इंसानी लालच का शिकार हुआ दुनिया का 84 फीसदी तटीय क्षेत्र, केवल 16 फीसदी रह गया है अनछुआ
इंसानी प्रभाव का आलम यह है कि उसने संरक्षित क्षेत्रों को भी नहीं बक्शा है। अनुमान है कि करीब 43.3 फीसदी तटीय संरक्षित क्षेत्र ...
भारत में 2022 में आंधी-तूफान, वज्रपात ने ली 1200 जानें, बाढ़ से 34,528 करोड़ का नुकसान: डब्ल्यूएमओ
2022 के दौरान एशिया में 80 से ज्यादा आपदाएं आई, इनमें करीब 83 फीसदी बाढ़ और तूफान की घटनाएं थी। इन घटनाओं में पांच ...
क्या क्लाइमेट इक्विटी के नजरिए से उचित है लग्जरी चीजों पर ज्यादा कार्बन टैक्स
रिसर्च से पता चला है कि वस्तुओं और सेवाओं पर उद्देश्य के आधार पर लगाया अलग-अलग कार्बन टैक्स, वैश्विक उत्सर्जन को छह फीसदी तक ...
30 फीसदी उत्सर्जन सोखने की क्षमता वाले जंगल भी हुए जलवायु परिवर्तन का शिकार
अध्ययन में पाया गया कि जिस तेजी से जलवायु परिवर्तन का प्रभाव बढ़ रहा है, उस तेजी से जंगल कार्बन सोखने की अपनी क्षमता ...
15 सालों में शहरी यातायात के उत्सर्जन में 22 फीसदी की कटौती संभव है, कैसे यहां जानें
गणना मॉडल में राजनीतिक इच्छा शक्ति से लेकर हर शहर के लिए सबसे बड़े जलवायु संरक्षण प्रभाव वाली चीजों को शामिल किया गय, जिसके ...
कोयले से स्वच्छ ऊर्जा की ओर शिफ्ट होने से भारत को हर साल होगा 1.6 लाख करोड़ का फायदा
भारत ने 2030 तक अपनी पवन और सौर ऊर्जा क्षमता में 420 गीगावॉट का इजाफा करने का लक्ष्य रखा है
दुनिया भर के कुछ इलाकों को रहने के लिए खतरनाक बना रहा है जलवायु परिवर्तन
2100 तक खतरनाक इलाकों से निकलने में 10 फीसदी तक की कमी आ सकती है, इसमें सबसे खराब परिदृश्यों के तहत 35 फीसदी तक ...
क्या ग्रीनलैंड के भालू बदलती जलवायु का मुकाबला बेहतर तरीके से कर रहे हैं?
ग्रीनलैंड के ये भालू अन्य आर्कटिक भालुओं की तुलना में पतले होते हैं, जिनमें मादाओं का वजन लगभग 185 किलोग्राम होता है, जबकि उत्तरी ...
इतिहास में पहली बार मीथेन में दर्ज की गई रिकॉर्ड बढ़ोतरी, सीओ2 में भी आया ऐतिहासिक उछाल
वातावरण में मौजूद मीथेन का स्तर 2021 में बढ़कर औसत 1,895.7 पार्टस प्रति बिलियन पर पहुंच गया था, जोकि औद्योगिक काल से पहले की ...
दुनिया के ये देश हंगर हॉटस्पॉट घोषित, लोगों के सामने भूखों मरने की नौबत खड़ी हुई
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) और खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) ने हंगर हॉटस्पॉट रिपोर्ट जारी की
कॉप-26: कोविड-19 के दौरान विकासशील देशों में जलवायु वित्त में गिरावट आई
महामारी से संबंधित व्यय और आय में कमी होने से देशों को जलवायु-संबंधित कई क्षेत्रों के लिए धन में कटौती करनी पड़ी
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए देशी ज्ञान की है अहम भूमिका
समुदाय आधारित पारिस्थितिक कैलेंडर बनाने से जलवायु परिवर्तन की स्थिति में स्थानीय स्तर पर इससे निपटने की क्षमता का विकास होगा
पेड़ पौधों पर हर साल खर्च करने होंगे 2 बिलियन डॉलर: अध्ययन
शोधकर्ताओं ने अनुमान लगाया कि 2055 तक 0.6 गीगाटन कार्बन डाइऑक्साइड को रोकने के लिए प्रति वर्ष 2 बिलियन डॉलर का खर्च आएगा।
जलवायु और वायु गुणवत्ता नियमों को न किया गया मजबूत तो बढ़ सकता है ओजोन संबंधी मौतों का आंकड़ा
दुनिया भर में ओजोन प्रदूषण हर साल 365,000 जिंदगियां को लील रहा है। इसमें से 46 फीसदी मौतें केवल भारत में हो रहीं हैं
व्यापार से संबंधित रणनीतियों से जलवायु संकट पर काबू पाया जा सकता है: अध्ययन
इंडोनेशिया भारत की तुलना में लगभग दो डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म है, दोनों देशों के बीच तापमान में एक डिग्री का अंतर होने से ...
जलवायु संकट-5: क्या जलवायु परिवर्तन के टिपिंग प्वाइंट्स तक पहुंच चुके हैं हम?
धरती की जलवायु और इसके पारिस्थितिक तंत्र को समझने के लिए वैज्ञानिक “टिपिंग प्वाइंट” की पड़ताल कर रहे हैं। वे जानना चाहते हैं कि ...
कहां हुई चूक: हिमाचल में वृक्षारोपण से न जंगलों में हुआ इजाफा, न लोगों को मिला फायदा
हिमाचल प्रदेश में जंगलों को बढ़ाने के लिए दशकों से चलाए जा रहे वृक्षारोपण कार्यक्रमों से न तो वहां के जंगलों में कोई खास ...
वनों के सर्वश्रेष्ठ संरक्षक हैं आदिवासी: एफएओ
आदिवासी लोग क्षेत्र में 32 से 38 करोड़ हेक्टेयर जंगल की सुरक्षा करते हैं, बदले में जंगल लगभग 3,400 करोड़ मीट्रिक टन कार्बन स्टोर ...
तापमान के 1 डिग्री बढ़ने से लोगों के विस्थापित होने के खतरे में 50 फीसदी की होगी वृद्धि
इस सदी के अंत तक नदी की बाढ़ से विस्थापित होने वाले लोगों का विश्व स्तर पर औसत खतरा दोगुना, 110 फीसदी होने का ...
इतिहास का दूसरा सबसे गर्म रहा मार्च 2023, औसत से 1.24 डिग्री सेल्सियस ज्यादा हुआ तापमान
दिन प्रतिदिन बढ़ता तापमान इस बात का सबूत है कि हमारी धरती बड़ी तेजी से गर्म हो रही है, जिसपर अभी ध्यान न दिया ...
खोखले निकले सरकारों के वादे, जलवायु प्रतिबद्धताओं के बावजूद 2022 में भी जारी रहा ग्रीनहाउस गैसों के बढ़ने का सिलसिला
कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर में ही लगातार ग्याहरवें वर्ष दो पीपीएम से ज्यादा की वृद्धि हुई है। इसी तरह मीथेन और नाइट्रस ऑक्साइड में ...
जलवायु परिवर्तन का असर: मुंबई में औसतन 5.18 मिलीमीटर की दर से हर साल बढ़ रही है बारिश
मुंबई के इन इलाकों में सिर्फ बारिश ही नहीं बढ़ रही है। साथ ही भारी और अत्यधिक भारी बारिश की घटनाओं में भी वृद्धि ...
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए 43 फीसदी शहरों के पास नहीं है कोई योजना
812 शहरों पर किए इस सर्वेक्षण में से 93 फीसदी ने माना वो किसी न किसी रूप में जलवायु परिवर्तन से जुड़े खतरों को ...
अपेक्षा से कहीं ज्यादा कठिन है ग्लेशियरों के लिए ग्लोबल वार्मिंग से उबरना
शोध से पता चला है कि बढ़ते तापमान के चलते हर साल ग्लेशियरों से पहले के मुकाबले 30 फीसदी ज्यादा बर्फ पिघल रही है
कम करके नहीं आंकी जा सकती वन संरक्षण में वनवासियों और देशी समुदायों की भूमिका
ब्राजील में पिछले 30 वर्षों में 6.9 करोड़ हेक्टेयर क्षेत्र में फैली स्थानीय वनस्पति खत्म हो चुकी है, जिसका केवल 1.6 फीसदी हिस्सा स्वदेशी समुदायों के अधिकार में था