ग्रीन स्कूल अवार्ड 2018 - एक मुलाकात चेंज मेकर्स के साथ
सीएसई का ग्रीन स्कूल कार्यक्रम देशभर के छात्रों के पर्यावरणीय गतिविधियों का लेखाजोखा है। ये गतिविधियां स्कूली छात्रों व शिक्षकों द्वारा की जाती हैं
न समस्या मानेंगे, न हल निकलेगा
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट द्वारा आयोजित अनिल अग्रवाल डायलॉग में पर्यावरण विषय पर न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर के व्याख्यान के अंश -
एसओई इन फिगर्स 2023: हर रोज 30 किसान व खेतिहर मजदूर कर रहे आत्महत्या
किसानों की आय को दोगुना करने के केंद्र के वादे के बावजूद आत्महत्या करने वाले किसानों की संख्या पांच वर्षों में सबसे अधिक है
कर्नाटक के 78 प्रतिशत, दिल्ली के 73 प्रतिशत जल निकाय इस्तेमाल में नहीं
एसओई इन फिगर्स 2023 के मुताबिक शहरी भारत में हर चार जल निकायों में से लगभग एक उपयोग में नहीं है। इसी तरह ग्रामीण ...
पर्यावरण की चुनौती से संकट तो बढ़ा, लेकिन समावेश का अवसर भी मिला
सेंटर फॉर साइंस एनवायरमेंट (सीएसई) को 2018 को इंदिरा शांति पुरस्कार दिया गया। इस मौके पर सीएसई की महानिदेशक सुनीता नारायण द्वारा दिया गया ...
मील का पत्थर साबित होगा फूड लेवलिंग कानून: सीएसई
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट ने भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के खाद्य सुरक्षा एवं मानक (लेवलिंग एंड डिस्प्ले) विनियमनों 2019 मसौदे ...
रंग आधारित पोषण सम्बन्धी लेबल और चेतावनियां स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से बेहतर खरीदारी को दे सकती हैं बढ़ावा
शोध से पता चला है कि वस्तुओं पर पोषण सम्बन्धी रंग आधारित लेबल और चेतावनियां स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से बेहतर खरीदारी को बढ़ावा दे ...
एसओई इन फिगर्स 2023 : हिमालयी राज्यों में वन संसाधनों का दोहन बड़े पैमाने पर
एसओई रिपोर्ट 2023 में बताया गया है कि देश के 19 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में टिंबर परितंत्र का मूल्य घटा है। जबकि 17 ...
एसओई इन फिगर्स 2023: लंपी से 1.86 लाख पशुओं की मौत, राजस्थान में सबसे ज्यादा प्रभाव दिखा
लंपी त्वचा रोग ने अगस्त 2019 में सबसे पहले ओडिशा में दस्तक दी थी। इसके बाद महज 16 महीनों में यह देखते ही देखते ...
एसओई इन फिगर्स 2023: पर्यावरण संरक्षण में अव्वल रहा तेलंगाना, दूसरे नंबर पर गुजरात
तेलंगाना ने वन आवरण में अच्छी प्रगति की है और नगरीय अपशिष्ट उपचार के मामले में शीर्ष राज्यों में बना हुआ है
बीमा कंपनियों द्वारा 83 फीसदी किसानों की फसल बीमा के दावों का निपटारा नहीं
योजनाओं पर करीब से नजर डालने से पता चलता है कि महत्वाकांक्षी योजनाएं व्यथित किसानों को बहुत मदद नहीं करती हैं
क्या होता है एंटीबायोटिक रेसिस्टेन्स (एएमआर), कितना खतरा है हमें इससे?
एंटीबायोटिक रेसिस्टेन्स की वजह से हर साल करीब सात लाख लोगों की जान जा रही है। इसके बावजूद लोग इसके बारे में बहुत कम ...
शहर पर खर्च हो रहा है डीएमएफ का पैसा
खनन प्रभावित लोगों की बजाय फ्लाइओवर पर खर्च किया जा रहा है डीएमएफ का पैसा
विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर सीएसई ने जारी की “स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट 2023 इन फिगर्स” रिपोर्ट
इस साल की रिपोर्ट का मुख्य आकर्षण चार मापदंडों- पर्यावरण, कृषि, स्वास्थ्य और आधारभूत संरचना पर भारत के राज्यों की रैंकिंग है
दिल्ली में लू: क्या आग में घी डालने का काम कर रहे हैं एयरकंडीशनर
लू के महीनों में बिजली की आधी से ज्यादा मांग के लिए ऑफिसों, दुकानों और घरों में लगने वाले एसी को जिम्मेदार ठहराया जा ...
संसद में आज: देश में प्रवासी और भूमिहीन किसानों की संख्या की जानकारी नहीं
साल 2022-23 में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए 667.34 करोड़ रुपये की राशि निर्धारित की गई है
उत्सर्जन के मानक को 2022 तक पूरा नहीं कर पाएंगे 70% पावर प्लांट: सीएसई
सीएसई का कहना है कि चूंकि केंद्र सरकार द्वारा कोयला खनन को बढ़ावा दिया जा रहा है, इसलिए यह अध्ययन करना जरूरी हो गया ...
एसओई इन फिगर्स 2022: 71 फीसदी भारतीयों की पहुंच से बाहर है सेहतमंद आहार
देश की एक बड़ी आबादी अभी भी पोषक आहार से दूर है। देखा जाए तो भारत में खान-पान से जुड़ी बीमारियां हर साल 17 ...
सीएसई की रिपोर्ट: देश में जैविक खादों और जैव- उर्वरकों की हालत खराब
पूरे देश में घटिया गुणवत्ता के साथ-साथ नकली जैविक खादें और जैविक उर्वरकों के उत्पाद व्यापक रूप से उपलब्ध हैं
क्या जैविक खेती से बदल सकती है भारत के किसानों की तकदीर?
जैविक और प्राकृतिक खेती पर हुए वैज्ञानिक अध्ययन साफ बताते हैं कि इस पद्धति को अपनाकर उपज बढ़ाई जा सकती है और लागत में ...
दिल्ली की सर्दी में कम हुआ स्मॉग, स्थानीय प्रदूषण बढ़ा रहा मुश्किलें
लॉकडाउन के बाद दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण की सर्दी का विश्लेषण बेहद खास था। सीएसई के इस विश्लेषण ने स्थानीय प्रदूषण की समस्या को ...
हम अपने शहरों, घरों का निर्माण किस तरह करें कि गर्मी का असर कम से कम हो
सीएसई के मुताबिक गर्मियों के दौरान उत्तरी मैदानी इलाकों के शहर रात में ठंडे हो जाते थे, लेकिन आजकल यहां भी रातों में गर्मी ...
एनसीएपी शहरों में केवल दस फीसदी में ही एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग
सीएसई ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत आने वाले शहरों में केवल 10 प्रतिशत शहरों में ही वायु प्रदूषण निगरानी ...
सर्दियों में भी बढ़ा दक्षिण भारत के राज्यों में वायु प्रदूषण का स्तर: सीएसई
अनुकूल मौसम के बावजूद अब दक्षिण भारतीय राज्यों में वायु प्रदूषण के स्तर में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है