दुनिया भर में हर साल सड़े-गले पेड़ों से 11 गीगाटन कार्बन निकलता है
अध्ययन के अनुसार सड़े-गले या मृत पेड़ों से होने वाला उत्सर्जन जीवाश्म ईंधन से होने वाले उत्सर्जन के लगभग 115 प्रतिशत के बराबर है
यहां जानिए आखिर क्यों दक्षिण पूर्व एशिया के पहाड़ों से निकल रहा है अत्यधिक ग्रीन हाउस गैस
ऊंचे पहाड़ों, तेज ढलानों पर जंगलों को तेजी से काटा जा रहा है, इन वनों में तराई की तुलना में कार्बन इकट्ठा करने की ...
बोरियल वनों में बने एरोसोल कण बादलों पर असर डालते हैं: अध्ययन
मिट्टी और पौधों से वाष्पित होने वाले पानी के साथ, इन एरोसोल कणों को निचली वायुमंडलीय सीमा की परत में बादलों में बदलाव करते ...
फाइटोप्लांकटन का तेजी से खिलना दे रहा जलवायु में भारी बदलाव का संकेत: अध्ययन
अध्ययन में पाया गया कि ओमा चक्रवात की वजह से फाइटोप्लांकटन का खिलना एक अनोखी घटना थी, जो एक ही स्थान पर हर 1500 ...
कॉप-26 के लिए एजेंडा: शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य कैसे करें हासिल
ग्लासगो में दुनिया को 2030 तक विकसित देशों को कार्बन उत्सर्जन में शून्य तक पहुंचने की योजनाओं और लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए ...
मिट्टी में कार्बन जमा करने की दर औसतन तीन गुना अधिक होती है : शोध
शोध में पाया गया कि कृषि प्रबंधन और गहरी मिट्टी की परतों वाले क्षेत्रों में खनिज से जुड़े कार्बन की सबसे ज्यादा कमी होती ...
ग्लोबल वार्मिंग: महासागरों के सर्वाधिक जैवविविधता सम्पन्न 70 फीसदी क्षेत्रों में संकट में है समुद्री जीवन
वैज्ञानिकों का दावा है महासागरों में सबसे जैव विविध क्षेत्रों के 70 फीसदी से ज्यादा हिस्से में मौजूद समुद्री जीवन खतरे में है, जिसके ...
मृदा प्रदूषण की वजह से खतरे में हैं स्वास्थ्य, खाद्यान्न उत्पादन और पर्यावरण: रिपोर्ट
मिट्टी पर बढ़ते दबाव के लिए लिए अनियंत्रित तरीके से बढ़ रही औद्योगिक गतिविधियां, कृषि, खनन और शहरी प्रदूषण मुख्य रूप से जिम्मेवार हैं
क्या होता है जलवायु परिवर्तन? आइए जानते हैं इससे जुड़े कुछ रोचक तथ्य
बदलती जलवायु न केवल इंसानों पर असर डाल रही है इससे अन्य पेड़-पौधों और जीव-जंतुओं पर भी असर पड़ रहा है
जलवायु परिवर्तन और सूखे से मंडरा रहा है दुनियाभर के वेटलैंड्स पर खतरा
1.21 करोड़ वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर फैले इन वेटलैंड्स से हर वर्ष करीब 27,57,93,336 करोड़ रुपए (37.8 ट्रिलियन डॉलर) का लाभ होता है
आज की तुलना में 14 फीसदी अधिक हो सकती हैं धरती पर पेड़ों की प्रजातियां, लेकिन...
पृथ्वी पर वृक्ष प्रजातियों की कुल संख्या का अनुमान 73,274 है, जिसका अर्थ है कि लगभग 9,200 वृक्ष प्रजातियों की अभी भी खोज की ...
पहले के मुकाबले 29 फीसदी कम काटे जा रहे हैं जंगल फिर भी क्यों चिंतित हैं वैज्ञानिक
रिपोर्ट के अनुसार सबसे ज्यादा नुकसान उष्णकटिबंधीय जंगलों को हुआ है जो इन 18 वर्षों में लगभग यूरोप जितना वन क्षेत्र खो चुके हैं, ...
सबसे ज्यादा ग्रीनहाउस गैस अवशोषित करते हैं तटीय पारिस्थितिकी तंत्र: शोध
वैज्ञानिकों ने सबसे अधिक तटीय ग्रीनहाउस गैस का अवशोषण दक्षिण पूर्व एशिया में पाया, क्योंकि इसके अधिकांश हिस्से उष्णकटिबंधीय तटीय आर्द्रभूमि से सीओ2 को ...
वनों की बहाली में नजरअंदाज नहीं की जा सकती छोटे-बड़े पक्षियों और जानवरों की भूमिका
बीजों को बिखेर कर पक्षी और जानवर उजड़े हुए जंगलों में पेड़-पौधों की विविधता को फिर से कायम करने में मदद करते हैं
विश्व मैंग्रोव दिवस: 2030 तक मैंग्रोव कवर को 20 फीसदी तक बढ़ाने का है लक्ष्य
मैंग्रोव, ऐसा पेड़ है, जो खारे या अर्धखारे पानी में उगता है और मैंग्रोव वन, अन्य जंगलों की तुलना में वातावरण से पांच गुना ...
जलवायु में बदलाव के चलते ध्रुवीय महासागरों की खाद्य प्रणालियों पर मंडराया खतरा: अध्ययन
जलवायु परिवर्तन ध्रुवीय समुद्री बर्फ और पानी के तापमान को खतरनाक तरीके से बदल रहा है, जो शैवालों से लेकर व्हेल, पेंगुइन और सील ...
बढ़ती इंसानी महत्वकांक्षा की भेंट चढ़ गए 34 लाख वर्ग किलोमीटर में फैले वेटलैंड, भारत में भी आई कमी
320 वर्षों में यूरोप, अमेरिका और चीन में करीब आधे वेटलैंड्स खत्म हो गए हैं, जबकि भारत, यूके, आयरलैंड और जर्मनी के कुछ हिस्सों ...
लॉकडाउन के बावजूद 2020 में शिखर पर पहुंचा ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन
2020 में कार्बन डाइऑक्साइड का वैश्विक औसत स्तर 413.2 भाग प्रति मिलियन दर्ज किया गया था, जोकि पूर्व-औद्योगिक स्तर से करीब 149 फीसदी ज्यादा था
बायोप्लास्टिक से लग सकती है ग्रीनहाउस गैस पर लगाम, शोधकर्ताओं ने सुझाए समाधान
2050 तक, वर्तमान में ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए उपयोग किए जाने वाले बायोमास का 13 फीसदी प्लास्टिक के लिए कच्चे माल के रूप ...
उष्णकटिबंधीय इलाकों में जंगलों के काटे जाने से बारिश में कमी और फसल उपज घटी
शोध टीम का कहना है कि एक फीसदी बारिश कम होने के कारण फसल की पैदावार में औसतन 0.5 फीसदी की गिरावट आई
वृक्षों के आवरण में वृद्धि से 100 करोड़ हेक्टेयर क्षेत्र में बढ़ सकती है कृषि उत्पादकता: एफएओ रिपोर्ट
स्वस्थ ग्रह के बिना हम मजबूत अर्थव्यवस्था तैयार नहीं कर सकते। ऐसे में हमें सिर्फ दोहन ही नहीं, संरक्षण पर भी ध्यान देना होगा
उष्णकटिबंधीय जंगलों को काट कर ताड़ के पेड़ लगाना ठीक नहीं: अध्ययन
शोधकर्ताओं ने बोर्नियो में तेल के लिए किए जा रहे ताड़ के वृक्षारोपण तथा काटे गए पुराने जंगलों से 248 कशेरुक प्रजातियों की आबादी ...
कैसे बहाल होंगें जंगल, जब पांच वर्षों से ज्यादा नहीं जीते दोबारा उगाए आधे उष्णकटिबंधीय पेड़
वन बहाली के प्रयास में लगाए करीब 44 फीसदी पेड़ पांच वर्ष से ज्यादा जीवित नहीं रहते हैं। ऐसे में वन बहाली के प्रयास ...
कृषि उपज से संबंधित चीजों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से बढ़ रहा है तीन-चौथाई उत्सर्जन
अध्ययन के मुताबिक दुनिया की लगभग 22 फीसदी फसल और चारागाह 1 अरब हेक्टेयर का उपयोग विदेशी उपभोक्ताओं के लिए उत्पादों की खेती के ...
जलवायु परिवर्तन और मानव गतिविधियों के चलते कार्बन सिंक से कार्बन उत्सर्जक बनते जा रहे हैं जंगल
विश्व धरोहर स्थलों में 257 वन क्षेत्रों को शुमार किया गया है जो 6.9 करोड़ हेक्टेयर क्षेत्र में फैले हुए हैं। यह हर साल ...