भारत में खाद्य फसलों के साथ फूलों की खेती से बढ़ सकता है परागण, पैदावार और गुणवत्ता दोनों में होगा सुधार
रिसर्च से पता चला है कि खाद्य फसलों के साथ की गई फूलों की खेती से न केवल परागण करने वाले जीवों को फायदा ...
भारत में मिट्टी की गुणवत्ता और मानव स्वास्थ्य पर रासायनिक खेती के प्रभाव
सिंथेटिक उर्वरकों की शुरूआत से तेजी से विकास हुआ, लेकिन उनके अत्यधिक उपयोग से कई समस्याएं पैदा हुईं
धूल पर सवार हो दूर तक पहुंच सकते है पौधों को लगने वाले रोग, किसान रहें सचेत
रिसर्च के मुताबिक यह रोगजनक महाद्वीपों को पार कर लम्बी यात्रा के बाद भी जीवित रह सकते हैं। इससे वे दूर-दराज के क्षेत्रों में ...
अमेरिका से आने वाले सेब पर आयात शुल्क में कटौती, हिमाचल-कश्मीर के बागवान नाराज
चार साल पहले सरकार ने कस्टम ड्यूटी बढ़ा दी थी, जिसके बाद विदेशी सेब की आवक कम हो गई थी और देशी सेब की ...
गेहूं के बजाय केले, दाल और मक्के की खेती का रुख कर रहे हैं पश्चिम बंगाल के किसान
पिछले दशक में मक्के की खेती का क्षेत्रफल आठ गुना और दालों की खेती का क्षेत्रफल तीन गुना बढ़ गया है
मवेशियों की बढ़ती समस्या पर उच्च न्यायालय ने गुजरात सरकार को लगाई फटकार
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
खेती-बाड़ी को किस दिशा ले जाएगी घटते खेतों की प्रवृत्ति?
खेती-किसानी की दुनिया ऐतिहासिक बदलाव से गुजर रही है। खेतों की संख्या तेजी से कम हो रही है जबकि उसका आकार बढ़ रहा है। ...
झारखंड में प्राकृतिक खेती की दस बड़ी चुनौतियां और उनके समाधान
प्राकृतिक खेती की मदद से खेतों से होते उत्सर्जन को कम किया जा सकता है साथ ही इसकी मदद से बेहतर ऊर्जा दक्षता हासिल ...
कितनी सफल रहेगी पंजाब में गेहूं-धान से किसानों का मोहभंग करने की कोशिश?
पंजाब सरकार ने धान के प्रति किसानों का मोह भंग करने के लिए एक कमेटी बनाई है, इस पर विशेषज्ञ व किसान क्या कहते ...
मध्य प्रदेश में कपास के बीज के लिए लग रही किसानों की लाइन?
बेहतर उपज देने वाली दो किस्मों के बीज की मांग ज्यादा है, जबकि गर्मी के कारण कपास का उत्पादन कम हुआ है
नैनो यूूरिया के इस्तेमाल के बाद घट गया उत्पादन और प्रोटीन, पंजाब कृषि विश्वविद्यालय ने किया खुलासा
शोधकर्ताओं ने पाया कि नैनो यूरिया के उपयोग से गेहूं की पैदावार में 21.6 प्रतिशत और चावल की पैदावार में 13 प्रतिशत की कमी ...
अंतत: खेती से मुनाफाखोरी का ककहरा
खाद्य व्यापार से मुनाफा किसान नहीं, बल्कि बड़ी-बड़ी कंपनियां पीट रही हैं
भारतीय खाद्य सुरक्षा के लिए क्यों चिंताजनक है गेहूं की पैदावार में ठहराव?
सरकार के रिकार्ड तोड़ उत्पादन के दावों के विपरीत गेहूं के उत्पादन और उत्पादकता में ठहराव आ रहा है
पूर्वोत्तर भारत के चावल में मिले ऐसे एंटीऑक्सीडेंट, जो डायबिटीज को रोकने में है अहम
आईएएसएसटी की जांच में चावल में दो अनसैचुरेटेड फैटी एसिड, लिनोलिक एसिड (ओमेगा -6) और लिनोलेनिक (ओमेगा -3) एसिड की उपस्थिति देखी गई, जो ...
खाद सब्सिडी कम करे सरकार, एलपीजी सिलेंडरों की तरह खाद के बोरों की संख्या सीमित करने की सलाह
कृषि लागत और मूल्य आयोग ने सरकार से सिफारिश की है कि यूरिया को पोषक तत्व आधारित सब्सिडी (एनबीएस) व्यवस्था में शामिल किया जाए
अलविदा 2023: खेती-किसानी के लिए एक और चुनौतीपूर्ण साल बीता
साल 2023 में किसानों में मौसम की मार झेली तो कभी सरकारी फैसलों से मुसीबत और कभी कीट-पतंगों की वजह से नुकसान
असम में कीटों के हमले से 28 हजार हेक्टेयर में धान की फसल चौपट, गर्मी से और बढ़ेगा खतरा
असम के 15 जिलों में 28,000 हेक्टेयर धान की फसल फॉल आर्मीवर्मके कारण नष्ट हो चुकी है
मध्यप्रदेश: रबी की गेहूं, चना, मटर और मसूर जैसी फसलों को ओला, पाला और ठंड ने पहुंचाया नुकसान
सरकार ने माना, प्राथमिक सर्वे में 34 तहसीलों के 3 हजार से अधिक किसानों की फसलों को नुकसान हुआ
कपास पर शाप: गुलाबी सुंडी के कारण आत्महत्या के कगार पर पहुंचे किसान, बीटी कपास को भी भारी नुकसान
भाग 1: डीटीई ग्राउंड रिपोर्ट से पता चला है कि उत्तर भारत में कीटों के चलते बार-बार होने वाले नुकसान से किसानों की परेशानियां ...
क्यों धान-गेहूं के चक्र से बाहर नहीं निकल पा रहे पंजाब और हरियाणा?
पंजाब व हरियाणा की सरकारें काफी प्रयास कर रही हैं कि किसान धान-गेहूं की फसल लगाना छोड़ दें, लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा ...
हर साल 10,556 मीट्रिक टन फास्फोरस हो रहा है बर्बाद, पानी के प्रदूषित होने के भी आसार
दुनिया भर में लगभग तीन-चौथाई खेती की मिट्टी में फास्फोरस की कमी है, भारत जैसे एशियाई देशों में फास्फोरस की कमी सबसे गंभीर है।
डाउन टू अर्थ विशेष: विदेशी व संकर नस्ल की गायों पर क्यों भारी पड़ रही हैं देशी गाय?
पशुपालक अब विदेशी व संकर नस्ल की गायों की बजाय देशी गायों को पाल रहे हैं
खाद्य प्रणालियां और कॉप-28: क्या पक्षकारों के बीच स्थाई दृष्टिकोण पर बन पाएगी आम सहमति?
कॉप-28 ने खाद्य प्रणालियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए एक विशिष्ट दिन निर्धारित करके एक मिसाल कायम की है
चारा संकट की जड़ें, भाग दो: पशुओं की आबादी बढ़ी, लेकिन चारागाहों में आई कमी
आजादी के बाद से देश में कुल दर्ज चारागाह भूमि में 30 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है
खाद्य सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन का समाधान हैं मोटे अनाज
ग्लूटेन मुक्त होने के अलावा, मिलेट्स आयरन, कैल्शियम और जिंक से भरपूर होते हैं