जाने कैसे 24 वर्षों में साकार हो सकता है भारत का ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने का सपना
ऊर्जा क्षेत्र में यह आत्मनिर्भरता पर्यावरण के साथ-साथ उपभोक्ताओं के लिए भी फायदेमंद होगी, इससे 2047 तक उपभोक्ताओं को 205.8 लाख करोड़ रुपए का ...
बढ़ती इंसानी महत्वकांक्षा की भेंट चढ़ गए 34 लाख वर्ग किलोमीटर में फैले वेटलैंड, भारत में भी आई कमी
320 वर्षों में यूरोप, अमेरिका और चीन में करीब आधे वेटलैंड्स खत्म हो गए हैं, जबकि भारत, यूके, आयरलैंड और जर्मनी के कुछ हिस्सों ...
संसद में आज:भारी बारिश और प्राकृतिक आपदाओं के चलते फसलों को हुआ भारी नुकसान
देश में 15 से 49 वर्ष आयु वर्ग की 52.2 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं को एनीमिया होने का अनुमान है।
कॉप-26: नेट जीरो उत्सर्जन लक्ष्य तक पहुंचने के लिए वैज्ञानिकों ने दिए सुझाव
नेट जीरो हासिल करने के समाधानों में कार्बन उत्सर्जन से बनने वाली बिजली पर रोक तथा अक्षय ऊर्जा का उपयोग करना। भूमि उपयोग में ...
अनाज, फल, दाल और सब्जियों की तुलना में दोगुने उत्सर्जन के लिए जिम्मेवार हैं मांस और डेयरी उत्पाद
वैज्ञानिकों के अनुसार खाद्य उत्पादन के चलते हर साल होने वाले 1,731.8 करोड़ मीट्रिक टन उत्सर्जन के 57 फीसदी हिस्से के लिए मांस और ...
2022 की शुरुआत से ही दिखने लगा जलवायु परिवर्तन का असर, इतिहास की छठवीं सबसे गर्म रही जनवरी
एनसीईआई की रिपोर्ट के अनुसार जनवरी 2022 का औसत तापमान बीसवीं सदी के औसत तापमान से 0.89 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था
बारिश के पैटर्न में आते बदलावों से 2040 तक गंगा के निचले इलाकों में पड़ सकती है सूखे की मार
रिसर्च से पता चला है कि 2040 तक इस क्षेत्र में होने वाली औसत मासिक वर्षा में सात से 11 मिलीमीटर प्रतिदिन की उल्लेखनीय ...
जलवायु परिवर्तन के चलते खतरे में बाल अधिकार, संयुक्त राष्ट्र समिति ने जारी किए नए दिशानिर्देश
संयुक्त राष्ट्र बाल अधिकार समिति का कहना है कि जलवायु संकट के मामलों में बच्चों की आवाज सुनी जानी चाहिए
कैसे बहाल होंगें जंगल, जब पांच वर्षों से ज्यादा नहीं जीते दोबारा उगाए आधे उष्णकटिबंधीय पेड़
वन बहाली के प्रयास में लगाए करीब 44 फीसदी पेड़ पांच वर्ष से ज्यादा जीवित नहीं रहते हैं। ऐसे में वन बहाली के प्रयास ...
कॉप 27 प्रेसीडेंसी ने ड्राफ्ट पेपर किया जारी, हानि और क्षति सुविधा के गठन को किया प्रस्तावित
कॉप 27 के अध्यक्ष ने प्रस्तावित किया है कि फंडिंग के विवरण को कॉप 28 के दौरान अंतिम रूप दिया जाएगा, जोकि 2023 में ...
जलवायु इतिहास का नया रिकॉर्ड, पांचवा सबसे गर्म रहा इस साल का सितंबर महीना
पिछले 453 महीनों में कोई भी महीना ऐसा नहीं रहा जब तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया हो। यह स्पष्ट तौर पर बदलती ...
वृक्षों के आवरण में वृद्धि से 100 करोड़ हेक्टेयर क्षेत्र में बढ़ सकती है कृषि उत्पादकता: एफएओ रिपोर्ट
स्वस्थ ग्रह के बिना हम मजबूत अर्थव्यवस्था तैयार नहीं कर सकते। ऐसे में हमें सिर्फ दोहन ही नहीं, संरक्षण पर भी ध्यान देना होगा
कैसे उत्सर्जन मुक्त हो सकती है खेती-किसानी, वैज्ञानिकों ने तैयार किया खाका
कृषि जो न केवल बढ़ते उत्सर्जन के लिए जिम्मेवार है, साथ ही जलवायु परिवर्तन का दंश झेलने वालों में भी अग्रिम पंक्ति में है
इस बार साल की शुरुआत में ही हीटवेव ने दी दस्तक, 11 से अधिक राज्यों में लू का प्रकोप जारी
18 अप्रैल, 2023 को 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया
जलवायु लक्ष्यों को पाने के लिए थर्मल पावर संयंत्रों को पांच गुणा तेजी से करना होगा बंद
जलवायु लक्ष्यों को हासिल करने के लिए दुनिया को हर वर्ष औसतन 117 गीगावाट क्षमता के थर्मल पावर संयंत्रों को रिटायर करने की जरूरत ...
संयुक्त राष्ट्र 2023 जल सम्मेलन: जल संकट से निपटने के लिए 700 से ज्यादा प्रतिबद्धताओं के साथ हुआ सम्मेलन का समापन
इस कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय और ऑनलाइन करीब 10,000 प्रतिभागियों ने भाग लिया
विश्व दलहन दिवस: जलवायु परिवर्तन को कम करने में महत्वपूर्ण योगदान देती है दालें
दालें अत्यधिक पानी कुशल हैं, एक किलो दाल के उत्पादन के लिए 1250 लीटर पानी की जरूरत होती है, जबकि एक किलो बीफ के लिए ...
2021 में भारत से लेकर दक्षिण सूडान तक दुनिया भर के देशों को जलवायु परिवर्तन की चुकानी पड़ी भारी कीमत
14 से 19 मई को भारत में आए चक्रवाती तूफान 'तौकते' से जहां 11,243 करोड़ रुपए का आर्थिक नुकसान हुआ था। वहीं 25 से ...
जलवायु परिवर्तन के चलते 10 वर्षों में 24 फीसदी तक घट जाएगी मक्के की पैदावार
नासा का अनुमान है कि जलवायु परिवर्तन के चलते 2030 तक जहां एक तरफ मक्के की पैदावार 24 फीसदी तक गिर जाएगी वहीं गेहूं ...
2.6 डिग्री बढ़ा तापमान तो भारतीय अर्थव्यवस्था को हो सकता है सालाना 27 फीसदी का नुकसान
वहीं 2050 तक जलवायु परिवर्तन के चलते जी7 देशों की अर्थव्यवस्था को सालाना 8.5 फीसदी का नुकसान होने का अनुमान है, जोकि कोविड-19 से करीब दोगुना है
बाइडेन - जलवायु शिखर सम्मेलन: ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन में कटौती को फिर तैयार हुई दुनिया
सभी बड़े प्रदूषक देश जलवायु लक्ष्य हासिल करने को प्रतिबद्ध दिखाई दिए।
जलवायु कूटनीति का सार
जलवायु परिवर्तन वार्ता का लक्ष्य “न कोई हारे, न कोई जीते” होना चाहिए लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है
2030 तक विकसित देशों को जीवाश्म ईंधन से करना होगा किनारा, कमजोर देशों को है मदद की दरकार
अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपियन यूनियन, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने उत्सर्जन में जितनी कटौती का जिक्र अपने एनडीसी में किया है उन्हें निष्पक्ष रहने के लिए ...
क्या है क्लाइमेट इंजीनियरिंग? कैसे करती है काम और क्यों इसको लेकर जारी है बहस
क्या आप जानते है कि जलवायु समाधान के रूप में पेश की जा रही क्लाइमेट इंजीनियरिंग क्या है और यह कैसे काम करती है?
अप्रैल 2024 तक बना रहेगा अल नीनो, तापमान और चरम मौसमी घटनाओं में वृद्धि की आशंका
विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने आशंका जताई है कि मौजूदा अल नीनो की घटना के प्रबल होने से बाढ़, लू और सूखा जैसी चरम ...