'महामारी' बन चुका है यूरोप में मोटापा, करीब 60 फीसदी वयस्क बन चुके हैं शिकार
क्या आप जानते हैं कि खराब जीवनशैली और खानपान पर ध्यान न देने के कारण होने वाली यह समस्या 13 तरह के कैंसर की ...
तय मानकों से अधिक पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं 50 फीसदी थर्मल पावर प्लांट: सीएसई
2017 से पहले के थर्मल प्लांट को 3.5 क्यूबिक मीटर प्रति मेगावाट और 2017 के बाद के प्लांट को 3 क्यूबिक मीटर पानी की ...
विशाखापट्टनम गैस लीक: लापरवाही बरती तो फिर हो सकता है हादसा: पर्यावरण मंत्रालय
मंत्रालय के अनुसार एलजी पॉलिमर प्लांट में बाकी बची स्टाइरीन मोनोमर को 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे के तापमान पर रखना जरुरी है, ताकि ...
डब्ल्यूएचओ के मानकों से 78 फीसदी ज्यादा नमक खा रहे भारतीय पुरुष: आईसीएमआर स्टडी
आईसीएमआर और एम्स, दिल्ली के शोधकर्ताओं द्वारा की गई रिसर्च से पता चला है कि एक औसत भारतीय तय मानकों से 60 फीसदी ज्यादा ...
लॉकडाउन के बाद एक बार फिर दमघोंटू हो रही है पश्चिम बंगाल, बिहार और ओडिशा में हवा: सीएसई
रिपोर्ट के मुताबिक पूर्वी भारत में शहरों को वायु गुणवत्ता मानकों को हासिल करने के लिए अपने पीएम 2.5 के वार्षिक औसत स्तर में 50 फीसदी तक की ...
वर्ल्ड बैंक ने भारत में जूनोटिक बीमारियों की रोकथाम के लिए 675 करोड़ रुपए के कर्ज को दी मंजूरी
मनुष्यों में 60 फीसदी से अधिक संक्रामक रोग जूनोटिक हैं, जो हर साल 33 लाख लोगों की जान ले रही हैं। वहीं जलवायु परिवर्तन ...
जलवायु परिवर्तन से जंग की आड़ में वैश्विक व्यापार में असमानता को बढ़ा रहे विकसित देश: सीएसई
जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई की आड़ में अमेरिका और यूरोपियन यूनियन जैसी दुनिया की सबसे बड़ी महाशक्तियां मुक्त व्यापार का दामन छोड़ रही ...
पराली, पटाखों और बदलते मौसम के बीच कैसे रहेगा दिल्ली-एनसीआर में हवा का हाल
क्या वायु प्रदूषण में गिरावट का जो सिलसिला महामारी के दौरान शुरू हुआ था, वो इन सर्दियों में भी जारी रहेगा, यह एक बड़ा ...
गर्मियों में उत्तर भारत में सबसे ज्यादा जहरीली थी हवा, दिल्ली-एनसीआर रहा हॉटस्पॉट: सीएसई
01 मार्च से 31 मई के बीच राजस्थान के भिवाड़ी शहर में पीएम2.5 का स्तर सबसे ज्यादा बदतर था, जोकि औसत रूप से 134 ...
राजस्थान के बड़े शहरों के साथ कस्बों में बढ़ा वायु प्रदूषण, सीएसई का नया विश्लेषण
राजस्थान के शहरों में पार्टिकुलेट पोल्यूशन (कण प्रदूषण) लगातार बढ़ रहा है। नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और ओजोन के स्तर में वृद्धि हो रही है
बॉन जलवायु सम्मेलन में मुख्य रूप से वित्तीय मामलों पर किया जाए ध्यान केंद्रित: सीएसई
ग्लोबल साउथ के देशों का ध्यान ऊर्जा क्षेत्र में बदलावों को अपनाने के लिए रियायती वित्त की कमी पर केंद्रित होना चाहिए
महाराष्ट्र और गुजरात में पिछले चार वर्षों में सबसे ज्यादा प्रदूषित रही इस बार की सर्दियां: सीएसई
सीएसई द्वारा जारी रिपोर्ट में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए तत्काल व्यापक पैमाने पर बहु-क्षेत्रीय कार्य योजना को लागू करने की मांग ...