क्या है प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना?
किसानों को जोखिम से बचाने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना शुरू की है। जानते हैं इससे जुड़े 10 अहम सवालों ...
झारखंड: न गेहूं की कटाई शुरू हुई न धान का पैसा मिला
झारखंड के 80 फीसदी हिस्से में एक फसलीय खेती होती है, इसलिए किसान धान ज्यादा लगाते हैं, लेकिन धान उत्पादक हो या गेहूं, दोनों ...
फॉल आर्मीवर्म के अनुकूल है भारतीय जलवायु
विशेषज्ञों का कहना है कि फॉल आर्मीवर्म नाम के विदेशी कीड़े के लिए भारतीय जलवायु बेहद उपयुक्त है, इसलिए उसका प्रकोप बढ़ता जा रहा ...
बिजली के बिलों से परेशान हरित क्रांति का गढ़
सिंचाई के लिए लगाए गए ट्यूबवेल साल में केवल तीन से चार महीने ही चलते हैं लेकिन भारी भरकम बिल हर महीने आ जाता ...
नैनो यूरिया ट्रायल से खेत तक, भाग 4 : एक रहस्यमयी खाद
एक अनुमान के मुताबिक खाद पर दी जाने वाली सब्सिडी का बोझ 80 हजार करोड़ से बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपए तक हो गया ...
कीटनाशकों के कारण पंजाब के खेतिहर मजदूरों में कोशकीय बदलाव का प्रबल जोखिम
कीटनाशक छिड़काव के दौरान पीपीई का अनिवार्य तौर पर इस्तेमाल किया जाए तो यह खेतिहर मजदूरों और सामान्य लोगों को कीटनाशकों के दुष्प्रभावों से ...
दलित बच्चों पर कहर बन रहा है फूलों की खेती का जहर : रिपोर्ट में खुलासा
भोपाल गैस त्रासदी को याद करते हुए जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि स्कूल का खर्च निकालने के लिए फूल के खेतों में ...
पंजाब के तीन जिलों में टिड्डियों से खतरा, सरकार जागी
पंजाब के फाजिल्का के खुइयां सरवर ब्लॉक के वेयरका और रूपनगर गांवों में टिड्डियों के झुंड देखे गए
राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे जैविक गलियारा चाहते हैं बिहार के किसान
किसानों ने हर जिले में न्यूनतम एक हजार एकड़ जैविक खेती और लघु एवं सीमांत किसानों के लिए 90 फीसदी तक सब्सिडी के प्रस्तावों ...
किसानों का दम घोंट रहा है केमिकल खाद से निकलने वाला अतिरिक्त सेलेनियम
सेलेनियम से भरपूर कीटनाशकों के ज्यादा उपयोग से एयरोसोल बनते हैं, जो फेफड़ों के कैंसर और अस्थमा का कारण हो सकते हैं
हरियाणा ने बढ़ाया सरसों का लक्ष्य, क्या किसानों को होगा फायदा?
प्रति हेक्टेयर उत्पादकता की दृष्टि से हरियाणा देश में सबसे ऊपर है, लेकिन कई खामियों के चलते किसानों को इसका फायदा नहीं मिल पाता
खेतों में डाला रसायन तो होगी जेल, उत्तराखंड सरकार का फैसला
परम्परागत कृषि विकास योजना के तहत मौजूदा समय में 2 लाख एकड़ जमीन में जैविक खेती की जा रही है। इसके तहत 10 ब्लाकों को ...
भारत में क्यों कम हो रहे हैं गधे, कहीं यह वजह तो नहीं?
हाल ही में जारी पशुओं की गणना में भारत में गधों की संख्या में 61 फीसदी की कमी पाई गई है, जो कई सवाल ...
कृषि क्षेत्र में कुछ नया करना चाहते हैं युवा
देश में कृषि और कृषि शिक्षा की दशा पर व्यापक पड़ताल करती रिपोर्ट की कड़ी में प्रस्तुत है डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय ...
किसानों की अगली पीढ़ी तैयार करना देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती
देश में कृषि और कृषि शिक्षा की दशा की पड़ताल करती सीरीज रिपोर्ट की श्रंखला में प्रस्तुत है, जवाहरलाल नेहरु कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपति ...
मोटे अनाज से दूर भाग रहा किसान, आधी रह गई बुआई
मोटे अनाज की बुआई के लक्ष्य अब तक आधा ही हासिल किया जा सका है। किसान अलग-अलग कारणों से इससे दूर हो रहा है
सियासत में पिसता गन्ना 3 : निजी चीनी मिलें राजनीतिक दलों से खुद काे जोड़ लेती हैं
भारतीय किसान यूनियन के नेता युद्धवीर सिंह ने उत्तर प्रदेश में गन्ने की राजनीति पर डाउन टू अर्थ से बातचीत की
पाकिस्तान से घुसे टिड्डी दलों का हमला, चट कर रहे हैं फसल
राजस्थान के बाड़मेर व जैसलमेर पर टिड्डी दल रोजाना हमले कर रहे हैं, जिन्हें प्रशासन काबू करने का प्रयास कर रहा है
नए घुसपैठिए को रोकने के लिए भारत-पाक हुए एक
अफ्रीका-खाड़ी देशों से चल कर ईरान से पाकिस्तान के रास्ते राजस्थान के दो जिलों पर यह आक्रमण हुआ है, जो फसल को भारी नुकसान ...
किस्सा आलू का: पादरियों ने लगा दिया था प्रतिबंध
आज हमारे घर-घर में पाए जाने वाले आलू का किस्सा बेहद रोचक है। इसे अंधेरे की फसल कहा जाता था और लोग खाने से ...
जहर बुझी फुहारें!
एक अध्ययन के अनुसार आर्गेनोफास्फेट कीटनाशकों के लंबे समय तक संपर्क में रहने से किसानों में मधुमेह होने का जोखिम रहता है। ऐसे समय ...
कृषि कानूनों से नए बिचौलिए पैदा होंगे
बड़े व्यापारियों के लिए छोटे-छोटे किसानों से उपज खरीदना कोई फायदे का सौदा नहीं है
कृषि में कितनी मात्रा में हो नाइट्रोजन का उपयोग, वैज्ञानिकों ने दिखाई राह
जब नाइट्रोजन का एक बड़ा हिस्सा फसलों द्वारा उपयोग नहीं किया जाता है, तो यह नाइट्रेट के रूप में भूजल, नदियों, झीलों आदि में ...
तीनों कृषि कानूनों से आखिर किसे होने वाला है फायदा?
संसद के दोनों सदनों से पारित हो चुके तीनों कृषि विधेयकों के बारे में कृषि अर्थशास्त्री देविंदर शर्मा ने विस्तृत जानकारी दी
खाद्य सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन का समाधान हैं मोटे अनाज
ग्लूटेन मुक्त होने के अलावा, मिलेट्स आयरन, कैल्शियम और जिंक से भरपूर होते हैं