यूरिया की कालाबाजारी से छत्तीसगढ़ के किसान हताश
अव्वल तो किसानों को यूरिया मिल नहीं रहा है और अगर मिल रहा है तो लगभग दोगुनी कीमत पर मिल रहा है
बिहार के मशहूर लीची बागानों पर स्टिंक बग का कहर, किसानों को लाखों का नुकसान
विशेषज्ञों का कहना है कि धूप के दिनों में कमी के कारण स्टिंक बग को पनपने का माहौल मिल जाता है
स्वास्थ्य की ‘जड़ें’ : हल्दी से तीन गुणा अधिक कमा रहा है यह किसान
प्रोसेसिंग का नया तरीका अपना कर हल्दी की गुणवत्ता के साथ-साथ किसान अपनी कमाई भी बढ़ा सकते हैं
परागणकों में आ रही है गिरावट, खतरे में है 90 फीसदी जंगली पौधों का अस्तित्व
शोधकर्ताओं के मुताबिक दुनिया भर में करीब 200 करोड़ छोटे किसानों की पैदावार के लिए इन छोटे जीवों द्वारा प्रदान की जा रही सेवाएं ...
देश में 5 लाख से ज्यादा पशु चिकित्सकों की कमी के बीच लगातार बढ़ रहा एएमआर और जूनोटिक डिजीज का खतरा
देश में पशु चिकित्सकों की बड़ी कमी के बीच पशुओं से इंसानों में पहुंचने वाले रोगों की तादाद न सिर्फ बढ़ रही है बल्कि ...
जापान के इस शहर में जब भू-जल निकासी करने वाले किसान ही बन गए सबसे बड़े जल संरक्षक
जापान के कुमामोटो शहर में धान की पैदावार करने वाले किसान सिंचाई के लिए एक नदी का सहारा लेते थे लेकिन जब यह व्यवस्था ...
पुराने उपकर का नहीं हुआ कृषि विकास में इस्तेमाल, अब नए उपकर से कृषि सरंचनाएं बनाने का वादा
सरकार ने कृषि सरंचनाओं को खड़ा करने के लिए दलहन समेत कुछ उत्पादों पर कृषि संरचना उपकर लगाया है लेकिन क्या यह कदम वाकई ...
किसान परेड : गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली, बजट के दिन संसद का पैदल करेंगे घेराव
दिल्ली में किसानों की रैली के रूट तय हो चुके हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों से किसान परेड में शामिल होने के लिए पहुंचने ...
केंद्र के प्रस्ताव पर नहीं झुकेंगे किसान, डेढ़ साल कानून स्थगन फॉर्मूले पर सहमत नहीं संगठन
किसान संगठनों ने गणतंत्र दिवस के दिन प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली के लिए वैकल्पिक रूट लेने से इनकार कर दिया है। दिल्ली पुलिस के साथ ...
सदी के अंत तक 56 फीसदी घट जाएंगे खेत, साथ ही खत्म हो जाएगा किसानों का ज्ञान?
सदी के अंत तक दुनिया भर में मौजूद खेतों की संख्या घटकर आधे से कम रह जाएगी। ऐसे में घटते किसानों और नई तकनीकों ...
किसानों से जुड़े उद्यमों की क्षमता को बढ़ाकर खाद्य प्रणाली विकसित करने में सक्षम है भारत : अध्ययन
डब्ल्यूईएफ की एक नई रिपोर्ट में कहा गया कि भारत उन कुछ देशों में शामिल है, जो छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों की ...
बढ़ती गर्मी के कारण अगले 23 वर्षों में खतरे की जद में होगा 71 फीसदी कृषि क्षेत्र
इस मामले में भारत पहले ही बॉयलिंग प्वाइंट पर है। जहां बढ़ती गर्मी का कहर किसानों को दोहरी चोट पहुंचा रहा है, जो उनकी ...
जग बीती: बच कर चलें
2022 में हर घंटे 19 लोगों ने की आत्महत्या: एनसीआरबी
साल 2021 में 10,881 किसानों व कृषि श्रमिकों के मुकाबले साल 2022 में 11,290 किसानों व कृषि श्रमिकों ने खुदकुशी की
पश्चिमी राजस्थान में मौसमी परिवर्तन से खानपान में बदलाव, बाढ़ से खेजड़ी को नुकसान
पिछले तीन माह की बारिश ने खेजड़ी के उत्पादन को प्रभावित किया
भेड़ पालन व्यवसाय से क्यों विमुख हो रहे हैं ग्रामीण?
भेड़ अपने कई गुणों के कारण कई पशुओं से उत्तम है
जग बीती: किसानों का रूट!
संसद में आज : सरकार का दावा, देश में घट रहा है टीबी से होने वाली मौतों का सिलसिला
भारत में टीबी होने की दर 2015 में प्रति 100,000 जनसंख्या पर 237 से 16 फीसदी से घटकर 2022 में प्रति 100,000 जनसंख्या पर ...
छत्तीसगढ़ में धान खरीद की तारीख बढ़ाने की मांग उठी
छत्तीसगढ़ किसान सभा का आरोप है कि राज्य में अभी तक 3.17 लाख से ज्यादा लघु और सीमांत किसान अपनी धान की फसल नहीं ...
एसओई इन फिगर्स 2023: हर रोज 30 किसान व खेतिहर मजदूर कर रहे आत्महत्या
किसानों की आय को दोगुना करने के केंद्र के वादे के बावजूद आत्महत्या करने वाले किसानों की संख्या पांच वर्षों में सबसे अधिक है
'व्हीट ब्लास्ट' से गेहूं को खतरा, दक्षिण अमेरिका से एशिया और अफ्रीका में फैली बीमारी
वैज्ञानिकों ने चेताया है कि यह फंगस दुनिया में कहीं भी गेहूं की फसलों को अपना निशाना बना सकता है। साथ ही यह फफूंद ...
आखिर कैसे 100 से भी ज्यादा फसलों को अपना निशाना बनाता है फंगस 'फ्यूजेरियम ऑक्सीस्पोरम'
फंगस 'फ्यूजेरियम ऑक्सीस्पोरम' वर्षों तक मिट्टी में रह सकता है। एक बार जब यह रोगजनक पौधों की जड़ में लग जाता है तो तेजी ...
उत्तरप्रदेश: भारी बारिश से धान किसानों की लागत निकलना भी हुआ मुश्किल
इस वर्ष उत्तर प्रदेश में लगभग 60 लाख हेक्टेयर में धान की खेती हुई है, दो दिन की बारिश में इसमें काफी खराब होने ...
जब मुफ्त मिलती थी दाल
साठ और सत्तर के दशक में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार में होटल वाले दाल के नहीं लेते थे पैसे
आवारा पशुओं के लिए गौशाला नहीं, उपलब्ध हैं दूसरे विकल्प
आवारा मवेशियों की समस्या दूर करने के लिए गोशालाओं से अलग दूसरे विकल्पों की ओर देखना जरूरी है