मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करते हैं सूक्ष्म जीव
प्रति ग्राम मिट्टी में सूक्ष्म जीवों की लगभग 40 से 50 हजार प्रजातियां होती हैं। कुछ सूक्ष्म जीव मिट्टी में सुधार कर सकते हैं, ...
हवा की गुणवत्ता सुधारने से दक्षिण एशिया में बचाया जा सकता है 3.5 लाख अजन्मों का जीवन
वायु प्रदूषण के चलते दक्षिण एशिया में हर साल साल 349,681 महिलाएं मातृत्व के सुख से वंचित रह जाती हैं
कीटों के एंटीना और रिसेप्टर्स को प्रभावित कर रहे प्रदूषण के महीन कण
प्रदूषण के कण कीटों के एंटीना और रिसेप्टर्स पर असर डाल रहे हैं, जिसकी वजह से इन नन्हे जीवों को अपना आहार, साथी, या ...
87 घंटे के बाद भी दिल्ली में क्यों नहीं लागू हुई इमरजेंसी, क्या है सीपीसीबी का गणित
दिल्ली के लोगों को चार दिन से प्रदूषण के गंभीर स्तर का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन अपने अजीबो-गरीब नियमों के कारण केंद्रीय ...
वायु प्रदूषण की वजह से भी होती हैं बुजुर्ग महिलाओं की हड्डियां कमजोर
रिसर्च से पता चला है कि वातावरण में बढ़ता प्रदूषण पोस्टमेनोपॉजल महिलाओं में बोन मिनरल डेंसिटी में कमी के साथ ऑस्टियोपोरोसिस से भी जुड़ा ...
प्लास्टिक 96 फीसदी कार्बन उत्सर्जन तथा 70 फीसदी स्वास्थ्य पर घातक असर के लिए है जिम्मेवार
शोधकर्ताओं ने दुनिया भर में 20 साल की अवधि के दौरान प्लास्टिक की आपूर्ति से जलवायु और स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों का विश्लेषण ...
लॉकडाउन के कारण वैश्विक ओजोन प्रदूषण में दर्ज की गई 2 फीसदी की गिरावट
ओजोन प्रदूषण में आई यह गिरावट इतनी है जिसे यदि नियमों और नीतियों की मदद से कम करने की कोशिश की जाती तो इसमें ...
सरकार ने किसानों को बातचीत के लिए 30 दिसंबर को बुलाया
किसान संगठनों ने केंद्र सरकार को भेजे पत्र में 29 दिसंबर को बैठक बुलाने का आग्रह किया था
चेतावनी : पटाखे बना सकते हैं दिल्ली को गैस चैंबर, खतरनाक पीएम 2.5 बढ़ने से बढ़ सकती हैं अतिरिक्त मौतें
यदि आदेशों का उल्लंघन कर पटाखे जलाए गए तो यह न सिर्फ वायु प्रदूषण को घातक स्तर पर पहुंचा सकता है बल्कि कोविड-19 के ...
अनलॉक होते ही वायु प्रदूषण भी हुआ “अनलॉक”
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट ने “क्लीन एयर ब्ल्यू स्काइज, एयर पाल्यूशन डयूरिंग ए समर ऑफ लॉकडाउन” रिपोर्ट जारी की
लॉकडाउन के समय दिल्ली में 53 फीसदी घट गया था प्रदूषण
लॉकडाउन के समय चेन्नई में पीएम 2.5 के स्तर में करीब 43 और दिल्ली में 53 फीसदी तक की कमी दर्ज की गई थी
स्मॉग रिटर्न : दिल्ली-एनसीआर की हवा में पीएम 2.5 आपात स्तर में दाखिल
यदि यह प्रदूषक 48 घंटे तक लगातार 300 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर या उससे ऊपर बना रहेगा तो स्कूल-उद्योग, निर्माण आदि को बंद करने ...
मौसम के गर्म होने और कोविड-19 के फैलने के बीच कोई संबंध नहीं मिला: डब्ल्यूएमओ
मौसम और हवा की गुणवत्ता जैसे माध्यमिक कारक भी कोविड-19 महामारी से होने वाले संक्रमणों और मौतों की संख्या को प्रभावित कर सकते हैं
स्वास्थ्य को वायु प्रदूषण के किस पार्टिकुलेट मैटर से सबसे अधिक खतरा है
शोधकर्ताओं ने मास स्पेक्ट्रोमेट्री तकनीक का उपयोग करते हुए पार्टिकुलेट मैटर की संरचना का विश्लेषण किया और पता लगाया कि ये स्वास्थ्य के लिए ...
पराली जलाए जाने की घटना में 50 फीसदी कमी, गंभीर प्रदूषण की जद में उत्तर भारत के शहर
दिल्ली-एनसीआर की हवा में खतरनाक प्रदूषित कण पीएम 2.5 अपने सामान्य मानकों (60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर) से सात गुना ज्यादा 464 माइक्रोग्राम प्रति ...
शहरों में बढ़ते वायु प्रदूषण को और बढ़ा रही हैं डामर से बनी सड़कें
गर्मियों के दौरान जब तापमान 40 डिग्री से ऊपर चला जाता है तो डामर से बनी सड़कें आर्गेनिक एयरोसोल उत्पन्न करने लगती है
भारत के 85 फीसदी लोग चाहते हैं वायु प्रदूषण को रोकने के लिए कड़े नियम
भारत के 85 फीसदी लोग चाहते हैं वायु प्रदूषण को रोकने के लिए कड़े नियम, जबकि 87 फीसदी ने सर्वे में माना कि लॉकडाउन ...
लॉकडाउन के चलते भारत में प्रदूषण और तापमान में दर्ज की गई गिरावट
मार्च से मई 2020 के दौरान देश के प्रमुख शहरों में दिन का तापमान करीब एक डिग्री सेल्सियस और रात का तापमान पिछले पांच ...
कोविड-19 महामारी के दौरान प्रमुख बंदरगाहों में प्रदूषण का स्तर 123 फीसदी तक बढ़ा
कोविड-19 महामारी से पहले की तुलना में कंटेनर जहाजों में 94 फीसदी और ड्राई बल्क कैरियर में 142 फीसदी उत्सर्जन में वृद्धि दर्ज की ...
लॉकडाउन के चलते साफ हुई उत्तर भारत में हवा, 20 सालों में पहली बार एयरोसोल में इतनी कमी
उत्तर भारत में एयरोसोल का स्तर पिछले 20 सालों के सबसे न्यूनतम स्तर पर आ गया है। जिसके पीछे लॉकडाउन एक बड़ी वजह है
संसद में आज: 800 आर्सेनिक प्रभावित बस्तियों में से 69 बस्तियों में हो रही है नल से जलापूर्ति
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत जल संरक्षण के लिए 1,09,610.29 रुपये खर्च किए गए हैं
केवल 13 फीसदी मीथेन उत्सर्जन को ही नियंत्रित किया जा रहा है: वैज्ञानिक
दुनिया भर में 281 नीतियों पर गौर किया, जिनमें से 255 वर्तमान में लागू हैं, जिसका उद्देश्य क्षेत्र की सीमा, नीतियों की ताकत और ...
साल 2021 में हृदय रोगों की वजह से गई 2 करोड़ जानें, मौत की प्रमुख वजह बने
रिपोर्ट के अनुसार भारत में जीडीपी का 2.9 प्रतिशत, बांग्लादेश में 2.6, भूटान में 3.6, नेपाल में 4.4 और पाकिस्तान में 2.8 प्रतिशत बीमारियों ...
एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए झारखंड सरकार देगी सब्सिडी
नीति आयोग के अनुसार 2025 तक 20 प्रतिशत एथेनॉल सम्मिश्रण से देश को प्रति वर्ष 30,000 करोड़ विदेशी मुद्रा की बचत और कार्बन उत्सर्जन ...
एक दिल्लीवासी से उसके जीवन के औसतन 10 और उत्तरप्रदेश में 8 साल छीन रहा है वायु प्रदूषण
आज देश की शत प्रतिशत दूषित हवा में सांस लेने को मजबूर है। यह प्रदूषण उन्हें हर पल मौत की और ले जा रहा ...