नीति राजनीति: जन प्रतिनिधियों की नजर में असम बाढ़
इस साल मॉनसून में अतिशय बारिश ने सबको स्तब्ध किया है। देश के बड़े हिस्से बाढ़ की त्रासदी झेली है। असम में तो बाढ़ ...
आयुर्वेदिक फल ओऊ
ओऊ की छाल, पत्तों और फल को पीसकर निकाले गए रस का इस्तेमाल सर्दी, खांसी, बुखार, हैजा और अपच के उपचार के लिए किया ...
पूर्वोत्तर में बिगड़ा मौसम का मिजाज: कहीं बाढ़, तो कहीं सूखा
असम के कुछ जिलों मसलन धेमाजी और डिब्रूगढ़ में काफी बारिश हुई है, जबकि मणिपुर और मिजोरम में सामान्य से कम बारिश दर्ज की ...
गांव-खेत बाढ़ में डूबे हैं और रोजगार लॉकडाउन ने छीन लिया
कई राज्यों की नदियां ऊफान पर है जिसने 60 लाख से ज्यादा लोगों को नई मुसीबत में डाल दिया है
अपने लिए जेल खुद बना रहे हैं असम के एनआरसी मजदूर
ग्राउंड रिपोर्ट: एनआरसी की सूची में शामिल नहीं होने के बावजूद पेट भरने के लिए मजदूर उस डिटेंशन सेंटर के निर्माण में जुट गए हैं, ...
बाढ़ के लिए कौन जिम्मेदार?
सूखे के बाद भीषण बाढ़ की चपेट में आए कई राज्य। बारिश नहीं बल्कि वायु प्रदूषण की वजह से मची है भारी तबाही
एसटी का दर्जा नहीं मिला तो झारखंड-ओडिशा में अब कुड़मी समाज रोकेगा रेल
कुड़मी समाज की चेतावनी दी है कि यदि लोकसभा के आगामी शीतकालीन सत्र में उन्हें एसटी का दर्जा नहीं दिया गया तो आंदोलन का ...
असम के युवाओं ने झीलों को जलकुंभी के प्रकोप से बचाने के लिए बनाई बायोडिग्रेडेबल मैट
पर्पल मूरहेन पक्षी के नाम पर इस चटाई का नाम मूरहेन योगा मैट रखा है, जिसे जल्द ही अंतराष्ट्रीय बाजार में पेश किया जाएगा।
क्या असम में बीजेपी के लिए महिला संबंधी कार्यक्रम कारगर रहे?
सबसे चर्चित योजना ओरुनोदोई रही जो निश्चित तौर पर असम की अब तक की सबसे बड़ी और सबसे ज्यादा महत्वाकांक्षी सरकारी कल्याण कार्यक्रम है।
वैज्ञानिकों ने बनाया सस्ता माइक्रोस्कोप, फफूंद की होगी पहचान
भारतीय शोधकर्ताओं के एक नए अध्ययन में चाय की पत्तियों में फफूंद रोगजनकों की पहचान के लिए कागज जैसी सामान्य सामग्री से बने फोल्ड ...
तिनसुकिया गैस कुएं में आग और तेल रिसाव से खेती की जमीन हुई खराब
लगभग 14 दिन तक तेल रिसाव के बाद 9 जून को आसाम के तिनसुकिया जिले में इस तेल कुएं में आग लग गई थी
बाढ़ की विभीषिका
उत्तराखंड से लेकर केरल तक, हर तरफ पसरा है बाढ़ का कहर, क्या बाढ़ की इस विभीषिका के लिए जलवायु में हो रहा परिवर्तन ...
वैज्ञानिकों की खोज, रसायन मुक्त चाय उत्पादन में मददगार हो सकते हैं सूक्ष्मजीव
भारतीय वैज्ञानिकों ने अब चाय के पौधों की कोशिकाओं में पाए जाने वाले ऐसे सूक्ष्मजीवों की पहचान की है जो रासायनिक उर्वरकों के उपयोग ...
जंगलों को बाढ़ से बचाने के लिए नदियों की सफाई की गुहार
एनजीटी ने यूपी के प्रधान सचिव (वन) से बाढ़ की वजह से जलमग्न होने वाले जंगलों की समस्या के लिए उठाए गए कदमों की ...
पेड़ हटे, नदियों के रास्ते बंटे
ब्रह्मपुत्र घाटी के प्राकृतिक जल स्रोतों की संरचना अब काफी बदल गई है। पेड़ों के हट जाने से नदियां “आजाद” हो गईं और जहां ...
ग्लोबल वार्मिंग के कारण एशियाई क्षेत्रों में हो रही है अधिक मानसूनी बारिश: अध्ययन
जापान के टोक्यो मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एशियाई मानसून को लेकर एक अध्ययन किया है
बाढ़-तूफान की वजह से हो सकती हैं दिमागी बीमारियां: स्टडी
एक नए शोध के अनुसार जिन लोगों के घरों को तूफान या बाढ़ से नुकसान होता है, उनको दिमागी बीमारियां होने की आशंका रहती ...
तो क्या विकास की बलि चढ़ गया असम का हिल स्टेशन हाफलोंग
असम में बाढ़ का आना कोई नई बात नहीं है। लेकिन इस बार समय से पहले अत्याधिक बारिश की वजह से कई इलाकों में ...
बिहार में नहीं होता 75 फीसदी बायो मेडिकल कचरे का ट्रीटमेंट, देखें सभी राज्यों का हाल
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने राज्यों को कोविड-19 से सम्बंधित बायोमेडिकल कचरे के निपटान को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं, लेकिन...
आवरण कथा: क्या प्रशासनिक सख्ती से रुक जाएंगे असम में बाल विवाह?
असम में मातृ मृत्यु दर पर अंकुश लगाने के नाम पर बाल विवाह के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो रही है। लेकिन इस समस्या के ...
मिजोरम और त्रिपुरा की 50 फीसदी से ज्यादा महिलाएं करती हैं तंबाकू का सेवन
मिजोरम की 61.6 फीसदी महिलाएं और 72.9 फीसदी पुरुष तम्बाकू का सेवन करते हैं
बांधों से छोड़ा गया पानी बन रहा है बाढ़ का बड़ा कारण
जल संसाधन संबंधी संसद की स्थायी समिति ने कहा है कि जलाशयों में जमा होने वाले पानी की देखरेख दुरुस्त की जाए
चेतावनी से भी नहीं चेते
सीएजी ऑडिट के मुताबिक, बाढ़ की संभावना वाले राज्य बाढ़ प्रबंधन योजनाओं को लागू कर पाने में विफल रहे हैं।
मॉनसून 2022: असम-मेघालय में 121 साल के इतिहास में हुई सबसे अधिक बारिश
केरल में 121 में चौथा सबसे कम बारिश होने का रिकॉर्ड बनाया है, केवल दो दिन कम दबाव प्रणाली सक्रिय होने से कई इलाके ...
भारत में मातृ मृत्यु अनुपात में 9 फीसदी की गिरावट, जानें सभी राज्यों का हाल
2017 से 19 के बीच पश्चिम बंगाल, हरियाणा और उत्तराखंड में मातृ मृत्यु अनुपात के मामले में स्थिति पहले के मुकाबले और बदतर हो ...