पारंपरिक ज्ञान के बिना जैव विविधता संरक्षण की बात बेमानी
हमें जंगलों एवं संरक्षित क्षेत्रों में जैव संसाधनों के साथ-साथ स्थानीय और स्वदेशी ज्ञान की रक्षा एवं विकास की भी जरूरत है
विलुप्ति के कगार पर पहुंच रही जंगली प्रजातियों को बचाने के लिए प्रयास नाकाफी: अध्ययन
वैज्ञानिकों के मुताबिक, मानव गतिविधि ने पृथ्वी को छठे स्थान पर धकेल दिया है, जहां प्रजातियां सामान्य से 100 से 1,000 गुना तेजी से ...
लोकसभा में पारित हुआ जैव विविधता (संशोधन) विधेयक 2022, किन बातों पर रहेगी नजर
सुनिश्चित करना होगा कि ये संशोधन भारत को कुनमिंग-मॉन्ट्रियल वैश्विक जैव विविधता फ्रेमवर्क के तहत निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करें
सूख रही है राजस्थान की धरोहर खेजड़ी
राजस्थान के राजकीय वृक्ष खेजड़ी की संख्या 30-35 वर्षों के दौरान घटकर आधी ही रह गई है। इसमें जलवायु परिवर्तन का बड़ा योगदान है
वैज्ञानिकों ने बनाई ‘पेपर चिप्स’, जंगल में आग के फैलने से पहले देगी चेतावनी
वैज्ञानिकों ने एक ऐसी नई पेपर आधारित चिप बनाई है, जो जंगल में आग के फैलने से पहले ही उसकी चेतावनी जारी कर देगी| ...
म्यांमार में मिलीं कस्टर्ड एप्पल परिवार की नई प्रजातियां
आर्टबोटॉयस पौधों की एक जाति है, जिसकी 100 से अधिक प्रजातियां है जो कस्टर्ड ऐप्पल परिवार (एनोनेसी) से संबंध रखते हैं
शोधकर्ताओं ने बनाया दुनिया भर में पाई जाने वाली मधुमक्खियों की प्रजातियों का पहला नक्शा
शोधकर्ताओं ने लगभग 60 लाख सार्वजनिक रिकॉर्ड के आधार पर पहचानी गई मधुमक्खी की प्रजातियों की पूर्ण वैश्विक चेकलिस्ट को मिलाकर मधुमक्खी विविधता का ...
तस्वीरों में देखें, धरती की सबसे बड़ी विलुप्तियां
धरती अब तक पांच बड़ी विलुप्तियों की गवाह बन चुकी है और छठी विलुप्ति का क्रम जारी है। धरती के इतिहास में सबसे बड़ी ...
परागण करने वाले कीटों की प्रजातियों के संरक्षण में किसाननिभा सकते हैं बेहतर भूमिका: अध्ययन
टीम ने यूरोप, मध्य अमेरिका, एशिया और ओशिनिया के ग्यारह देशों के 560 किसानों का साक्षात्कार लिया ताकि यह पता लगाया जा सके कि ...
जानिए क्यों हाथियों के कॉरिडोर का संरक्षण है जरूरी
वर्ष 2015 की हाथियों की गणना में ये बात सामने आई थी कि शिवालिक रिजर्व में रहने वाले तकरीबन 25 % हाथी संरक्षित क्षेत्र के बाहर रहते हैं।
ब्राजील में मिली विलुप्त होते स्क्रीच उल्लू की दो नई प्रजातियां
ब्राजील के अमेज़न और अटलांटिक वर्षावनों में स्क्रीच उल्लू की दो नई प्रजातियां मिली हैं जो विज्ञान के लिए बिलकुल नई हैं|
भारत में गधों की तेजी से घटती संख्या के पीछे चीन का हाथ तो नहीं?
गणना के मुताबिक, देश में गधों की कुल आबादी 2012 में 3.2 लाख थी, जो 2019 में घटकर 1.2 लाख रह गई
अगले 20 सालों में लुप्त हो जाएंगे 90 फीसदी कोरल रीफ्स
यदि ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन पर रोक नहीं लगायी गयी, तो सदी के अंत तक पूरी तरह विलुप्त हो जाएंगी यह खूबसूरत प्रवाल भित्तियां
यहां खुलेआम बिक रहे हैं साइबेरियन पक्षी
गंगा के तटीय इलाकों में हर साल कम से कम 50 हजार प्रवासी पक्षी शिकारियों की भेंट चढ़ जाते हैं
मिसाल: भोजपत्र के वृक्षों को नया जीवन दे रही है हर्षवंती
पहाड़ सा हौसला रखने वाली पर्वतारोही हर्षवंती बिष्ट ने इस वर्ष अगस्त के पहले हफ्ते में समुद्र तल से 3,775 मीटर ऊंचाई पर बसे ...
दक्षिण-पूर्व एशिया के जंगलों को बचाने में नाकाफी साबित हो रहे हैं संरक्षित क्षेत्र : अध्ययन
अध्ययन में कहा गया है कि दक्षिण-पूर्व एशिया में जिस दर से बिना संरक्षित क्षेत्रों में वनों का नुकसान हो रहा है लगभग वही ...
ऐसे 12 तरीके जिनसे पता चलता है कि एक्वाकल्चर पर्यावरण के लिए फायदेमंद है : शोध
एक्वाकल्चर का उपयोग दुनिया भर में कमजोर या लुप्तप्राय मछलियों की आबादी को बहाल करने के लिए किया जाता है
कैसे कूड़ा और सड़कें बनी लुप्तप्राय आर्कटिक लोमड़ी की जान के लिए आफत
ऊंचे पहाड़ों पर रहने वाले जानवरों की प्रजातियों के आवास, सड़कों के निर्माण के कारण लगातार कम और खत्म हो रहे हैं
खेती, शिकार, जलवायु परिवर्तन, वनविनाश के कारण खतरे में पड़ी सरीसृपों की 21 फीसदी प्रजातियां
रिसर्च के मुताबिक भारत, उपसहारा अफ्रीका और चीन के कुछ हिस्सों में सरीसृपों का होता शिकार उनके लिए सबसे बड़ा खतरा है
महासागरों से हर साल निकाली जा रही है छह अरब टन रेत, जैव विविधता को खतरा: संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, रेत निकालने वाले जहाजों का विशाल वैक्यूम, समुद्री तल को साफ कर देता है, जिससे समुद्री सूक्ष्म जीव गायब हो ...
अरुणाचल में मिली मेंढक की नई प्रजाति, नाम रखा गया 'पटकाई'
पटकाई ग्रीन ट्री फ्रॉग एक छोटी प्रजाति है जिसका आकार 23 से 26 मिलीमीटर है, इसका नाम ऐतिहासिक 'पटकाई' पहाड़ियों की श्रृंखला के नाम ...
खेती में अहम भूमिका निभाने वाली 'मोनार्क तितली' के आवास बढ़ाने से इनके संरक्षण में मिलेगी मदद
फसलों पर कीटनाशक के छिड़काव से मोनार्क कैटरपिलर के लिए खतरा बढ़ सकता है, जो विशेष रूप से मिल्कवीड के पौधों पर रहते हैं
सीबीडी कॉप-15: सबसे कम संरक्षित मूंगे की गहरी चट्टानों की रक्षा करने की तत्काल जरूरत
मूंगे की चट्टानें 30 मीटर से नीचे पाई जाती हैं जो जलवायु परिवर्तन के लचीलेपन, समुद्र के स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा के लिए आवश्यक ...
विश्व उष्णकटिबंधीय दिवस विशेष: 2050 तक दुनिया की अधिकांश आबादी इन इलाकों में रहेगी
उष्णकटिबंधीय इलाकों का दुनिया के कुल सतह क्षेत्र का 40 फीसदी हिस्सा है और यह दुनिया की लगभग 80 फीसदी जैव विविधता की मेजबानी ...
संयुक्त राष्ट्र ने अपनाई ऐतिहासिक "उच्च समुद्र" संधि, क्यों है महत्वपूर्ण?
संधि को 2030 तक दुनिया के महासागरों और भूमि के 30 प्रतिशत की रक्षा करने वाले देशों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है