मौसम का असर, भोपाल में 60 प्रतिशत कम आए प्रवासी पक्षी
विशेषज्ञ मान रहे कि मौसम में उतार-चढ़ाव की वजह से कम संख्या में प्रवासी पक्षी आए हैं, देशभर के 120 पक्षी विशेषज्ञाें ने गिनती की
जल्द नहीं मुरझाएगा यह फूल, वैज्ञानिकों ने विकसित की नई किस्म
भारतीय वैज्ञानिकों ने अब गुलदाउदी की ऐसी किस्म विकसित की है, जो सर्दियों के अंत तक खिली रहेगी
2019 विज्ञान की चुनिंदा तस्वीर : घोंघे के 10 समृद्धशाली परिवार से 60 फीसदी विलुप्ति
घोंघा पारिस्थितिकी को बेहतर रखने में बड़ी भूमिका अदा करते हैं। ऐसे में घोंघे के एक प्रजाति की विलुप्ति भी बड़ी हानि है।
डायनासॉर काल में धरती पर मौजूद थीं मधुमक्खियां?
वैज्ञानिकों ने इस बात का पता लगाया है कि विलुप्त हो चुके डायनासॉर के जमाने में भी मधुमक्खियां होती थी और मधुमक्खियां और डायनासॉर तकरीबन ...
सरकार ने बनाई स्टेंडिंग कमेटी, चिलिका झील की तर्ज पर बचेगी सांभर झील
सांभर झील में लगभग 21 हजार पक्षियों की मौत होने के बाद अब सरकार ने कई कदम उठाए हैं
उत्तराखंड-हिमाचल की सीमा पर बनी आसन झील में विदेशी पक्षियों ने डाला डेरा
देहरादून से करीब 38 किलोमीटर आगे धालीपुर गांव के पास यमुना नदी और आसन नदी के पास बनी झील में हजारों विदेशी पक्षी अक्टूबर ...
भोपाल के बीचोबीच बचे प्राकृतिक जंगल को खतरा, विरोध के स्वर तेज
भोपाल में विधानसभा भवन के ठीक पीछे प्रस्तावित विधायक आवास की वजह से सैकड़ों पेड़ कटेंगे। शहर के पर्यावरणप्रेमी इस फैसले का विरोध कर ...
60 फीसदी पौधों और जानवरों के विलुप्त होने की वजह हैं विदेशी आक्रामक प्रजातियां: आईपीबीईएस
यह विदेशी आक्रामक प्रजातियां हर साल जैवविविधता के साथ-साथ वैश्विक अर्थव्यवस्था को 35 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की चपत लगा रही हैं
59 फीसदी प्रजातियों को आसरा देती है मिट्टी, लेकिन संकट में है 33 फीसदी हिस्सा
मृदा करीब 90 फीसदी कवक प्रजातियों का घर है। इसके अलावा यह पौधों की 86 और बैक्टीरिया की 44 फीसदी से ज्यादा प्रजातियों को ...
बढ़ते शहरीकरण के कारण शहरों में जंगली मधुमक्खियां और तितलियां खतरे की कगार पर : शोध
मधुमक्खियों और तितलियों के पहले व्यापक विश्लेषण में 133 अध्ययनों के आंकड़ों को शामिल किया गया हैं, इसके निष्कर्ष शहरी क्षेत्रों में प्रकृति संरक्षण ...
अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस: हजार गुना अधिक हो चुकी है प्रजातियों की विलुप्त होने की दर
विकासशील देशों में ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले 80 प्रतिशत लोग बुनियादी स्वास्थ्य देखभाल के लिए पारंपरिक पौधों पर आधारित दवाओं पर निर्भर हैं
जैव विविधता की सुरक्षा के लिए 'संरक्षण आय' बहुत अहम है : अध्ययन
कम और मध्यम आय वाले देशों में संरक्षित क्षेत्रों के सभी निवासियों को प्रति दिन 5.50 डॉलर की मूल संरक्षण आय या कंजर्वेशन बेसिक ...
सीबीडी कॉप-15: यूएन का निष्क्रिय प्रकृति संरक्षण समझौता विफल हो जाएगा, कार्यकर्ताओं ने दी चेतावनी
जैव विविधता की रक्षा के लिए हमें पहले स्वदेशी लोगों की रक्षा करने की आवश्यकता है, स्वदेशी लोग जैव विविधता की रक्षा कर रहे ...
वैज्ञानिकों ने ग्रेट बैरियर रीफ में काले मूंगों की पांच नई प्रजातियों की खोज की
काले मूंगों को उथले पानी और 26,000 फीट से अधिक की गहराई तक बढ़ते हुए देखा जा सकता है, कुछ मूंगे 4,000 से अधिक ...
हिंदू कुश हिमालय में अभी भी संरक्षित क्षेत्र प्रणाली से बाहर हैं 76 फीसदी प्रमुख पक्षी और जैव विविधता क्षेत्र
अनुमान है कि सदी के अंत तक हिन्दुकुश हिमालय का करीब 80 से 86 फीसदी हिस्सा अपने वास्तविक स्वरुप को खो देगा
इंसानी गतिविधियों के चलते विलुप्ति के कगार पर हैं 57 फीसदी समुद्री प्रजातियां
शोधकर्ता ने पहली बार खतरे वाली समुद्री प्रजातियों पर मानव प्रभावों का वैश्विक मूल्यांकन किया है
निर्दोष सिद्ध होने तक दोषी हैं सभी विदेशी आक्रामक प्रजातियां
अंग्रेज 20वीं शताब्दी के आरंभिक दौर में विलायती कीकर को दिल्ली लाए और यह जंगल की आग की तरह फैल गया
विलुप्ति की कगार पर हैं ड्रैगनफ्लाई और डैमसेलफ्लाई की 16 फीसदी प्रजातियां, जानिए क्या है वजह
आईयूसीएन के अनुसार इन रंगीन कीड़ों की 6,016 प्रजातियों में से 16 फीसदी पर विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है, जिसके लिए कहीं ...
छठवीं बार इस पृथ्वी पर सामूहिक प्रजातियों की विलुप्ति का प्रबल खतरा
धरती पर अब तक कुल पांच बार सामूहिक प्रजातियों की विलुप्ति हो चुकी है। लगातार खराब होती धरती की सतह के कारण करीब आधी ...
विश्व प्रवासी पक्षी दिवस - 14 मई 2022: पक्षियों को खतरे में डाल रहा है प्रकाश प्रदूषण
दुनिया भर में हर साल कृत्रिम प्रकाश कम से कम 2 फीसदी बढ़ रहा है और यह कई पक्षी प्रजातियों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल ...
उत्तर प्रदेश में लगेंगे 22 करोड़ पेड़, भाजपा विधायक ने ही उठाए सवाल
अगस्त 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पांच घंटे में 5 करोड़ पौधे रोपकर दोबारा वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर गिनीज बुक में नाम दर्ज कराया था
संरक्षण मिलने के बाद और उपेक्षित हुआ राज्य पशु ऊंट
राजस्थान में ऊंटों को संरक्षण प्रदान करने के लिए पिछली सरकार के समय ऊंट को राज्य पशु का दर्जा दिया गया था
देव भूमि के दर्शन और पर्यावरण की अनकही
एक अजब सा सुकून शहरों की भागम भाग से बहुत दूर मिलता है, अपने आप को ढूंढने का मौका और अपने आप को समझने ...
जंगली पक्षियों की करीब 14 फीसदी आबादी को प्रभावित कर रहा है एवियन मलेरिया
अध्ययन के अनुसार पक्षियों को प्रभावित करने वाला यह एवियन मलेरिया इसके प्रसार के लिए हॉटस्पॉट बन चुके क्षेत्रों में बड़ी तेजी से फैल रहा ...
रात में कृत्रिम रोशनी की वजह से घट रही है कीट पतंगों की आबादी: अध्ययन
झाड़ियों और घास-पूस वाली जगहों पर कीटों की आबादी में 47 प्रतिशत की कमी और सड़क के किनारे घास-पूस वाले क्षेत्रों में 37 प्रतिशत ...