"अगर सरकार गंभीर हो तो सामूहिक खेती भारतीय कृषि को बदल सकती है"
डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स एंड एनवॉयरमेंट, यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर में प्रोफेसर बीना अग्रवाल का कहना है कि सामूहिक खेती छोटे किसानों की उत्पादन समस्याओं को हल ...
जीएम सरसों को मंजूरी देने की सिफारिश, केंद्र करेगा फैसला
जीएम सरसों का विरोध कर रहे विशेषज्ञों का कहना है कि जैव सुरक्षा तंत्र की अनदेखी करके जीईएसी द्वारा सिफारिश की गई है
छुट्टा मवेशियों से तंग आकर मध्य प्रदेश में खेती छोड़ रहे हैं किसान
मध्य प्रदेश के आधा दर्जन से अधिक जिलों के ग्रामीण इलाकों में छुट्टा जानवरों से परेशान किसान तेजी से अपने खेतों में फसलें ही ...
पराली का अर्थशास्त्र
बिजली उत्पादन में कोयले के विकल्प के रूप में पराली का उपयोग किया जा सकता है लेकिन किसान इसके लाभकारी मूल्य से वंचित हैं
क्या जादुई चावल के बारे में जानते हैं आप?
पांच दशक पहले धान की एक किस्म विकसित की गई, जिसने भारत सहित कई देशों की भुखमरी दूर कर दी
जरूरत से तीन गुना ज्यादा है देश में अनाज का उत्पादन
डाउन टू अर्थ ने कृषि व कृषि शिक्षा की दशा पर देशव्यापी पड़ताल की। प्रस्तुत है, इस सीरीज की दूसरी कड़ी में सेंटर फॉर ...
वैज्ञानिकों ने जानवरों की इन बीमारियों का कारण खोजा
भारतीय वैज्ञानिकों ने पशुओं में होने वाले खुरपका व मुंहपका रोग के विषाणु के फैलने के लिए जिम्मेदार आनुवांशिक और पारिस्थितिकी कारकों का पता ...
विटामिन-ए का भंडार है पूर्वोत्तर का खीरा
नारंगी-गूदे वाले खीरे की किस्में कैरोटीनॉयड सामग्री (प्रो-विटामिन-ए) के मामले में चार से पांच गुना अधिक समृद्ध होती हैं
अब आएगा बौनी कतरनी चावल, किसान हर जगह करेंगे खेती
सरकार के प्रयास से अब जीआई टैग होने के कारण इसकी खेती की पहचान करने में आसानी हो रही है।
मौसमी बदलाव से 25 से 40 फीसदी तक गिरा बिहार में शहद का उत्पादन
सरसों के मौसम में हर साल जिन शहद के बक्सों में 10 किलो तक शहद मिलता था, वह अब दो से छह किलो तक ...
क्यों जरूरी है खेतों तक बिजली पहुंचना?
पिछले कुछ सालों में बिजली की खपत का गलत अनुमान और अलक्षित सोच के चलते पावर सेक्टर की दशा खराब हुई है
अब मिनटों में होगी जहरीले मशरूम की पहचान
नए परीक्षण में एमनिटिन की पहचान लगभग 10 मिनट में एक चावल के दाने के आकार के एक मशरूम के नमूने से या किसी ...
उत्तराखंड के हर्षिल सेब को लगी बीमारी, 80 प्रतिशत सेब खराब
राज्य सरकार किसानों का दर्द समझने की बजाय आयोजित कर रही सेब महोत्सव राज्य की सबसे बड़ी सेब पट्टी हर्षिल में किसानों के बगीचे ...
आपका नहीं है टमाटर, कभी स्पेन से आया था भारत
जब यह टमाटर मैक्सिको की जमीन से उठकर योरोप लाया गया, तब वहां के लोग इसके अद्भुत रंग रूप और स्वाद से हतप्रभ रह ...
पूरे मध्य प्रदेश में फैला कृषि छात्रों का आंदोलन
निजी कालेजों के आने के बाद आने वाले दिनों में रोजगार का संकट बढ़ने से सरकारी कृषि विश्वविद्यालय के छात्र चिंतित हैं
खेती किसानी छोड़ रहा है ग्रामीण भारत, आजीविका के लिए कहां जाएं किसान
ग्रामीण भारत अब कृषि पर निर्भरता कम करता जा रहा है, लेकिन क्या गैर कृषि क्षेत्र में उसके लिए संभावनाएं हैं
लवणीय भूमि में भी हो सकेगी कद्दू की अच्छी पैदावार
भारतीय कृषि वैज्ञानिकों को कद्दू की अधिक उपज देने वाले संकर पौधे विकसित करने में सफलता मिली है
“संसद में उठेगा जीएम का मुद्दा”
समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुखराम सिंह यादव ने कहा, सरकार को ऐसा करने वाली कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
संरक्षित खेती से बचेगा पर्यावरण
संरक्षण कृषि वह पद्धति है जिसमें कृषिगत लागत को कम रखते हुए अत्यधिक लाभ व टिकाऊ उत्पादकता लाई जा सकती है।
दलित बच्चों पर कहर बन रहा है फूलों की खेती का जहर : रिपोर्ट में खुलासा
भोपाल गैस त्रासदी को याद करते हुए जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि स्कूल का खर्च निकालने के लिए फूल के खेतों में ...
पंजाब के तीन जिलों में टिड्डियों से खतरा, सरकार जागी
पंजाब के फाजिल्का के खुइयां सरवर ब्लॉक के वेयरका और रूपनगर गांवों में टिड्डियों के झुंड देखे गए
खेतों में डाला रसायन तो होगी जेल, उत्तराखंड सरकार का फैसला
परम्परागत कृषि विकास योजना के तहत मौजूदा समय में 2 लाख एकड़ जमीन में जैविक खेती की जा रही है। इसके तहत 10 ब्लाकों को ...
भारत में क्यों कम हो रहे हैं गधे, कहीं यह वजह तो नहीं?
हाल ही में जारी पशुओं की गणना में भारत में गधों की संख्या में 61 फीसदी की कमी पाई गई है, जो कई सवाल ...
मोटे अनाज से दूर भाग रहा किसान, आधी रह गई बुआई
मोटे अनाज की बुआई के लक्ष्य अब तक आधा ही हासिल किया जा सका है। किसान अलग-अलग कारणों से इससे दूर हो रहा है
सियासत में पिसता गन्ना 3 : निजी चीनी मिलें राजनीतिक दलों से खुद काे जोड़ लेती हैं
भारतीय किसान यूनियन के नेता युद्धवीर सिंह ने उत्तर प्रदेश में गन्ने की राजनीति पर डाउन टू अर्थ से बातचीत की