लाइकेन और पौधों की 771 प्रजातियां होने वाली हैं खत्म, वैज्ञानिकों ने बताई वजह
दुर्लभ पौधों के लिए जलवायु परिवर्तन के खतरे को स्वीकार करना एक महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन इनमें से कई प्रजातियों को फिर से हासिल ...
पानी में रहने वाली 33 प्रजातियों पर मंडरा रहा है बहुत आक्रामक होने का खतरा
शोधकर्ताओं ने जोखिम आकलन उपकरण से पता लगाया कि किसी प्रजाति का स्कोर जितना अधिक होगा, उस प्रजाति के आक्रामक होने का खतरा उतना ...
डाउन टू अर्थ खास: विकास की दौड़ में हिमालय से मिट रहे हैं अतीत के निशान
भारत विकास से जुड़ी गतिविधियों के लिए हिमालय में अपने भूगर्भीय रूप से महत्वपूर्ण स्थलों को तेजी से खोता जा रहा है। कानूनों के ...
डंक रहित मधुमक्खी के शहद में होते हैं विशेष गुण
दो मलेशियाई और एक ब्राजील की मधुमक्खी के शर्करा में 85 प्रतिशत तक ट्रेहुलुलोज पाया गया है
कोरोना महामारी: प्रकृति को फिर से खुशहाल और समृद्ध करने का समय
कोरोनावायरस ने वैश्विक अर्थव्यवस्था और समाज को हिला दिया है। प्रकृति रीसेट बटन दबा रही है। वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं भारी गिरावट की स्थिति में हैं
ओखला बर्ड सेंचुरी में इस बार क्यों नहीं आए आधे से ज्यादा प्रवासी पक्षी?
2018 के मुकाबले 2019 के ठंड के मौसम में ओखला बर्ड सेंचुरी में लगभग 57 फीसदी कम प्रवासी पक्षी पहुंचे, जो शुभ संकेत नहीं ...
वन्यजीव अपराध पर अंकुश के लिए ट्रेंड हो रहे स्निफर डॉग, 20 राज्यों में 400 मामलों में की मदद
वन्यजीव अपराध अंकुश के लिए खोजी कुत्तों को बाघ और तेंदुए की खाल, हाथी दांत, चीतल और सांभर की सींगों की गंध पहचानने का प्रशिक्षण ...
रातापानी जंगल में मिली 103 प्रजातियों की तितलियां, क्या यह जंगल के लिए अच्छा संकेत है?
इस सर्वे में लगभग 6 -7 दुर्लभ प्रजातियों की तितलियां दिखी हैं जिसमें से कुछ ऐसी हैं जिसको विशेषज्ञों ने कई वर्षों बाद देखा ...
आदिवासी सृजन का सनातन संसार
समूचे आदिवासी समाज से उसका सर्वस्व छीनने का जो इतिहास शुरू हुआ, उसने दुनिया के प्रथम समाज को सदा सर्वदा के लिये दूसरे दर्ज़े ...
गिरीपार क्षेत्र के साढ़े तीन लाख लोगों की अनुसूचित जनजाति क्षेत्र घोषित करने की मांग
हाटी समुदाय के लोग पिछले 55 वर्षाें से जनजातीय क्षेत्र की मांग कर रहे हैं। टौंस नदी के पार के क्षेत्र जौनसार बावर को ...
आईएसएफआर 2021 : जलवायु परिवर्तन की मार झेल रहे पहाड़ी राज्यों में वनों को क्षति, देश का कुल वन क्षेत्र 0.21 फीसदी बढ़ा
रिपोर्ट के मुताबिक देश में सर्वाधिक घने वन क्षेत्र का नुकसान जम्मू-कश्मीर में हुआ है जबकि कुल वन क्षेत्र नुकसान के मामले में पूर्वोत्तर ...
अरावली के विनाश की योजना है नया एनसीआर रीजनल प्लान?
हाल ही में एनसीआर योजना बोर्ड ने एनसीआर रीजनल प्लान 2041 का ड्राफ्ट जारी किया है, जिसे लेकर पर्यावरणविद नाराज हैं
ब्लॉग : आदिवासियों के अधिकार और अस्मिता के अनुत्तरित अध्याय
यह संयोग नहीं है कि अमरीका के मिसिसिपी के तटों के ‘इंडियन’ से सुदूर भारत के पूर्वी गोलार्ध में रहने वाले ‘आदिवासियों’ की जिंदगी ...
आदिवासियों की जमीनों को संरक्षित करने वाले सीएनटी और एसपीटी एक्ट में बदलाव की मांग, जानिए क्या होगा असर?
संभव है कि 20 जून के बाद ही यह मामला विचार के लिए अदालत के सामने आएगा। इस बीच याचिका की निर्णायक मांग में ...
बैठे ठाले: पानीपत, एक युद्ध कथा
अब्दाली आज भी अफगानिस्तान की पहाड़ियों में अपने आधार कार्ड, पासपोर्ट, बिजली बिल, वोटर आईडी जैसे कागजात ढूंढ़ रहा है
कूनो में एक और मादा चीता 'दक्षा' की मौत, मेटिंग में हिंसक झड़प बनी वजह
राष्ट्रीय उद्यान में अब कुल 17 चीते बचे हैं। फरवरी, 2023 में दक्षिण अफ्रीका के हिंडनबर्ग पार्क से सात नर और पांच मादा चीतों ...
प्रोजेक्ट टाइगर के 50 वर्ष: जश्न में भी बनाए रखें होश
भारतीय बाघ के संरक्षण के लिए 1973 में एक महत्वपूर्ण परियोजना चलाई गई, जिसका नाम प्रोजेक्ट टाइगर है।
आदि शंकराचार्य के म्यूजियम के लिए अवैध तरीके से काटे जा रहे थे पेड़, एनजीटी ने लगाई रोक
पेड़ों को काटने की अनुमति वन (संरक्षण कानून), 1980 की धारा 2 के मुताबिक पूरी तरह से अवैध है।
सांप के काटने से तीन साल में हुई 3000 मौतें
भारत में सर्पदंश के अधिकांश मामले रिपोर्ट न होने के बाद भी 2016-19 के बीच कुल 7,21,986 मामले सामने आए हैं और 2016-18 के ...
उत्तराखंड में जंगली जानवरों के हमले से 58 लाेग मरे
उत्तराखंड में मानव-वन्यजीव संघर्ष में सबसे ज्यादा मुश्किल गुलदार को लेकर है। इसके हमले में 18 लोगों की मौत हुई।
बैठे-ठाले: शरणार्थी समस्या से निपटने का आसान रास्ता
“पड़ोसी देश से आने वाले लोगों को यहां का हाल बता दीजिए, लोग इधर की ओर दोबारा देखेंगे भी नहीं”
सांभर झील में 17 हजार पार पहुंचा मृत पक्षियों का आंकड़ा
राजस्थान के सांभर जिले में प्रवासी पक्षियों की मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। अब तक सांभर झील में 17,270 पक्षी मारे जा चुके ...
सांभर झील में पक्षियों की माैत का सिलसिला जारी, कारण स्पष्ट नहीं
राजस्थान की सांभर झील व उसके आसपास पक्षियों का शव मिलना लगातार जारी है। पक्षियों की मौत का कारण अब तक पुष्ट नहीं हो ...
खत्म हो रहे हैं घास के मैदान, जैव विविधता में अहम योगदान देती है हवा
खराब होती पारिस्थितिकी तंत्र को ठीक करने के लिए घास के मैदानों की पुन: बहाली महत्वपूर्ण है
वनाधिकार के लिए 32 गांव के लोग भूख हड़ताल पर
ग्रामीण वन प्रबंधन के अधिकार की मांग कर रहे हैं क्योंकि इसके बिना जंगलों पर वन विभाग का अधिकार बना रहेगा