हिमालय की कीड़ाजड़ी: फिदा है दुनिया, लेकिन संकट में है अस्तित्व
इस मशरूम को 'कैटरपिलर फंगस' भी कहते हैं, जबकि तिब्बत में यार्त्सा गुंबू, कुमाऊं और गढ़वाल में आम बोलचाल में कीड़ा जड़ी अथवा यर्त्सा ...
भारतीय वैज्ञानिकों ने खोजी सीर मछली की दो और प्रजातियां, जानें क्या है इनकी खासियत
सेंट्रल मरीन फिशरीज रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीएमएफआरआई) के वैज्ञानिकों ने भारतीय जल क्षेत्र में सीर मछली की दो और प्रजातियों की खोज की है
बाघ से लोगों को बचाएगा एआई बेस्ड कैमरा, आने से पहले देगा चेतावनी
शोधकर्ताओं का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि 2030 तक पृथ्वी की 30 प्रतिशत भूमि और महासागरों को संरक्षित क्षेत्र घोषित किया जाए
लैंटाना हटाकर एक तीर से कई निशाने साध रहे मंडला के ग्रामीण
भारत समेत दुनियाभर में आक्रामक प्रजातियों के फैलाव के बीच मध्य प्रदेश के मंडला जिले में लैंटाना उन्मूलन और प्रबंधन का व्यापक कार्यक्रम चल ...
क्या पारे के संपर्क में आने से उभयचरों की आबादी में आ रही है गिरावट? वैज्ञानिकों ने लगाया पता
उभयचरों में पारे को लेकर एक अध्ययन किया गया, जिसमें वैज्ञानिकों ने उनकी 26 तरह की आबादी से 14 प्रजातियों के 3,200 से अधिक ...
भारत में तेजी से बढ़ रहा है पौधों की आक्रामक प्रजातियों का कब्जा, लैंटाना सबसे अधिक खतरनाक
अध्ययन में शामिल 11 आक्रामक पौधों की प्रजातियों में लैंटाना कैमारा को सबसे अधिक आक्रामक पाया गया, जो कब्जा किए गए प्राकृतिक आवास के ...
अंग कट जाने के बाद भी अपने शरीर के साथ तालमेल बैठा लेते हैं जंगली जानवर: शोध
कई जंगली जानवर न केवल अंग कटने के बाद के खतरों से बच जाते हैं, बल्कि यह भी सीखते हैं कि बिना अंग के ...
बढ़ते तापमान के चलते बदल रहा चीतों का व्यवहार, दूसरे शिकारियों से बढ़ सकती है मुठभेड़
चीते जोकि जमीन पर सबसे तेज दौड़ने वाले जीव हैं, वो पहले ही अनगिनत समस्याओं से जूझ रहे हैं। आज इनकी वैश्विक आबादी घटकर ...
वादों के बावजूद 2022 में बढ़ती इंसानी महत्वाकांक्षा की भेंट चढ़ गए 66 लाख हेक्टेयर में फैले जंगल
ऐसे में यदि हमें 2030 के लिए निर्धारित लक्ष्यों की राह में वापस पटरी पर लौटना है तो 2023 तक दुनिया में होती जंगलों ...
अंतर्राष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस 2023: दुनिया भर में कम हो रही है हिम तेंदुओं की आबादी
हिम तेंदुआ दहाड़ने के बजाय, मुंह बंद करके म्याऊ करते हैं, चिल्लाते हैं या नाक से फूंक मारते हैं, वे एक रात में 25 ...
केदारनाथ में भी पटाखों का धुआं और शोर, न ग्लेशियर की चिंता, न वन्यजीवों की
केदारनाथ वन्य जीव अभ्यारण्य में हिम तेंदुए से लेकर हिमालयन थार, कस्तूरी मृग, रेड फॉक्स, हिमालयन सेही, काला भालू, हिमालयन मर्मोट, मोनाल, ग्रिफॉन गिद्ध ...
आठ नन्हे मेहमानों से बढ़ी गोडावण संरक्षण की उम्मीद
एक बच्चा ऐसा है जिसके अभिभावक भी कैप्टिविटी (पाल्य अवस्था) में ही पैदा हुए हैं। इसलिए इस बच्चे को कैप्टिविटी में पैदा हुए पक्षी ...
धधकती आग से सिर्फ जंगल ही नहीं, जल रहा है करोड़ों का टिम्बर कारोबार
रिसर्च से पता चला है कि पिछले दो दशकों में 2.47 करोड़ हेक्टेयर लकड़ी उत्पादक जंगल आग की भेंट चढ़ गए थे, जिससे वैश्विक ...
परागणकों में 61 फीसदी से ज्यादा गिरावट, खतरे में पड़ सकती हैं आम, तरबूज, कॉफी जैसे फसलें
रिसर्च से पता चला है कि जलवायु परिवर्तन और भूमि उपयोग में आते बदलावों से परागण करने वाले कीटों में 61.1 फीसदी तक की ...
खाली पड़े हैं 10.1 करोड़ हेक्टेयर में फैले खेत, करोड़ों लोगों का पेट भर सकता है उचित प्रबंधन
इस छोड़ी गई कृषि भूमि में से 6.1 करोड़ हेक्टेयर पर दोबारा खेती की जा सकती है, जो हर साल 363 पेटा- कैलोरीज के ...
विदेशी आक्रामक प्रजातियों की आमद बढ़ा रहा है जलवायु परिवर्तन, खतरे में पड़ी देशी प्रजातियां
अध्ययन के मुताबिक, कुल 24.8 फीसदी गैर-देशी प्रजातियां चरम मौसम की घटनाओं से लाभान्वित हुई, जबकि दूसरी ओर केवल 12.7 फीसदी देशी प्रजातियों को ...
ओ री चिरैया... अंगना में फिर आना रे...
तेजी से बढ़ते शहरों में हमने अपने आसपास के पेड़ों को काट डाला है और चिड़ियों का प्राकृतिक घर छीन लिया है। घोसला बनाने ...
राजस्थान में दिखावा साबित हुआ राज्य जैव-विविधता बोर्ड
अंतर्राष्ट्रीय जैव-विविधता दिवस पर विशेष: राजस्थान में 8 साल बाद भी धरातल पर नहीं उतरे अधिनियम के प्रावधान
वैज्ञानिकों ने पौधों की पांच नई प्रजातियों का लगाया पता
कुछ प्रजातियां अत्यधिक विशिष्ट हैं, बहुत कम मिट्टी या पानी के साथ खुले चट्टानों में उगती हैं, जबकि कुछ को बीज से अंकुरण के ...
अंतरराष्ट्रीय जैवविविधता दिवस : मानव और एलियन बने जैवविविधता के दुश्मन
एशिया प्रशांत के द्वीपों और समुद्र में एक नए आक्रमणकारी परिग्रही (एलियन) ने स्थानीय जैव विविधता के लिए तनाव पैदा कर दिया है। खतरनाक यह ...
डाउन टू अर्थ विश्लेषण: जैव विविधता को बचाने में कहीं पिछड़ न जाएं हम
कन्वेंशन ऑन बायोलॉजिकल डायवर्सिटी (सीबीडी) का उद्देश्य जैविक संसाधनों के साथ उनसे जुड़े पारंपरिक ज्ञान का संरक्षण करना है। यह सुनिश्चित करता है कि ...
40 फीसदी पौधों पर मंडरा रहा है विलुप्त होने का खतरा
दुनिया भर में करीब 140,000 पौधों की प्रजातियों पर विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है, जिसमें से 723 प्रजातियां दवाओं के निर्माण में ...
जैव विविधता में किस तरह आ रहा है बदलाव, जानने के लिए वैज्ञानिकों ने बनाई पद्धति: शोध
शोधकर्ताओं ने बताया कि वनों की निगरानी करने, जैव विविधता में बदलाव के बारे में पता लगाने के लिए यह पद्धति सबसे अधिक उपयोगी ...
अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस विशेष: क्या कागजी कसरतों से हो पाएगा जैव विविधता का संरक्षण?
जैव विविधता संरक्षण को लेकर दुनिया ने अपने लक्ष्य तो तय कर लिए हैं, लेकिन हकीकत यह है कि इन लक्ष्यों को हासिल करने ...
वैज्ञानिकों ने म्यांमार में खोजी बेगोनिया की 7 नई प्रजातियां
शोधकर्ताओं ने बताया कि बेगोनिया की पाई गई 7 प्रजातियां नई हैं, ये प्रजातियां बारहमासी जड़ी-बूटियां हैं, लेकिन इनका आकार अलग-अलग है।