पहली बार दिल्ली पहुंचा टिड्डी दल, आगे भी है खतरा
केंद्रीय टिड्डी चेतावनी संगठन के मुताबिक, एक बार टिड्डियों का दल जहां पहुंच जाता है तो वहां दोबारा पहुंचने की संभावना अधिक होती है
तीन तरफ से समुद्र से घिरे भारत में आया टिड्डी दल, क्या हवा है इसकी दोषी?
गर्मी में हुई बारिश के फुहारों ने टिड्डों का काम आसान कर दिया और उन्होंने एक बड़े समूह का रूप ले लिया। संख्या बढ़ने ...
क्या जरूरतमंदों तक पहुंच पाएगा बिहार में चुनावी साल में बंटने वाला फसल क्षति मुआवजा?
मार्च के दौरान भारी बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को काफी नुकसान हुआ है। सरकार का दावा है कि किसानों को इसका मुआवजा दिया ...
बेमौसमी भारी बारिश और ओलों से किसान हुए हलकान
बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड में भी दो तीन से हो रही भारी बारिश से फसलों को बड़ा नुकसान पहुंचा है
अनिल अग्रवाल डायलॉग 2020: किसान की आमदनी पशुपालन से हो सकती है दोगुनी
अनिल अग्रवाल डायलॉग 2020 में अमूल के प्रबंध निदेशक आरएस सोढ़ी ने दुग्ध उत्पादन और जीविकोपार्जन के बारे में विस्तृत जानकारी दी
अदल-बदल कर लगाएं फसल तो कीड़े नहीं कर पाएंगे नुकसान
नए मॉडल से पता चला है कि किस तरह मौसम दर मौसम फसलों में बदलाव करके कीटों से निपटा जा सकता है| साथ ही यह ...
किसानों को कर्ज के जंजाल में न फंसा दे बिहार का नया फसल चक्र
बिहार के 40 गांवों में नए फसल चक्र की शुरुआत की गई, लेकिन सरकार के इस तरीके पर विशेषज्ञ सवाल उठ रहे हैं। आइए, ...
एशिया में हर साल नष्ट हो जाती है किसानों की 20% उपज, इसलिए बढ़ रही हैं कीमतें
एफएओ के ग्लोबल फ़ूड लॉस इंडेक्स से पता चला है कि वैश्विक स्तर पर उपज की कटाई के बाद करीब 14 फीसदी खाद्य पदार्थ ...
मानसून की विदाई में 15 दिन की देरी संभव, किसानों की बढ़ी धुकधुकी
बारिश का कुल कोटा पूरा होने को भारतीय मौसम विभाग सामान्य बारिश कहता है लेकिन किसान मौसम विभाग की बातों से इत्तेफाक नहीं रखते।
यहां खुली है खेती की पाठशाला
यह बुंदेलखंड की यात्रा का वृत्तांत है, जो वहां की भौगोलिक सीमाओं में जल संरक्षण के नमूनों की यात्रा के साथ खेती की उस ...
मिट्टी की सेहत बताने वाले कार्ड पर किसान को भरोसा नहीं!
चार साल पहले प्रधानमंत्री ने मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना शुरू की थी, लेकिन अब तक किसान इस पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं
गाय संकट- 3, मेवात का कलंक
हरियाणा का पिछड़ा जिला गाय से जुड़े सख्त कानून की सजा पा रहा है। लोगों की छवि गोस्तकर के रूप में बनाई जा रही ...
चूल्हे के साथ खेतों और ट्रैक्टर पर भी हक दो
खेतों में हाड़तोड़ मेहनत करने के बाद भी महिलाओं को मर्दों से कम पैसे मिलते हैं। वहीं वे जो थोड़ा-बहुत उगा लेती हैं तो ...
अनाज की अधिकता का दावा आंकड़ों की बाजीगरी तो नहीं?
भारत में एक तरफ जहां भूख चरम पर है, वहीं दूसरी तरफ देश में जरूरत से अधिक अनाज होने का दावा किया जा रहा ...
कीटनाशकों का उपयोग नियंत्रित कर सकते हैं सेल्यूलोज नैनो फाइबर
नियंत्रित रिलीज फॉर्मूलेशन सिस्टम की मदद से वांछित समय में कीटनाशकों को रिलीज किया जा सकता है और उन्हें जरूरत के अनुसार सही जगह ...
शहद से संवरा किसान
आज भरतपुर देश के सबसे अधिक शहद उत्पादक जिलों में शामिल है। पूरे राजस्थान में उत्पादित शहद का करीब एक तिहाई भरतपुर से ही ...
भारतीय किसान, 'चक्रव्यूह' में फंसा अभिमन्यु
देश के ग्रामीण क्षेत्रों की लगभग 58% आबादी खेती पर निर्भर है, इतने बड़े तबके का अशांत होना देश के लिए अच्छा संकेत नहीं ...
क्रेडिट कार्ड का ब्याज चुकाने के लिए जमीन गिरवी रख रहे हैं गन्ना किसान
चीनी मिलों से गन्ना के बकाया भुगतान कराने की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश के कई जिलों के किसानों ने लखनऊ में धरना दिया, ...
खाद्य उत्पादन का बढ़ता दबाव, बड़े पैमाने पर धरती पर डाल रहा है प्रभाव
एक नए अध्ययन से पता चला है कि जिस तरह से खाद्य उत्पादन धरती पर प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव डाल रहा है उसके चलते ...
एसओई इन फिगर्स 2022: खेती से विमुख होते लोग
साल 2012-13 से 2018-19 के बीच ग्रामीण भारत में कृषि परिवारों की हिस्सेदारी लगभग चार प्रतिशत घटी है।
बुंदेलखंड: मटर का उत्पादन अच्छा हुआ तो गिर गया भाव, किसान हलकान
बुंदेलखंड के हमीरपुर जिले में किसानों ने अनुमान के मुकाबले लगभग तीन गुणा अधिक मटर की बुआई की
जैविक खेती का सच-2: केंद्र व राज्य सरकारें चला रही हैं कई योजनाएं, लेकिन...
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय और राज्य सरकारों ने भी विभिन्न योजनाएं चलाईं हैं। क्या हैं ये योजनाएं-
केले का कैंसर: सोच रहा 30 वर्षों की खेती छोड़ दूं
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में खेतों में लगे केले सड़कर गिर रहे हैं, इसे केले का कैंसर कहा जा रहा है, जिसका कोई ...
हर साल 47 करोड़ डॉलर से अधिक मूल्य का खाद उत्पादन करते हैं समुद्री पक्षी
शोधकर्ताओं का कहना है कि पक्षियों का मल जिसे पोप, या गुआनो के रूप में भी जाना जाता है। गुआनो उर्वरक के स्रोत के ...
2015 से भू-क्षरण की भेंट चढ़ चुकी है मध्य एशिया के बराबर उपजाऊ जमीन
नुकसान की मौजूदा दर के लिहाज से देखें तो दुनिया को भू-क्षरण से मुक्त कराने के लिए 2030 तक 150 करोड़ हेक्टेयर जमीन को ...