महाराष्ट्र में खोजा गया नया पठार, प्रजातियों के अस्तित्व पर अध्ययन के लिए अहम
महाराष्ट्र के इस क्षेत्र में पहचाना जाने वाला चौथी तरह का पठार है, पिछले पहचाने गए तीन उच्च और निम्न ऊंचाई पर लेटराइट और ...
ठंडी जलवायु के प्रभाव में आने से ऑर्किड की प्रजातियों में विविधता आई: अध्ययन
दुनिया भर में ऑर्किड की लगभग 28,000 प्रजातियां उगती हैं। ये पौधे विभिन्न आकार और अलग-अलग तरह के फूलों की भारी विविधता के लिए ...
साक्षात्कार: पौधों के बेहतर अभिभावक होते हैं बच्चे
नूरसराय के रहने वाले राजीव के नेतृत्व में स्वयंसेवकों का एक समूह 500 से 600 पौधों को मिनी वैन में लेकर स्कूलों, बाजारों या ...
विश्व पर्यावरण दिवस: उत्तराखंड में ऑर्किड फूलों से लेकर लुप्त होने की कगार पर पहुंची वनस्पतियों को बचाने की कोशिश
लेडीज़ स्लिपर यानी स्त्रियों के जूते के आकार सरीखे ऑर्किड फूल पश्चिमी हिमालय में खतरे की जद में आ गई प्रजातियों में शामिल है। ...
नई पहचानी गई प्रजातियों के विलुप्त होने का खतरा अधिक: शोध
2011 से 2020 के बीच दर्ज प्रजातियों के लिए यह संकट बढ़कर 30 फीसदी हो गया है। विश्लेषण में आगे अनुमान लगाया गया है ...
अंतरराष्ट्रीय प्रवासी पक्षी दिवस : झीलों का सौंदर्य बढ़ाते प्रवासी पक्षी
प्रवासी पक्षियों की तादाद लगातार घटती जा रही है। भूमि जल, वायु और ध्वनि सभी तरह के प्रदूषण से पक्षियों को जीवन यापन में ...
वैज्ञानिकों ने खोजी थैलाटोसॉरस की नई प्रजाति, 20 करोड़ साल पहले थे जिंदा!
वैज्ञानिकों का दावा है कि समु्द्र में रहने वाली एक ऐसी प्रजाति का पता लगाया है, जो डायनासोर से मिलती जुलती है
ये हैं भारत के असली स्पाइडर मैन, बनाया देश का पहला मकड़ालय
पौराणिक ग्रंथों से लेकर इतिहास के साक्ष्यों में अपनी जगह बनाने वाले मकड़ी के बारे में जानना बेहद दिलचस्प है। जबलपुर में जीवित मकड़ियों ...
जैव-विविधता पर जिनेवा सम्मेलन: आकांक्षापूर्ण लक्ष्यों की जरूरत क्योंकि पहले ही हो चुका काफी नुकसान
जानवरों और पौधों की दस लाख प्रजातियां विलुप्त होने के खतरे का सामना कर रही हैं और इनमें से हजारों तो कुछ दशकों के ...
10 लाख प्रजातियों पर खतरा, इंसान है जिम्मेवार : रिपोर्ट
जैव-विविधता और पारिस्थितिकी सेवाओं के अंतर सरकारी विज्ञान नीति मंच (आईपीबीईएस) ने अपनी वैश्विक आकलन रिपोर्ट जारी कर दी है, जो काफी डराने वाली ...
वैज्ञानिकों ने नई विशाल वाटर लिली की प्रजाति को खोज निकाला
यह दुनिया की सबसे बड़ी वाटर लिली के रूप में स्थापित है, जिसके पत्ते 3 मीटर से अधिक चौड़े हैं।
418 साल के सरेई बाबा के बारे में जानते हैं आप?
पेड़ की उम्र उसकी मोटाई देखकर या नापकर तय होती है। इसके अलावा कार्बन डेटिंग से भी पेड़ का उम्र का पता चलता है
किस तरह हुआ दूध और शहद की भूमि कही जाने वाली उत्तरी तिब्बत का विकास
यह अध्ययन समझने के लिए महत्वपूर्ण है कि पूर्वी एशिया के पहाड़ी इलाकों और वहां की जैव विविधता, जलवायु तथा इस उल्लेखनीय समृद्ध क्षेत्र ...
दस लाख जीवों और पौधों की प्रजातियों की विलुप्ति को रोक सकते हैं ये पांच तरीके
जैव विविधता के नुकसान को बहाल करने के लिए, हम जो खाते हैं और कितना उपभोग करते हैं, दोनों को बदलना होगा।
कैसे बचेगी जैवविविधता, जब एक रेंजर पर है 72 वर्ग किलोमीटर की जिम्मेवारी
वैश्विक स्तर पर संरक्षित क्षेत्रों की देखरेख करने के लिए कुल 555,436 कर्मी हैं, जिनमें 285,794 रेंजर भी शामिल हैं
बहुत छोटे इलाकों में सबसे अधिक पाई जाती है पौधों की विविधता: अध्ययन
अध्ययन में, टीम ने पृथ्वी के सभी जलवायु क्षेत्रों से लगभग 170,000 वनस्पति भूखंडों के डेटासेट का विश्लेषण किया
जैव विविधता (संशोधन) अधिनियम 2021: सरकार की मंशा और जन सरोकार
केंद्र सरकार जैव विविधता कानून में संशोधन करने जा रही है, इसके लिए संसद की संयुक्त समिति ने लोगों से आपत्तियां या सुझाव मांगे ...
सीबीडी कॉप 15: महाविनाश का हथियार बन गई है मानवता, धरती का 75 प्रतिशत हिस्सा बदला
वैश्विक स्तर पर पौधों व पशुओं की 10 लाख प्रजातियों पर विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है, जिसके लिए हम इंसान और हमारी ...
अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस पर जानें पहाड़ों के बारे में कुछ खास बातें
दुनिया के 80 प्रतिशत भोजन की आपूर्ति करने वाली 20 पौधों की प्रजातियों में से छह की उत्पत्ति पहाड़ों में हुई, जिनमें मक्का, आलू, ...
मिसाल: ठेंगापाली से हरियाली बचाने वाले शख्स के बारे में जानते हैं आप?
इस काम को भावी पीढ़ी भी जाने इसलिए छत्तीसगढ़ सरकार ने इस काम को राज्य के पाठ्यक्रम में जगह दी है
विलुप्ति के कगार पर पहुंची 100 से अधिक प्रजातियों को बचाया जा सकता है
एक नए अध्ययन में कहा गया है कि 102 प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर है, यदि समय रहते कार्रवाई की जाय तो इन ...
विदेशी आक्रामक प्रजाति को संभालने के लिए अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों ने देशों को दिए सुझाव
विदेशी आक्रामक प्रजातियां न सिर्फ जैव विविधता को नुकसान पहुंचा सकती हैं बल्कि लोगों की आजीविका पर भी संकट पैदा कर सकती हैं।
पक्षियों के विलुप्त होने के खतरों को कम करता है जैव विविधता का बढ़ता स्तर:अध्ययन
अध्ययन में प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय के नमूनों का उपयोग करके शोधकर्ताओं द्वारा एकत्र किए गए एक नए डेटासेट का उपयोग किया गया है।
याद न रखी जाने वाली प्रजातियां एक बार नहीं दो बार विलुप्त होती हैं: शोध
कई देशों में पारंपरिक जड़ी-बूटियों की जगह आधुनिक चिकित्सा ने ले लिया है जिसने कई औषधीय पौधों से संबंधित सामान्य ज्ञान को कम कर ...
तेजी से विलुप्त हो रही हैं भारतीय पेड़ों की यह प्रजातियां
भारत को आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण पेड़ों की उन स्थानिक प्रजातियों को बचाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो तेजी से लुप्त होती जा ...