जलवायु परिवर्तन के लिए निजी क्षेत्र को जवाबदेह बनाना जरूरी
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए मौलिक रणनीतियां अपनाने का वक्त आ गया है
जलवायु आपातकाल, कॉप-25: राजनेताओं के सामने करने होंगे प्रदर्शन और जलवायु सम्मेलन
जलवायु बहुपक्षीयता कमजोर है, लेकिन सम्मेलन से जिम्मेदारी को तय करने में मदद मिलेगी
डाउन टू अर्थ खास: कितनी सफल रही महाराष्ट्र की जलवायु अनुकूलन खेती?
महाराष्ट्र की जलवायु-अनुकूल कृषि परियोजना के तहत अधिकांश धनराशि राज्य के कुछ खास जिलों और कार्यों पर ही खर्च की गई है
'नेताओं की निष्क्रियता ने विरोध के लिए किया मजबूर', कॉप28 में विरोध के बाद 12 वर्षीय मणिपुरी कार्यकर्ता ने साझा की कहानी
मणिपुर की इस 12 वर्षीय जलवायु कार्यकर्ता का कहना है कि चरम मौसमी घटनाओं के व्यक्तिगत अनुभवों और शिक्षकों ने उन्हें कार्रवाई के लिए ...
विश्व मौसम संगठन ने की अल नीनो के आगाज की घोषणा, भारत में भी मॉनसून पर रहेगी नजर
अनुमान है कि अल नीनो की यह घटना भारत में मॉनसून पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है
कॉप28 में जीवाश्म ईंधन की भूमिका पर तो दिया गया ध्यान, लेकिन इक्विटी को कर दिया नजरअंदाज: सीएसई
सीएसई का कहना है कि कॉप28 में जीवाश्म ईंधन की भूमिका पर तो ध्यान दिया गया, लेकिन इक्विटी के मुद्दे को पूरी तरह नजरअंदाज ...
जलवायु परिवर्तन: सब पैसे का खेल है!
जलवायु वित्त की राशि उन देशों को नहीं मिलती, जिन्हें उसकी सबसे अधिक जरूरत है। यह पैसा वहां जाता है, जहां पैसा बनाने का ...
दशक पर एक नजर: जलवायु पतन के लिए किया जाएगा याद
21वीं शताब्दी के दूसरे दशक के शुरुआत में जलवायु परिवर्तन रोकने को कोशिशों से दुनिया ने अपना कदम पीछे खींच लिया
कैसे हो रहा है ग्रीनहाउस गैसों से जलवायु परिवर्तन, वैज्ञानिकों ने बनाया पूर्वानुमान लगाने का उपकरण
1880 से पृथ्वी के तापमान में 1.9 डिग्री फारेनहाइट की वृद्धि हुई है और इसके लगातार बढ़ते रहने का पूर्वानुमान लगाया गया है
जलवायु आपातकाल, कॉप-25: प्रदूषण फैलाने वाले देश नहीं कर पाए कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल
जी20 में शामिल देश दुनिया के कार्बन उत्सर्जन में 78 फीसदी योगदान देते हैं, लेकिन केवल 6 देश ऐसे हैं, जो पेरिस जलवायु समझौते ...
दशक पर एक नजर: अतिशय मौसम की घटनाएं बढ़ीं
नई सदी के दूसरे दशक पर श्रृंखला की अगली कड़ी में पढ़ें, जलवायु परिवर्तन को अब जलवायु आपातकाल की संज्ञा दे दी गई है
जलवायु परिवर्तन: संकट को नकारने की गुंजाइश खत्म
अब समय आ चुका है जब हम अपने पूर्वाग्रहों से बाहर निकलें और कुछ न करने के बहाने ढूंढना बंद करें
अक्षय ऊर्जा की बदौलत ऊर्जा क्षेत्र को हुआ 43 लाख करोड़ रूपए का फायदा
नई रिपोर्ट के मुताबिक अक्षय ऊर्जा तापमान में होती वृद्धि को 1.5° सेल्सियस पर सीमित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है
जलवायु परिवर्तन को लेकर पार्टियों का सम्मेलन या कांफ्रेंस ऑफ पार्टीज (कॉप) क्या है?
जलवायु परिवर्तन को लेकर होने वाला सम्मेलन कॉप-26, अक्टूबर 31 से 12 नवंबर 2021 के बीच ग्लासगो, यूके में आयोजित होने वाला है
जलवायु आपातकाल, कॉप-25: दुनिया के लिए वर्ष 2020 अहम क्यों है?
इसी वर्ष दुनिया के तमाम देश ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन को कम करने के लिए दूसरे चरण के राष्ट्रीय लक्ष्य घोषित करेंगे
बिल्डिंग सेक्टर से जुड़ी 44 फीसदी कंपनियों ने अब तक तय नहीं किए उत्सर्जन कम करने के लक्ष्य
बिल्डिंग सेक्टर से जुड़ी 44 फीसदी कंपनियों ने अपने उत्सर्जन में कमी करने के लिए लक्ष्य निर्धारित नहीं किए हैं। वहीं इस क्षेत्र में ...
आईपीसीसी की छठी आकलन रिपोर्ट के सबक: बाद में फायदेमंद होंगे आज महंगे लग रहे उत्सर्जन कम करने के तरीके
यह रिपोर्ट ऊर्जा, भवन, यातायात, भूमि और औद्योगिक क्षेत्रों में अपनाए जाने वाले उन उपायों की विस्तृत सूची पेश करती है, जिनसे उत्सर्जन में ...
20 से 30 सालों में टिपिंग प्वाइंट तक पहुंच जाएगा पृथ्वी का तापमान: अध्ययन
यह वैश्विक स्तर पर लिए गए आंकड़ों के आधार पर प्रकाश संश्लेषण के लिए तापमान की सीमा का पता लगाने वाला पहला अध्ययन है
क्या पेरिस समझौते पर अमेरिका करेगा वापसी
अमेरिका के चुनावी परिणाम से बाइडन या ट्रंप ही नहीं जीतेंगे या हारेंगे बल्कि यह चुनाव दुनिया के सबसे बड़े मुद्दे के जीतने या ...
पर्यावरण मंत्री ने जारी की डाउन टू अर्थ की स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट 2022 रिपोर्ट
‘हमने देश में लंबे समय तक के लिए बुनियादी ढांचे का निर्माण किया है और अब हम देश के गरीबों के लिए संसाधनों के ...
कॉप-26: ग्लासगो की सड़कों पर उतर कर युवाओं ने की जलवायु कार्रवाई की मांग
ग्लासगो में चल रहे कॉप-26 के पांचवे दिन युवाओं ने सड़कों पर उतर कर जलवायु न्याय की मांग की
पर्यावरण बचाने के लिए सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों से संतुष्ट हैं 77 फीसदी भारतीय
भारत में करीब 77 फीसदी लोग सरकार द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए किये जा रहे कार्यों से संतुष्ट हैं। जबकि केवल 20 फीसदी ने ...
गल रहा है आर्कटिक पर्माफ्रोस्ट, वायुमंडल में मिल रही है 14 करोड़ टन कार्बन और 53 लाख टन मीथेन
शोधकर्ताओं ने समुद्री इलाके की मिट्टी की सतह से अतीत और वर्तमान में कार्बन भंडार के आकार का अनुमान लगाया है, इससे यह पता ...
जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक-2021 में भारत एक पायदान फिसला
क्लाइमेट चेंज परफॉरमेंस इंडेक्स में भारत को इस बार अक्षय ऊर्जा श्रेणी के तहत 57 में से (7.89 अंकों के साथ) 27 वें स्थान ...
इतिहास का छठा सबसे गर्म वर्ष था 2021, एनओएए ने की पुष्टि
एनओएए के अनुसार 2021 का वार्षिक औसत तापमान 20वीं सदी के औसत तापमान से 0.84 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया है