इस बार और गर्म होने वाली हैं आर्कटिक की सर्दियां
जलवायु में आ रहे परिवर्तन के चलते कहीं तेजी से बदल रहा है मौसम, पूर्वानुमान है कि 2019-2020 में आर्कटिक की सर्दियां औसत से अधिक ...
मुंबई जैसे शहरों में बसे 30 करोड़ लोगों पर खतरा, बढ़ रहा है समुद्र का जल स्तर
वैज्ञानिकों के नए अध्ययन में कहा गया है कि 2050 तक समुद्र तट के किनारे बसे लगभग 30 करोड़ पर आफत आ सकती है, ...
वैज्ञानिकों ने बताए ग्लोबल वार्मिंग का लक्ष्य हासिल करने के तरीके, एक तिहाई उत्सर्जन हो सकता खत्म
एक अध्ययन में कहा गया है कि विकसित देश खाना बर्बाद करना छोड़ दें और विकासशील देश जंगलों की कटाई छोड़ दें तो 2050 ...
मसूरी में बनेगा हिमालयन ड्राफ्ट, जानें क्या होंगी खास बातें
जून में साइंस एडवांसेस रिसर्ज जनरल में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक यदि इसी रफ्तार से हिमालयी ग्लेशियर पिघलते रहे तो समूचे एशिया में जल ...
गर्मी की अधिकता से 8 करोड़ नौकरियों पर खतरा!
आईएलओ की नई रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्विक तापमान में वृद्धि के चलते जिस तरह गर्मी बढ़ रही है, उससे 2030 में 8 करोड़ नौकरियों के ...
गर्म होती जलवायु के चलते जानवरों का बदल रहा है आकार: अध्ययन
ऑस्ट्रेलियाई तोते की कई प्रजातियों में 1871 के बाद से बिल के आकार में औसतन 4 से 10 फीसदी की वृद्धि देखी गई है।
गर्म होते पानी से मछली के आकार पर पड़ रहा है अप्रत्याशित असर: अध्ययन
ग्लोबल वार्मिंग के कारण मछली जैसे जीव कम उम्र में तेजी से बढ़ेंगे लेकिन वयस्कों के रूप में उनका आकार छोटा होगा और मृत्यु ...
नई संरचना तिब्बती पठार के पर्माफ्रोस्ट को गलने से बचा सकती है
जलवायु परिवर्तन की वजह से बढ़ते तापमान ने पर्माफ्रोस्ट की गर्मी को बढ़ा दिया है जिसके कारण पर्माफ्रोस्ट में गिरावट देखी जा रही है।
बढ़ते तापमान के कारण समय से पहले उड़ान भर रही हैं भौंरा रानियां, परागण होगा कम
शोध के आंकड़ों से पता चलता है कि अधिक खेती वाले इलाकों में भौंरों की पहली उड़ान अब एक सदी पहले की तुलना में ...
तापमान के बढ़ने से कम दलदली जमीन से होता है अधिक कार्बन उत्सर्जन
खारे दलदल के आंकड़ों की समीक्षा करने पर पाया गया कि तापमान में वृद्धि की वजह से कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में भारी वृद्धि होती ...
142 वर्षों के इतिहास में चौथा सबसे गर्म रहा नवंबर 2021 का महीना
एनसीईआई द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक इस वर्ष नवंबर का औसत तापमान सामान्य से करीब 0.91 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया है
आर्कटिक में बर्फबारी पर हावी हो सकती है बारिश: अध्ययन
आर्कटिक दुनिया मैं बाकी जगहों की तुलना में बहुत तेजी से गर्म हो रहा है, जो कि समुद्री बर्फ को पिघला रहा है और ...
बढ़ते तापमान के कारण लद्दाख की जांस्कर घाटी में पीछे हट रहे हैं ग्लेशियर
अध्ययन से पता चलता है कि हवा के तापमान में निरंतर वृद्धि के कारण ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं
गंगा बेसिन में 20,685 हेक्टेयर क्षेत्र में हैं फैली 4,707 हिमनद झीलें
जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जारी एटलस के मुताबिक, गंगा बेसिन में मौजूद 4,707 हिमनद झीलों में से सबसे ज्यादा 2,437 कोसी बेसिन में हैं। ...
टिपिंग प्वाइंट पार कर सकते हैं अंटार्कटिका के ग्लेशियर: शोध
एक बार टिपिंग प्वाइंट पार होने पर, पूरे वेस्ट अंटार्कटिक के बर्फ की चादर पिघल सकती है, जो दुनिया भर में समुद्र स्तर को ...
आर्कटिक के गर्म होने से आ सकते हैं विनाशकारी भूकंप: अध्ययन
वैज्ञानिक ने अनुमान लगाया कि अचानक तापमान में बदलाव भू-गर्भकालीन कारकों को बढ़ा देता है, जिससे विनाशकारी भूकंप आने के आसार बढ़ जाते हैं।
डॉल्फिन की त्वचा के 70 फीसदी हिस्से में हुआ रोग, जलवायु परिवर्तन है जिम्मेवार
इस अध्ययन में पहली बार ताजे पानी वाली बॉटलनोज़ डॉल्फ़िन की त्वचा की बीमारी के बारे में विस्तार से बताया गया है।
ग्लोबल वार्मिंग के कारण उष्णकटिबंधीय वनों की मिट्टी से हो रहा है कार्बन डाइऑक्साइड का रिसाव
उष्णकटिबंधीय वनों की मिट्टी में सीओ2 की एक छोटी सी वृद्धि भी वैश्विक जलवायु के परिणामों के साथ वायुमंडलीय सीओ2 सांद्रता पर बड़ा प्रभाव ...
किसी भी एक दिन के मौसम से पता चल जाएगा जलवायु परिवर्तन का असर
जलवायु शोधकर्ताओं का कहना है कि जलवायु और मौसम एक समान नहीं है। जलवायु वह है जिसका प्रभाव लंबे समय बाद दिखता है, जबकि ...
जानिए, क्या है मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल, जिसने धरती को गर्म होने से रोका?
ओजोन परत को नष्ट करने वाले क्लोरोफ्लोरोकार्बन (सीएफसी) को रोकने के लिए 1987 में एक अंतर्राष्ट्रीय समझौता किया गया था, जिसे मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल कहा ...
ग्लोबल वार्मिंग में भारत का योगदान बहुत कम: पीएम
संयुक्त राष्ट्र जनरल असेंबली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पर्यावरण के प्रति भारत की प्रतिबद्धता दोहराई
2019 का हर महीना बना रहा रिकॉर्ड, चार सबसे गर्म महीने
दुनिया भर में मानव जनित जलवायु परिर्वतन का असर दिख रहा है। 2019 में दुनिया के अलग-अलग भू-भाग पर पारे की चढ़त और गिरावट ...
एसी का इस्तेमाल कम नहीं किया गया तो बिगड़ सकते हैं हालात
सीएसई ने आठ साल के बिजली खपत के आंकड़ों का अध्ययन करने के बाद कई महत्वपूर्ण तथ्यों का खुलासा किया है, जो दर्शाता है ...
विश्व पर्यावरण दिवस विशेष: एक और सामूहिक विलुप्ति से कितनी दूर है धरती?
वैज्ञानिकों का कहना है कि हम एंथ्रोपोसीन में हैं और मानव गतिविधियों ने धरती के वजूद को संकट में डाल दिया है
उष्णकटिबंधीय तूफानों से पिघल रही है अंटार्कटिका की बर्फ: अध्ययन
विपरीत वायु प्रसार, आंधी और मौसम के पैटर्न के कारण होते हैं, जो कि मध्य उष्णकटिबंधीय प्रशांत क्षेत्र के वातावरण में गर्म हवा के ...