मेक्सिको के जंगलों में खोजी गई मेंढक की छह नई प्रजातियां, आकार आपको कर देगा हैरान
जंगलों के अनछुए कोने से मिली यह मेंढक प्रजातियां आकार में अंगूठे के बराबर हैं। हैरान कर देने वाली बात है कि इनके टैडपोल ...
34 साल में दो आक्रामक प्रजातियों के फैलने से 17 बिलियन डॉलर का हुआ नुकसान
आक्रामक प्रजातियों के दूसरी जगहों पर फैलने से देशी प्रजातियों के विस्थापन या विलुप्त होने, बीमारी के फैलने और फसलों सहित कई तरह के ...
जीवों के संरक्षण के लिए बेहद मददगार हो सकता है उनकी आदतों और संस्कृति को समझना
इंसानों की तरह ही हाथी, चिंपांज़ी और व्हेल जैसी प्रजातियां एक दूसरे से सीखती हैं, और अपने बच्चों और आने वाली पीढ़ी तक अर्जित ...
जानिए क्यों एक स्थानीय समुदाय के नाम पर किया गया मेंढक की एक नई प्रजाति का नामकरण
मेंढक की इस नई प्रजाति का नाम घाना के एक स्थानीय समुदाय सगीमासे के सम्मान में कॉनरौआ सगीमासे रखा गया है, जो लम्बे समय ...
आर्थिक असमानता के कारण दुनिया में फल-फूल रहा है वन्यजीव व्यापार
1998 से 2018 के बीच 42.1 करोड़ से ज्यादा संकटग्रस्त वन्यजीवों का अंतराष्ट्रीय स्तर पर व्यापार किया गया था।
पिछले 10 वर्षों में भारतीय हवाई अड्डों से की गई 70 हजार से ज्यादा देशी-विदेशी जंगली जीवों की तस्करी
जब्त किए गए कुल जीवों में करीब 46 फीसदी सरीसृप थे। वहीं स्तनधारी जीवों की संख्या 18 फीसदी, और समुद्री जीवों का आंकड़ा करीब ...
लुप्तप्राय 43 उभयचरों-कशेरुकियों के रहने की जगहों के नुकसान से इनमें बीमारी के खतरे बढ़े
लोगों द्वारा की जा रही गड़बड़ी, जैसे खेती तथा अन्य काम के लिए जंगलों को काटना, इस पर्यावरणीय नुकसान के प्रमुख कारण हैं। इन ...
सबसे बड़े डेल्टा के 90 फीसदी मेंढकों में मिले माइक्रोप्लास्टिक के सबूत, इकोसिस्टम के लिए है बड़ा खतरा
अध्ययन किए गए 90 फीसदी मेंढकों के गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट (जीआईटी) में माइक्रोप्लास्टिक के कण मिले हैं, जो पर्यावरण पर मंडराते बड़े खतरे की ओर ...
सूक्ष्म जीव पानी के अंदर सड़ रहे पौधों को नष्ट कर उनसे निकलने वाली ग्रीनहाउस गैस को रोकने में अहम भूमिका निभाते हैं
यह नवीनतम अध्ययन ब्रोकरआर्कियोटा में एक दर्जन से अधिक नई प्रजातियों को जोड़ता है, उनके चयापचय का वर्णन करता है और दिखाता है कि ...
जलवायु संकट: कई प्रजातियों को एकाएक टिपिंग प्वाइंट की ओर धकेल सकता है बढ़ता तापमान
अध्ययन में पता चला है कि बढ़ता तापमान कई जीवों को एकाएक टिपिंग प्वाइंट की ओर धकेल सकता है। जो उनके अस्तित्व के लिए खतरा ...
दुनिया की 16 हजार से अधिक प्रजातियों की आबादी घटी, औद्योगीकरण भी है जिम्मेवार
दुनिया भर में जीवों की करीब आधी प्रजातियों की आबादी में गिरावट आ रही है। वहीं केवल तीन फीसदी प्रजातियां ऐसी हैं जिनमें वृद्धि ...
जानवरों के लिए सुरक्षित नहीं दुनिया की 73 फीसदी भूमि, शिकार और पकड़े जाने का है खतरा
दुनिया की करीब 44 फीसदी भूमि, कृषि के चलते उभयचर जीवों के लिए सुरक्षित नहीं है। वहीं 50 फीसदी भूमि पर पक्षियों और 73 ...
तो क्या आर्थिक खुशहाली के लिए बर्बाद किए जा रहे हैं जंगल, अध्ययन से उठा सवाल
शोध में सामने आया है कि वित्तीय संकट के दौरान वन विनाश में करीब 36 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई
उभयचर जीवों की हर पांच में से दो प्रजातियों पर मंडरा रहा है विलुप्ति का खतरा
स्तनधारियों की 27 फीसदी, पक्षियों की 13 फीसदी, कोरल्स की 36 फीसदी और शार्क एवं रे की 37 फीसदी प्रजातियों पर विलुप्त होने का ...
ध्रुवीय भालू, बाघ, बंदर, डॉलफिन जैसी सैकड़ों वन्यजीव प्रजातियों में मिले केमिकल्स के सबूत
कई केमिकल्स ऐसे हैं जो हजारों वर्षों तक पर्यावरण में रहने के बाद भी नष्ट नहीं होते। मतलब कि वातावरण में मुक्त होने के ...
60 फीसदी पौधों और जानवरों के विलुप्त होने की वजह हैं विदेशी आक्रामक प्रजातियां: आईपीबीईएस
यह विदेशी आक्रामक प्रजातियां हर साल जैवविविधता के साथ-साथ वैश्विक अर्थव्यवस्था को 35 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की चपत लगा रही हैं
चार दशक बाद वन्यजीव व्यापार से जुड़े नियमों में संशोधन, व्यापार की राह हुई आसान
वन्यजीव व्यापार से जुड़े नियमों में 1983 के बाद किए यह पहले संशोधन हैं, जिनके बारे में अधिसूचना 16 जनवरी 2024 को लागू की ...
इंडोनेशिया में खोजा गया दुनिया का सबसे छोटा नुकीले दातों वाला मेंढक, जानिए क्यों है विशेष
इस नई प्रजाति का वैज्ञानिक नाम ‘लिम्नोनेक्टेस फाइलोफोलिया’ है। यह नन्हें जीव पत्तियों पर अंडे देते हैं, जहां नर मेंढक अंडों की रक्षा करते ...
भारत के पश्चिमी घाट में अनोखे जननांग वाले केकड़े की लाल रंग की नई प्रजाति की हुई खोज
अध्ययन में कहा गया है कि रक्त के समान लाल रंग का घाट में रहने वाला केकड़ा लगभग 1.1 इंच चौड़ा और लगभग 0.7 ...
बीमार करने वाले रोगजनकों के एंजाइमों को रोक सकता है बजट नामक मेंढक का प्रोटीन
शोधकर्ताओं के अनुसार, मेंढकों ने अपनी त्वचा के माध्यम से एक रक्षात्मक तंत्र विकसित किया है, जो सूक्ष्मजीवों से लड़ने में मदद करता है।