जलवायु अनुकूलन के लिए जरूरी जन-भागीदारी
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), इंदौर और आईआईटी, गुवाहाटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह बात उभरकर आई है।
बढ़ते तापमान से बिगड़ता कॉफी का जायका, घटती पैदावार के बीच बढ़ी कीमतें
दुनिया में कॉफी की खेती कर रहे 2.5 करोड़ किसानों में से 80 से 90 फीसदी छोटे और सीमान्त किसान हैं, जो जलवायु में ...
2021 में डाउन टू अर्थ में प्रकाशित इन 10 स्टोरीज से समझें, कितना बड़ा संकट बन गया है जलवायु परिवर्तन
2021 में जलवायु परिवर्तन का असर साफ-साफ दिखाई दिया। इन घटनाओं और अध्ययनों को डाउन टू अर्थ ने विस्तार से प्रकाशित किया। साल के ...
जीवन भर में संजोए म्यूटेशन्स को अपने बच्चों को दे सकते हैं प्रवाल
यह पहला मौका है जब वैज्ञानिकों को इस बात के सबूत मिले है कि कोरल अपने जीवनकाल में आए शारीरिक म्यूटेशन्स को अपने बच्चों ...
चार गुना ज्यादा तेजी से हो रहा है कई प्रजातियों का विकास, वैज्ञानिकों ने किया खुलासा
प्रजातियों की आनुवंशिक विभिन्नताओं के विश्लेषण से पता चला है कि दुनिया में कई प्रजातियों का विकास अनुमान से चार गुना ज्यादा तेजी से ...
चीटियों को जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के काबिल बनाता है उनका सामाजिक व्यवहार
दुनिया भर में चीटियों की करीब 17,000 से ज्यादा प्रजातियां ज्ञात हैं। जो अंटार्कटिका को छोड़कर लगभग सभी महाद्वीपों पर पाई जाती हैं
खतरे में खाद्य उत्पादन, बढ़ते तापमान से भारत में 73 फीसदी तक घट सकती है किसानों की श्रम उत्पादकता
एक अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन में पाया गया कि बढ़ते तापमान से पहले ही भारतीय किसान अपनी क्षमता से 23 फीसदी कम काम कर पा रहे ...
क्या अगले एक दशक में 'बर्फ मुक्त' हो जाएगा आर्कटिक, जल्द होने वाला है बड़ा बदलाव
वैज्ञानिकों का दावा है कि अगले एक दशक से भी कम वक्त में आर्कटिक क्षेत्र पहली बार 'बर्फ मुक्त' हो सकता है, इसका मतलब ...
जलवायु संकट: बढ़ते तापमान से बदल रहा तितलियों का रंग-रूप
एक नए अध्ययन से पता चला है कि बढ़ते तापमान से तितलियों के रंग-रूप पर असर पड़ रहा है, जो उन्हें पहले से कम ...
क्या सच में 25 करोड़ वर्षों में बढ़ती गर्मी से धरती पर मिट जाएगा इंसानों का अस्तित्व
इस दौरान पृथ्वी की क्रस्ट पर टेक्टोनिक गतिविधियां बेहद बढ़ जाएंगी और सभी महाद्वीप आपस में मिलकर एक सुपरकॉन्टिनेंट 'पैंजिया अल्टिमा' को जन्म देंगे
क्या जलवायु में आते बदलावों का सामना कर सकते हैं शुतुरमुर्ग, जानिए क्या कहती है रिसर्च
रिसर्च से पता चला है कि तापमान में आते बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव के चलते मादा शुतुरमुर्ग 40 फीसदी तक कम अंडे दे सकती है
अस्पताल में क्यों बढ़ रही है हाइपोनेट्रेमिया मरीजों की संख्या, क्या है हाइपोनेट्रेमिया
हाइपोनेट्रेमिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें रक्त में मौजूद सोडियम का स्तर असामान्य रूप से कम हो जाता है, जिसकी वजह से मृत्यु भी ...
जलवायु रोकथाम के लिए अपने योगदान को बढ़ा चढ़ा कर पेश कर रहे हैं अमीर देश
दुनिया भर के तमाम विकसित देशों और संस्थानों ने 146,000 करोड़ रुपए को गलत तरीके से क्लाइमेट अडॉप्टेशन फण्ड का हिस्सा बताया है, जबकि ...
कॉफी: अमीर होती कंपनियां, गरीब होते किसान
कॉफी से होने वाली आय का 90 फीसदी से ज्यादा हिस्सा बड़ी कंपनियों की जेब में चला जाता है
जलवायु संग्रहालय बदल रहा है लोगों की सोच, क्यों हैं खास?
संग्रहालय आमजन को कला कृतियों के माध्यम से जलवायु परिवर्तन के खतरों के बारे में जागरुक कर रहा है
क्या जंगल में फैलती आग को रोकने में मददगार साबित हो सकती है केले के पेड़ों की बाड़
जलवायु में आते बदलावों और बढ़ते तापमान के साथ जंगल में लगने वाली आग की आशंका भी कहीं अधिक प्रबल होती जा रही है
जलवायु संकट: प्राकृतिक बर्फ को तरस जाएंगे यूरोप के 98 फीसदी स्की रिसॉर्ट
रिसर्च से पता चला है कि तापमान में चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के साथ यूरोप के करीब 98 फीसदी स्की रिसॉर्ट प्राकृतिक बर्फ ...
बदलती जलवायु में खुद को ढालने के लिए अतीत की यादों का उपयोग करते हैं पौधे
जलवायु परिवर्तन के अनुकूल होने के लिए पौधे अपनी 'एपिजेनेटिक मेमोरी' का उपयोग करते हैं। हैरानी की बात है कि वो अपनी इन यादों ...
क्या जूनोटिक रोगों का हॉटस्पॉट बन सकता है भारत?
अध्ययन में कहा गया है कि कम से कम 10 हजार वायरस प्रजातियों के लोगों को संक्रमित करने के आसार हैं
गर्म होती जलवायु के चलते जानवरों का बदल रहा है आकार: अध्ययन
ऑस्ट्रेलियाई तोते की कई प्रजातियों में 1871 के बाद से बिल के आकार में औसतन 4 से 10 फीसदी की वृद्धि देखी गई है।
जलवायु परिवर्तन के चलते समय से पहले और कमजोर पैदा हो रही हैं शार्क मछलियां
तापमान बढ़ने से शार्क भ्रूण का विकास बहुत तेजी से हो रहा है जिस वजह से शार्क के बच्चे समय से पहले ही जन्म ...
जलवायु परिवर्तन के निशाने पर एवोकाडो, उपयुक्त क्षेत्रों में 41 फीसदी की गिरावट का अंदेशा
आशंका है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से 2050 तक दुनिया में एवोकाडो की खेती के सबसे उपयुक्त क्षेत्रों में 41 फीसदी तक की ...
जलवायु परिवर्तन के साथ हिमालय में सिकुड़ रहा भौंरों का आवास
जलवायु परिवर्तन के चलते 2050 तक, हिमालय क्षेत्र में भौंरों की 75 फीसदी से अधिक प्रजातियां उपयुक्त आवास क्षेत्रों में गिरावट का सामना करने ...
जलवायु के खिलाफ जंग में सामने आया ग्रीस, पास किया पहला क्लाइमेट लॉ
ग्रीस का यह पहला क्लाइमेट लॉ, 2028 तक सभी कोयला आधारित बिजली संयंत्रों को बंद करने की बात करता है
गायब होते नीम, जामुन, महुआ: भारत में बढ़ती महत्वाकांक्षा ने पांच साल में खेतों से निगल लिए 53 लाख छायादार पेड़
पांच वर्षों में भारतीय खेतों से नीम, जामुन, महुआ, कटहल जैसे 53 लाख छायादार पेड़ अब गायब हो चुके हैं, जिनके लिए कहीं न ...