देशी प्रजातियों पर विदेशी हमला, भाग-तीन: भूखे जानवरों और इंसानों के बीच बढ़ा टकराव
शाकाहारी जानवरों की आबादी में की गिरावट से बाघ और तेंदुए जैसे उनके प्रमुख शिकारी जानवरों की संख्या कम होगी या वो इंसानी बस्तियों ...
नया एआई टूल जो एक करोड़ से अधिक पेड़-पौधों और जीवों की छवियों की सटीक जानकारी दे सकता है
यह उपकरण एक ही प्रजाति के समान दिखने वाले जीवों और उनकी शक्ल की नकल करने वाली एक प्रजाति के बीच अंतर को स्पष्ट ...
मूंगा चट्टानों के लिए बेहद लाभकारी हैं समुद्री पक्षी, जानें कैसे
समुद्री पक्षी का मल बारिश से बहकर पास की मूंगा चट्टानों में पहुंचता है, जिससे उन्हें महत्वपूर्ण पोषक तत्व मिलते हैं
देशी प्रजातियों पर विदेशी हमला: लीवर, एलर्जी और सांस की बीमारी का शिकार हो रहे हैं जंगली जानवर
आक्रामक पौधे किसी भी शाकाहारी जीव के भोजन की मुख्य जरूरत नहीं है। फिर भी शाकाहार विदेशी पौधों को खाने को मजबूर हैं
शहरों में पक्षियों की विविधता में गिरावट की वजह बन रहा है बढ़ता तापमान
रिसर्च से पता चला है कि शहरों में बढ़ता तापमान, पक्षियों की विविधता में गिरावट की वजह बन रहा है
भारत के शहरी इलाकों में मिली तितलियों की 202 प्रजातियां, बेंगलुरू में सबसे अधिक
बेंगलुरु के अलग-अलग इलाकों में इनमें से 182 प्रजातियां थीं, जबकि बाकी को मैसूर, चेन्नई, मुंबई, पुणे, दिल्ली और कोलकाता सहित अलग-अलग शहरों में ...
दुनिया भर के पहाड़ी इलाकों में तेजी से फैल रही पौधों की 'एलियन' प्रजातियां
रिसर्च के मुताबिक पर्वतीय क्षेत्रों में पौधों की इन विदेशी प्रजातियों की संख्या में औसतन 16 फीसदी प्रति दशक की दर से वृद्धि हुई ...
पर्यावरण को बचाने और जलवायु परिवर्तन से निपटने में अहम हैं पुरातन पेड़
सैकड़ों-हजारों वर्षों से समय का गवाह रहे यह पुरातन पेड़ जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र को बचाने के साथ-साथ जलवायु में आते बदलावों का ...
उत्तराखंड: वृक्ष संरक्षण अधिनियम में बदलाव की तैयारी, अभी से दिखने लगे दुष्प्रभाव
देहरादून में कुछ लोग घर-घर जाकर लोगों को अपनी जमीन पर लगे पेड़ कटवाने के लिए उकसा रहे हैं
भारतीय वैज्ञानिकों ने लद्दाख हिमालय में खोजे 3.5 करोड़ साल पुराने दुर्लभ सांप के जीवाश्म
भारतीय वैज्ञानिकों ने जिस दुर्लभ सांप 'मैडसोइइडे' के जीवाश्मों को खोजा है, उनके बारे में अनुमान है कि वो करीब 3.5 करोड़ साल पुराने हैं
मोबाइल फोन सिग्नल की मदद से जंगल की आग से उठने वाले धुंए की मात्रा का लगाया जा सकता है पता
मोनाश विश्वविद्यालय के नेतृत्व में किए शोध के अनुसार मोबाइल फोन सिग्नल और उससे जुड़े डाटा का उपयोग, जंगल की आग से उठते धुंए ...
क्या जंगलों और जैवविविधता को बचाने के लिए संरक्षित क्षेत्र घोषित करना ही है काफी
जंगलों को बचाने के लिए संरक्षित क्षेत्रों का विवेकपूर्ण चयन करने के साथ-साथ, वहां नियमों को भी कड़ाई से लागु किया जाना चाहिए
1970 से 94.6 लाख करोड़ रुपए का नुकसान कर चुकी हैं विदेशी आक्रामक प्रजातियां
इससे होने वाले वार्षिक नुकसान करीब 196,816 करोड़ रुपए है| जो कम होने की जगह हर दशक तीन गुना हो जाता है
रिजर्व फॉरेस्ट में खनन की ई-नीलामी आदेश से नया संकट
ग्रामीणों का कहना है कि इस आदेश के बाद उनका निस्तार, उनके आसपास का पर्यावरण और वन्य प्राणियों पर संकट खड़ा हो जाएगा
वन्यजीवों के व्यापार से उनकी आबादी में आई औसतन 62 फीसदी की गिरावट
अंतराष्ट्रीय स्तर पर हर साल 10 करोड़ पौधों और जानवरों की तस्करी की जाती है| वन्यजीवों का यह व्यापार हर साल तकरीबन 145,418 करोड़ ...
बड़ी मछली समझकर गंगा डॉल्फिन को मारा, तीन गिरफ्तार
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में दिसम्बर 2019 में राष्ट्रीय गंगा परिषद (एनजीसी) की पहली बैठक में प्रोजेक्ट टाइगर की तर्ज पर 'प्रोजेक्ट डॉल्फिन' को मंजूरी ...
नए युग में धरती : कहानी हमारे अत्याचारों की
मौजूदा समय को भले ही हम कलयुग का नाम दें लेकिन वैज्ञानिक भाषा में इसे मानव युग यानी एंथ्रोपोसीन कहा जा रहा है। यह ...
पर्यावरण संवेदी क्षेत्र के एक किलोमीटर दायरे में प्रतिबंधों पर मिल सकती है छूट : सुप्रीम कोर्ट का संकेत
केंद्र ने कहा कि ईएसजेड प्रतिबंध में ऐसा बदलाव हो कि नए निर्माण के लिए अनुमति नहीं मिलनी चाहिए।
पहाड़ी मैना के संरक्षण के प्रयास शुरू, सर्वेक्षण से पता चलेगी संख्या
इंसानों की नकल करने की कला ने इस पक्षी को पिंजड़े का पक्षी बना दिया है। इन्हें अक्सर बंद पिंजड़े में गैरकानूनी पशु-पक्षी के ...
हसदेव अरण्य मामला : ग्राम सभा सरकार से स्थगन नहीं आवंटित कोयला खदानों का निरस्तीकरण मांग रहीं
हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति ने आरोप लगाया है कि कोयला खदानों को आवंटित करने के लिए ग्राम सभा के मृत लोगों के लिए ...
तेंदूपत्ता बिक्री को लेकर आदिवासी और सरकार के बीच टकराव, वन अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर कराने की तैयारी
यदि एफआईआर होती है तो यह अपने आप में छत्तीसगढ़ का पहला मामला होगा जहां एक वन विभाग के अधिकारी पर अपने दायित्वों के ...
हसदेव अरण्य के मामले में सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में अलग-अलग सुनवाई में क्या हुआ?
हसदेव अरण्य में खनन की मंजूरी को लेकर सुप्रीम कोर्ट और बिलासपुर हाई कोर्ट में अलग-अलग सुनवाई हुई
साहित्य में पर्यावरण: हमें निरंतर जगा रहे हैं सजग रचनाकार
हिन्दी साहित्य में 1980 के बाद अखबार और पत्र-पत्रिकाओं ने भी पर्यावरण और विज्ञान में रुचि दिखाई, जिसने समाज को लाभान्वित किया
बंदरों को खाना देकर उन्हें नुकसान पहुंचा रहे हैं हम: स्टडी
एक अध्ययन में पाया गया है कि वन्यजीवों को खिलाने से उनके समुदायों का सामाजिक जीवन प्रभावित हो सकता है
30 साल बाद फिर से मिला दुर्लभ प्रजाति का चांदी का हिरण!
आगे से चूहे जैसे दिखने वाले इस हिरण के पीठ पर चांदी जैसा रंग होता है, इसलिए इसे सिल्वर-बैकेड चेवरोटाइन या माउस हिरण कहा जाता ...