लुप्त होती जा रही प्रजातियां को बचा सकते हैं संरक्षित क्षेत्र
क्वींसलैंड विश्वविद्यालय के नेतृत्व वाली शोध टीम ने खुलासा किया है कि कई लुप्तप्राय स्तनपायी प्रजातियां संरक्षित क्षेत्रों पर निर्भर हैं। संरक्षित क्षेत्रों के ...
थाईलैंड में नई इलेक्ट्रिक ब्लू टारेंटयुला प्रजाति की खोज हुई
टारेंटयुला के चमकीले नीले रंग के पीछे का रहस्य नीले रंगद्रव्य की उपस्थिति नहीं है, बल्कि उनके बालों की अनूठी संरचना में है, जिसमें ...
फसल की पैदावार बनाए रखने के लिए मधुमक्खियों की कितनी और प्रजातियों की जरूरत होगी?
मधुमक्खी आबादी की विविधता फसल परागण को बनाए रखने के लिए जरूरी है, जो हम लोगों की खाद्य आपूर्ति के लिए महत्वपूर्ण है।
किन कार्यों से जैव विविधता को कितना हो सकता है खतरा, वैज्ञानिकों ने किया आकलन
अध्ययन में वैज्ञानिकों ने 'शेयर बाजार' के माध्यम से सभी प्रजातियों के मूल्य को औपचारिक रूप देने का प्रस्ताव पेश किया है, जिसे जैव ...
भारत में पेड़ों की 469 प्रजातियों पर मंडरा रहा है विलुप्त होने का खतरा
देश में पेड़ों की 2,603 प्रजातियों में से 18 फीसदी (469) पर विलुप्ति का खतरा मंडरा रहा है। वहीं वैश्विक स्तर पर केवल 41.5 ...
बेहतर कल के लिए सुधारने होंगे प्रकृति के साथ बिगड़ते रिश्ते: यूएन
यदि जैव विविधता को हो रहे नुकसान की बात करें तो पेड़ पौधों और जानवरों की अब तक ज्ञात 80 लाख लाख प्रजातियों में ...
दुनिया भर में विलुप्त हो रही नई प्रजातियों को बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग जरूरी : विशेषज्ञ
आने वाले दशकों में आगे की प्रजातियां विलुप्त हो सकती हैं। इसलिए, विलुप्त होने के खतरे को कम करना बहुत जरूरी है
38 डिग्री से अधिक तापमान रानी मधुमक्खी के लिए सही नहीं: रिसर्च
ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय और उत्तरी कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने मधुमक्खियों के प्रजनन पर बढ़ते तापमान के असर का अध्ययन किया है
दुनिया की 31 फीसदी ओक प्रजातियों पर मंडरा रहा है विलुप्त होने का खतरा
दुनिया भर में ओक की 31 फीसदी प्रजातियों पर विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है, जिसके लिए जलवायु परिवर्तन, कीटों, कृषि, जंगलों के ...
नए युग में धरती: वर्तमान और भूतकाल
एंथ्रोपोसीन की परिकल्पना अपने पथरीले जन्मस्थान से निकलकर सांस्कृतिक और राजनैतिक बहस के खुले आकाश का हिस्सा बन चुकी है
प्रकृति नहीं, इंसान की देन है बॉयलर चिकन
हमने बॉयलर चिकन के जीन को बदलकर उनके चयापचय को नियंत्रित करने वाले रिसेप्टर को म्यूटेट कर दिया है
कहां हुई पश्चिमी मधुमक्खियों की उत्पत्ति, एशिया क्यों है सबसे अधिक महत्वपूर्ण?
शोधकर्ताओं ने मधुमक्खी की मूल श्रेणी के 18 उप-प्रजातियों से 251 जीनोम सीकेंसिंग किए और इन आंकड़ों का उपयोग मधुमक्खियों की उत्पत्ति तथा इनके ...
ये हैं चित्रकूट के दशरथ मांझी
ये हैं भैयाराम यादव, जिन्होंने मृत जमीन को जिंदा कर 40 हजार से अधिक पेड़-पौधे लगा उन्हें वन क्षेत्र में तब्दील कर दिया है
इंसानों और पक्षियों की दोस्ती की मिसाल बना यह गांव
राजस्थान के जोधपुर जिले में फलौदी के पास बसे छोटे-से गांव खीचन में बने चुग्गा घर में देशी ही विदेशी पक्षी भी दाना चुगने ...
जलवायु परिवर्तन से बढ़ रही हैं पौधों की प्रजातियां!
पत्रिका 'करंट बायोलॉजी' में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि खासकर ठंडे इलाकों में पौधों की नई प्रजातियां मिल सकती हैं
झारखंड में मिली बिल खोदने वाले मेंढक की प्रजाति
यह स्पैरोथेका वंश की मेंढक प्रजाति है, जिसे पूर्वी भारत में (नेपाल की दो प्रजातियों को छोड़कर) पाया गया है।
साहित्य में पर्यावरण: सौंदर्य से महासंकट तक
साहित्य की प्रकृति और पर्यावरण के साथ जुड़ाव की परम्परा आधुनिक काल में छायावाद के कवियों में एक लम्बे अन्तराल के बाद प्रकट होती ...
50 फीसदी तक कम किया जा सकता है प्रजातियों के विलुप्ति का खतरा: शोध
पहली बार सामने आए एक अध्ययन में दावा किया गया है कि अगर भूमि का संरक्षण सही तरीके से किया जाए तो प्रजातियों के ...
झारखंड में बेमौत मर रहे हैं पक्षी, 15 दिन बाद पता चलेगा कारण
बीते एक महीने में झारखंड में कई जगहों पर पक्षियों की मौत हो रही है। खूंटी, लातेहार, पलामू, लोहरदगा सहित कई अन्य जिलों में ...
कौन हैं कल्याण सिंह रावत, जिन्हें दिया जाएगा पदमश्री
उत्तराखंड के कल्याण सिंह रावत को इस बार पदमश्री सम्मान देने का निर्णय लिया है। आइए, उनके बारे में जानते हैं
गुणों की वजह से खैर के पेड़ों पर वन माफिया की नजर, तेजी से सिमट रहा जंगल
देशभर से आए दिन खैर की लकड़ी तस्करी की खबरें आती रहती हैं। औषधीय गुण, कत्था बनाने और चमड़ा उद्योग में उपयोगिता के लिए ...
पतंगों के संसार में तीन नए नाम शामिल, भारत में की गई पहचान
बटरफ्लाई रिसर्च सेंटर के संस्थापक पीटर स्मेटाचेक बताते हैं कि भारत में तितली-कीट-पतंगों पर बहुत अधिक काम नहीं किया गया है। किसी नई प्रजाति ...
नए युग में धरती: क्या सतत विकास लक्ष्य आएंगे काम
जैव विविधता के लक्ष्यों से पिछड़ने का मतलब है, गरीबी, भुखमरी, स्वास्थ्य, पानी, शहरों, जलवायु, महासागर और भूमि से संबंधित लक्ष्यों में बाधा
उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग, 30 घटनाओं में 54 हजार का नुकसान
उत्तराखंड के जंगलों में आग लगने की घटनाएं शुरू हो गई हैं, लेकिन इन घटनाओं में होने वाले नुकसान के आंकलन पर सवाल उठ ...
दुनिया भर में पक्षियों की प्रजातियों में 48 फीसदी और भारत में 50 फीसदी की भारी गिरावट : रिपोर्ट
अध्ययन में कहा गया है कि दुनिया भर में मौजूदा पक्षी प्रजातियों में से लगभग 48 फीसदी आबादी गिरावट के दौर से गुजर रही ...