आबादी में स्थिरता लाने के लिए कूनो में कम से कम 50 चीतों की है जरूरत: विशेषज्ञ
साल के अंत तक जंगली बिल्लियों की कहीं ज्यादा मौतें होने की आशंका; रेडियो कॉलर की समस्याओं से निपटने के लिए भी नए उपायों की है ...
जालौन में रेत खनन के लिए कैसे दे दी गई पर्यावरण मंजूरी, आवेदक ने समिति रिपोर्ट पर भी जताई आपत्ति
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
औषधीय पौधों के बेतहाशा उपयोग का बुरा असर, कम हुआ सांस्कृतिक महत्व और उपलब्धता
कोविड-19 महामारी की शुरुआत के बाद से औषधीय जड़ी-बूटियों और पौधों का उपयोग काफी बढ़ गया है
जानें, वन संरक्षण कानून में बदलाव के खिलाफ देश भर में क्यों हो रहे हैं प्रदर्शन?
वन संरक्षण अधिनियम (एफसीए) 1980 का उद्देश्य वनों को संरक्षित करना है। ऐसे में इसमें किए किसी भी संशोधन का उद्देश्य इसे कमजोर करने ...
2023 की एक झलक: विज्ञान से जुड़ी दस अविस्मरणीय तस्वीरें
इनमें से हर एक तस्वीर ब्रह्मांड के अनसुलझे रहस्यों को सुलझाने में मानवता द्वारा उठाए कदमों का जीता जागता प्रमाण है
पक्षियों को शहरों की ओर आकर्षित कर रहा है कृत्रिम प्रकाश, बन रहा है उनकी मौत का कारण
प्रकाश प्रदूषण लोगों को भी नुकसान पहुंचाता है, इसके कारण मनुष्यों की सर्कैडियन लय बाधित हो सकती है, जिससे अवसाद, अनिद्रा, हृदय रोग और ...
ध्रुवीय भालू, बाघ, बंदर, डॉलफिन जैसी सैकड़ों वन्यजीव प्रजातियों में मिले केमिकल्स के सबूत
कई केमिकल्स ऐसे हैं जो हजारों वर्षों तक पर्यावरण में रहने के बाद भी नष्ट नहीं होते। मतलब कि वातावरण में मुक्त होने के ...
पर्यावरण में लगातार बढ़ते तीन खतरों पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत: संयुक्त राष्ट्र
दुनिया भर में हर साल लगभग 67 फीसदी हिस्सा जंगल की आग सहित सभी प्रकार की आग से जल जाता है
ताजे पानी की एक चौथाई मछलियों पर मंडरा रहा है विलुप्त होने का खतरा: आईयूसीएन
रिपोर्ट के मुताबिक जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और बेतहाशा किया जा रहा शिकार इन प्रजातियों के लिए बड़ा खतरा बन चुका है
भारतीय वैज्ञानिकों ने खोजी सीर मछली की दो और प्रजातियां, जानें क्या है इनकी खासियत
सेंट्रल मरीन फिशरीज रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीएमएफआरआई) के वैज्ञानिकों ने भारतीय जल क्षेत्र में सीर मछली की दो और प्रजातियों की खोज की है
विदेशी आक्रामक प्रजातियों की आमद बढ़ा रहा है जलवायु परिवर्तन, खतरे में पड़ी देशी प्रजातियां
अध्ययन के मुताबिक, कुल 24.8 फीसदी गैर-देशी प्रजातियां चरम मौसम की घटनाओं से लाभान्वित हुई, जबकि दूसरी ओर केवल 12.7 फीसदी देशी प्रजातियों को ...
नदियों के मौसमी प्रवाह में रुकावट डाल रही है बदलती जलवायु, बढ़ सकता है जल संकट
बर्फ पिघलने वाले क्षेत्रों में वसंत और गर्मियों की शुरुआत में नदी के स्तर में कमी के कारण नदी के किनारे की वनस्पति और ...
सीबीडी कॉप 15: महाविनाश का हथियार बन गई है मानवता, धरती का 75 प्रतिशत हिस्सा बदला
वैश्विक स्तर पर पौधों व पशुओं की 10 लाख प्रजातियों पर विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है, जिसके लिए हम इंसान और हमारी ...
भारत में हैं 718 हिम तेंदुए, लद्दाख में सबसे ज्यादा 477, उत्तराखंड में 124 की हुई पुष्टि
भारत में 718 हिम तेंदुओं के पाए जाने की पुष्टि हुई है। देश में सबसे ज्यादा 58 फीसदी हिम तेंदुए लद्दाख में हैं, जहां ...
सीएसई ने 20 स्कूलों को 'ग्रीन स्कूल अवार्ड' से किया सम्मानित, पंजाब ने जीता सर्वश्रेष्ठ राज्य का खिताब
इसके साथ ही सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (सीएसई) ने देश के 199 स्कूलों को 'ग्रीन स्कूल' के रूप में प्रमाणित किया है।
जलवायु परिवर्तन की रोकथाम में नजरअंदाज नहीं की जा सकती वनों के संरक्षण की भूमिका, जानें महत्व
रिसर्च के मुताबिक संरक्षित वन क्षेत्र इतने कार्बन को अपने अंदर संजोए हुए हैं जितना उत्सर्जन जीवाश्म ईंधन के कारण हर साल हो रहा ...
विलुप्ति का संकट झेल रहे समुद्री पक्षियों के खतरे को बढ़ा रहा है प्लास्टिक प्रदूषण: अध्ययन
उत्तर-पूर्व प्रशांत, दक्षिण अटलांटिक और दक्षिण, पश्चिम भारतीय महासागरों में मध्य महासागर प्लास्टिक के कचरे से भरा हुआ है, जहां खतरे में पड़ी समुद्री ...
फेसबुक पर फल-फूल रहा अवैध वन्यजीव व्यापार: रिपोर्ट
2018 में फेसबुक ने डब्ल्यूडब्ल्यूएफ जैसे विशेषज्ञों के साथ मिलकर 2020 तक वन्यजीवों की ऑनलाइन होती तस्करी को रोकने के लिए एक गठबंधन की ...
जानिए क्यों सांभर फेस्टिवल पर लटकी एनजीटी की तलवार
60 फीसदी पौधों और जानवरों के विलुप्त होने की वजह हैं विदेशी आक्रामक प्रजातियां: आईपीबीईएस
यह विदेशी आक्रामक प्रजातियां हर साल जैवविविधता के साथ-साथ वैश्विक अर्थव्यवस्था को 35 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की चपत लगा रही हैं
जल, जंगल, जमीन बचाने के लिए भारत सहित दुनिया भर में 81 महिला पर्यावरण रक्षकों ने गंवाई जान
पर्यावरण को बचाने की जद्दोजहद में 81 महिला पर्यावरण कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई थी। वहीं सैकड़ों महिला रक्षकों को प्रतिशोध में शारीरिक ...
केन-बेतवा लिंक परियोजना से खतरे में है पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों का आवास
क्या जखनी गांव का उदाहरण बुंदेलखंड में पानी और पन्ना टाइगर रिजर्व में जैवविविधता की समस्या को हल कर सकता है
पृथ्वी की हर पांचवी प्रजाति का घर हैं विश्व धरोहर स्थल, जैवविविधता के संरक्षण में निभाते हैं अहम भूमिका
यह स्थल दुनिया की कुछ ऐसी प्रजातियों की रक्षा कर रहे हैं जो पृथ्वी पर केवल यही बची हैं।
खाद्य सुरक्षा-पोषण ही नहीं पर्यावरण पर भी ध्यान देगा एफएओ, खाद्य प्रणालियों में बड़े फेरबदल के संकेत
इस प्रयास का उद्देश्य बेहतर उत्पादन, पोषण, पर्यावरण और जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए कृषि खाद्य प्रणालियों में सुधार और बदलाव लाना ...
जलवायु संकट: सदी के अंत तक अपनी 80 फीसदी बर्फ खो देंगें हिंदू कुश हिमालय के ग्लेशियर
रिपोर्ट के मुताबिक पिछले दशक की तुलना में 2011 से 2020 के बीच हिंदू कुश हिमालय के ग्लेशियरों में मौजूद बर्फ 65 फीसदी ज्यादा ...