संसद में आज: देश भर में जैविक खेती के तहत 40.99 लाख किसान पंजीकृत है
देश में 15 से 49 वर्ष की सभी महिलाओं में एनीमिया की व्यापकता 57 फीसदी है
मध्य प्रदेश: अगस्त में सूखे से और सितंबर में बारिश से फसलें बर्बाद
मध्य प्रदेश के कई जिलों में 3 सितंबर 2023 तक सूखे जैसे हालात थे, लेकिन उसके बाद हुई भारी बारिश ने हालात ही बदल ...
एफएओ ने जारी किया नया एक्शन प्लान, कृषि से जुड़ी जलवायु रणनीति करेगा तैयार
कार्य योजना को एफएओ ने अपनी महत्वाकांक्षी रणनीति के समर्थन के लिए जारी किया है, जिसे कृषि क्षेत्र में जलवायु से जुड़ी चुनौतियों से ...
एसओई इन फिगर्स 2023: कृषि क्षेत्र में मध्य प्रदेश अव्वल, पंजाब नौंवे और हरियाणा 16वें स्थान पर
रैंकिंग में अव्वल मध्य प्रदेश ने कृषि के शुद्ध मूल्य में उच्चतम वृद्धि दर्ज की है। साथ ही खाद्यान्न उत्पादन में काफी वृद्धि की ...
चारा संकट की जड़ें, भाग एक: हरित क्रांति के समय से शुरू हो गई थी समस्या
हरित क्रांति के समय से चारे की उपेक्षा हो रही है। चारा फसलों का घटता क्षेत्र और उच्च उत्पादन वाली बौनी किस्मों ने इस ...
रबी सीजन: सात लाख हेक्टेयर में अब तक नहीं बोई गई दालें, उत्पादन पर दिखेगा असर
पिछले सीजन की तुलना में चालू सीजन का बुआई रकबा 251,000 हेक्टेयर कम है
बिहार: सिंचाई के साधन न होने से खेती छोड़ रहे किसान, पलायन को मजबूर हुए युवा
बिहार के गया जिले के एक गांव के किसानों का कहना है कि साल दर साल बारिश कम होती जा रही है और भूजल ...
पराली समस्या पर सरकारी प्रयास अव्यावहारिक, क्या है पर्यावरण हितैषी स्थायी समाधान?
किसान मजबूरी में पराली जलाते हैं, इसलिए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने से इसका समाधान नहीं निकलेगा
अनाज उत्पादन में 6.5 फीसदी का योगदान करते हैं केंचुए
अध्ययन के मुताबिक, केंचुए सालाना 14 करोड़ मीट्रिक टन भोजन का उत्पादन कर सकते हैं, मोटे तौर पर जो विश्व के चौथे सबसे बड़े ...
खरीफ सीजन 2023: बुआई में सुधार के बावजूद 2021 के मुकाबले 21 लाख हेक्टेयर घटा रकबा
अगस्त माह के पहले सप्ताह तक खरीफ की फसलों का रकबा पिछले साल के बराबर तक पहुंच गया है, लेकिन 2021 के मुकाबले अभी ...
हर साल खेतों से जमीन में रिस रहा 70,000 टन कीटनाशक, नदियां भी नहीं हैं अछूती
हर साल खेतों में करीब 30 लाख टन कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है। इसमें से करीब 70,000 टन कीटनाशक जमीन के अंदर रिसकर ...
डाउन टू अर्थ खास: कितनी सफल रही महाराष्ट्र की जलवायु अनुकूलन खेती?
महाराष्ट्र की जलवायु-अनुकूल कृषि परियोजना के तहत अधिकांश धनराशि राज्य के कुछ खास जिलों और कार्यों पर ही खर्च की गई है
डाउन टू अर्थ पड़ताल: छला महसूस कर रहे हैं बीटी कपास अपनाने वाले किसान
गुलाबी सुंडी के हमलों ने बीटी कॉटन की क्षमता पर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि दावा किया गया था कि इस पर कीटों ...
गर्मी व बाढ़ के कारण महिला किसानों की आमदनी को ज्यादा होता है नुकसान: एफएओ रिपोर्ट
अनजस्ट क्लाइमेट रिपोर्ट से पता चला है कि महिला प्रधान परिवारों को गर्मी के कारण 83 डॉलर और बाढ़ के कारण 35 डॉलर प्रति ...
भारत ने डब्ल्यूटीओ वार्ता में की पब्लिक स्टॉकहोल्डिंग के स्थाई समाधान को अंतिम रूप देने की पुरजोर वकालत
पब्लिक स्टॉक होल्डिंग के तहत ही सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों से गेहूं-चावल जैसी फसलें खरीदती है और फिर इस अनाज को कमजोर ...
खाली पड़े हैं 10.1 करोड़ हेक्टेयर में फैले खेत, करोड़ों लोगों का पेट भर सकता है उचित प्रबंधन
इस छोड़ी गई कृषि भूमि में से 6.1 करोड़ हेक्टेयर पर दोबारा खेती की जा सकती है, जो हर साल 363 पेटा- कैलोरीज के ...
खेती-किसानी का साप्ताहिक लेखा: प्याज का निर्यात खुला, गेहूं की खरीद हुई कम
मई 2024 के पहले सप्ताह के दौरान खेती-किसानी को लेकर हुई ऐसी घटनाएं, जो चर्चाओं में रहीं
भारत में मवेशियों में लम्पी त्वचा रोग के पीछे वायरस के कई वेरिएंट: अध्ययन
शोध के मुताबिक, मवेशियों में उन क्षेत्रों में अधिक गंभीर लक्षण विकसित हुए जहां अत्यधिक विविध नस्लें थी। इससे पता चलता है कि आनुवंशिक ...
साल 2021 में 16 लाख एकड़ घास के मैदान नष्ट हो गए: डब्ल्यूडब्ल्यूएफ
रिपोर्ट के मुताबिक, 2012 के बाद से कुल 3.2 करोड़ एकड़ घास के मैदान, 50,000 वर्ग मील को जोत दिया गया है।
साल 2050 तक किस तरह बदलेगी कृषि भूमि, शोधकर्ताओं ने एआई की मदद से लगाया पता
शोध के मुताबिक, अगले 25 वर्षों में कृषि योग्य भूमि की मात्रा बढ़ जाएगी, लेकिन यह उत्तर की ओर स्थानांतरित हो जाएगी
92 लाख करोड़ रुपए है भारत में कृषि खाद्य प्रणालियों की छुपी लागत, दुनिया में है तीसरी सबसे अधिक: एफएओ
एफएओ ने अपनी नई रिपोर्ट में खाद्य उत्पादों की स्वास्थ्य और पर्यावरण संबंधी वास्तविक लागतों का खुलासा किया गया है। वैश्विक स्तर पर खाद्य ...
कैसे उत्सर्जन मुक्त हो सकती है खेती-किसानी, वैज्ञानिकों ने तैयार किया खाका
कृषि जो न केवल बढ़ते उत्सर्जन के लिए जिम्मेवार है, साथ ही जलवायु परिवर्तन का दंश झेलने वालों में भी अग्रिम पंक्ति में है
कपास पर शाप: कैसे बीटी कपास के लिए सबसे बड़ा खतरा बन गई गुलाबी सुंडी
किसानों का कहना है कि अब यह कीट अमेरिकन सुंडी से भी बड़ी समस्या बन गया है
बिहार: ठंड व कोहरे से खराब हुई फसलें, लेकिन गेहूं को फायदे की उम्मीद
ठंड और कोहरे की वजह से गोपालगंज, सारण, रोहतास, सीवान, कैमूर, बक्सर और भोजपुर में भारी नुकसान की सूचना है
कवर फसलों के उपयोग से दुनिया भर में फसल की उपज में 2.6 फीसदी की वृद्धि हुई : शोध
शोध के मुताबिक, कवर फसलें मिट्टी के कटाव को नियंत्रित करती हैं, मिट्टी की नमी बढ़ाती हैं, मिट्टी की संरचना में सुधार करती हैं ...