में रोग बढ़ा रही हैं कुछ पक्षियों की प्रजातियां, खाद्य सुरक्षा पर बढ़ सकता है संकट
इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने जंगली पक्षी के मल के 11,000 से अधिक बैक्टीरिया परीक्षण किए और 8 प्रतिशत नमूनों में कैम्पिलोबैक्टर नामक रोग ...
अतिवृष्टि से खराब हुई बाजरे की फसल, न्यूनतम समर्थन मूल्य से आधी मिल रही है कीमत
सितंबर-अक्टूबर में हुई बेमौसमी भारी बारिश के कारण बाजरे की फसल को खासा नुकसान पहुंचा, जिसका फायदा प्राइवेट व्यापारी उठा रहे हैं
बेमौसमी भारी बारिश से मध्यप्रदेश में खड़ी फसल को भारी नुकसान
17 अक्टूबर 2021 की शाम से मध्य प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश का सिलसिला शुरू हुआ, जो लगातार जारी है
दुनिया की 64 प्रतिशत कृषि भूमि पर मंडरा रहा है कीटनाशक प्रदूषण का खतरा
एक अध्ययन के मुताबिक, कीटनाशक प्रदूषण के कारण भारत सहित एशिया में लगभग 49 लाख वर्ग किलोमीटर कृषि भूमि खतरे में है