अमेरिका में पैठ जमा रही है गरीबी, क्या हैं मायने
पूंजीवादी व्यवस्था में श्रमिकों से ज्यादा हासिल करने और मालिक जितना संभव हो उतना कम देने की कोशिश में हैं
चंपारण सत्याग्रह: किसानों के शांतिपूर्ण विद्रोह का प्रतीक
यह किसान आंदोलन कृषि के कंपनीकरण द्वारा किसानों के शोषण के स्वरूप, आंदोलन और आधे साल तक चले आंदोलन द्वारा मांगे मनवाने का प्रेरणा ...
बाजार से ही होगा वैश्विक तापमान की समस्या का समाधान
विलियम नॉर्डहॉस ने दिखाया है कि कैसे पूंजीवाद जलवायु परिवर्तन की चुनौती को बढ़ाने में सक्षम है। ठीक वैसे ही जैसे एकाधिकार, ओजोन क्षरण ...
असमानता पर गांधी के मन की बात
"मेरे अनुयायी लोगों से यह कभी नहीं कहते कि अंग्रेज या जनरल डायर बुरे हैं। वे बताते हैं कि ये लोग व्यवस्था के शिकार ...
कैसी होगी कोविड-19 के बाद दुनिया-4: राज्य समाजवाद या परस्पर सहयोग
अगर गहरी मंदी होती है और आपूर्ति शृंखलाएं बाधित होती हैं, तो मांग को इस तरह की कीन्सवादी नीतियों के बूते नहीं बचाया जा ...