कहां हुई चूक: हिमाचल में वृक्षारोपण से न जंगलों में हुआ इजाफा, न लोगों को मिला फायदा
हिमाचल प्रदेश में जंगलों को बढ़ाने के लिए दशकों से चलाए जा रहे वृक्षारोपण कार्यक्रमों से न तो वहां के जंगलों में कोई खास ...
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए 43 फीसदी शहरों के पास नहीं है कोई योजना
812 शहरों पर किए इस सर्वेक्षण में से 93 फीसदी ने माना वो किसी न किसी रूप में जलवायु परिवर्तन से जुड़े खतरों को ...
वनों के सर्वश्रेष्ठ संरक्षक हैं आदिवासी: एफएओ
आदिवासी लोग क्षेत्र में 32 से 38 करोड़ हेक्टेयर जंगल की सुरक्षा करते हैं, बदले में जंगल लगभग 3,400 करोड़ मीट्रिक टन कार्बन स्टोर ...
तापमान के 1 डिग्री बढ़ने से लोगों के विस्थापित होने के खतरे में 50 फीसदी की होगी वृद्धि
इस सदी के अंत तक नदी की बाढ़ से विस्थापित होने वाले लोगों का विश्व स्तर पर औसत खतरा दोगुना, 110 फीसदी होने का ...
चार प्राकृतिक तरीकों से कम किया जा सकता है जलवायु में बदलाव, कौन से हैं वो तरीके?
अध्ययन में कहा गया है कि जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्रकृति-आधारित जलवायु समाधान महत्वपूर्ण हैं, यह अध्ययन प्रकृति के चार प्रमुख ...
क्या 2500 तक हम अपनी ही पृथ्वी के लिए बन जाएंगे एलियन?
अनुमान है कि तापमान में हो रही बेतहाशा वृद्धि एक तरफ जहां अमेजन को बंजर बना देगी। वहीं भारत और अमेरिका के कुछ हिस्से ...
9 से 18 मीटर तक गिर सकता है झीलों का जल स्तर
बढ़ते तापमान के कारण, सदी के दौरान कैस्पियन सागर का सतही क्षेत्र 23 से 34 फीसदी तक सिकुड़ जाएगा, इसकी वजह से जैव विविधता ...
जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक-2021 में भारत एक पायदान फिसला
क्लाइमेट चेंज परफॉरमेंस इंडेक्स में भारत को इस बार अक्षय ऊर्जा श्रेणी के तहत 57 में से (7.89 अंकों के साथ) 27 वें स्थान ...
6,000 से अधिक छोटे पंखों और हल्के रंग की तितलियों को जलवायु परिवर्तन से सबसे अधिक खतरा
शोधकर्ताओं का मानना है कि शोध की मदद से उन प्रजातियों की पहचान करने में मदद मिल सकती है जिनका अस्तित्व जलवायु परिवर्तन के ...
नुकसान की दर में गिरावट के बावजूद दो दशक में नष्ट हो गए 677,000 हेक्टेयर में फैले मैन्ग्रोव: एफएओ
मैंग्रोव, पृथ्वी पर सबसे अधिक कार्बन-समृद्ध पारिस्थितिक तंत्रों में से एक हैं, जो दुनिया भर में अपने बायोमास और मिट्टी में करीब 6.23 गीगाटन ...
दुनिया में हर मिनट नष्ट हो रहे 21.1 हेक्टेयर में फैले जंगल
2021 में उष्णकटिबंधीय प्राथमिक वनों को जो नुकसान पहुंचा है, उसके कारण 250 करोड़ टन कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन हुआ है जोकि भारत के ...
जलवायु इतिहास का एक और रिकॉर्ड, 2022 में सातवीं सबसे गर्म फरवरी
इस वर्ष फरवरी 2022 का औसत तापमान 20वीं सदी के औसत तापमान से 0.81 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था, जबकि फरवरी 2016 में तापमान 1.26 ...
चरम मौसम की घटनाओं से निपटने के लिए केवल शहरी हरियाली पर्याप्त नहीं
वैज्ञानिकों ने बताया है कि केवल शहरी हरियाली ही जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाली चरम मौसम की घटनाओं से निपटने के लिए काफी ...
इतिहास का छठा सबसे गर्म वर्ष था 2021, एनओएए ने की पुष्टि
एनओएए के अनुसार 2021 का वार्षिक औसत तापमान 20वीं सदी के औसत तापमान से 0.84 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया है
सूखा ‘लू’ को बढ़ाता है, नमी की कमी से ‘लू’ घातक नहीं होती है: शोध
सूखी जमीन से वाष्पीकरण कम होता है और हवा में नमी कम हो जाती है, नमी में गर्मी के प्रभाव को बढ़ाने वाला असर ...
प्लास्टिक प्रदूषण से निजात के लिए ओटावा पर टिकी निगाहें, क्या बन पाएगी सभी मुद्दों पर सहमति
प्लास्टिक प्रदूषण को लेकर ऐतिहासिक संधि पर चर्चा के लिए दुनिया भर के नेता कनाडा की राजधानी ओटावा में एकजुट हो चुके हैं। इस ...
कश्मीर के पीर पंजाल में सिकुड़ रहे 122 ग्लेशियर, पैदा हो सकते हैं कई अनचाहे खतरे
रिसर्च से पता चला है कि जो ग्लेशियर क्षेत्र 1980 में करीब 25.7 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला था, वो 2020 में घटकर महज ...
स्टील और सीमेंट क्षेत्र से होने वाले उत्सर्जन को बिना कीमत बढ़ाए किया जा सकता है कम
विश्लेषण में यह भी सामने आया है कि कीमतों में वृद्धि किए बिना भी स्टील उत्सर्जन को 25 फीसदी और सीमेंट क्षेत्र से होने ...
अगले पांच वर्षों में भारत की अक्षय ऊर्जा उत्पादन क्षमता में हो सकता है 86 फीसदी का इजाफा
अनुमान है कि वैश्विक स्तर पर 2026 तक अक्षय ऊर्जा उत्पादन क्षमता 4,800 गीगावाट पर पहुंच जाएगी
कॉप-26 का हासिल: चूक गए एक बड़ा अवसर
ग्लासगो में संपंन कॉप-26 क्या वैश्विक तापमान को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने में मदद करेगा?
भारत में आधे से अधिक फसलों की किस्मों पर मंडराया विलुप्त होने का खतरा: अध्ययन
अध्ययन में पता चला है कि भारत के मध्य और पश्चिमी क्षेत्रों में उगाई जाने वाली किस्मों में एक महत्वपूर्ण विविधता पाई जाती है, ...
कॉप-26: पृथ्वी को बचा लो, ग्रेटा और उसकी साथियों ने की विश्व नेताओं से अपील
ग्रेटा थनबर्ग ने तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस का लक्ष्य हासिल, जीवाश्म ईंधन पर निवेश रोकने और विकासशील देशों को 100 अरब डाॅलर देने की ...
जरूरत से ज्यादा कोयला बिजली क्षमता विकसित कर रहा है भारत: रिपोर्ट
विश्लेषण के मुताबिक निर्माणाधीन आठ गीगावॉट से अधिक कोयला क्षमता के निर्माण की आवश्यकता नहीं है। इसी तरह 34.9 गीगावॉट क्षमता जिसके निर्माण की ...
एफएओ ने जारी किया नया एक्शन प्लान, कृषि से जुड़ी जलवायु रणनीति करेगा तैयार
कार्य योजना को एफएओ ने अपनी महत्वाकांक्षी रणनीति के समर्थन के लिए जारी किया है, जिसे कृषि क्षेत्र में जलवायु से जुड़ी चुनौतियों से ...
जलवायु परिवर्तन के साथ बदल रहा मॉनसून का मिजाज, पश्चिमी भारत में बढ़ रहे हैं बारिश के आंकड़े
अध्ययन के अनुसार जहां पश्चिमी भारत में मॉनसूनी बारिश में वृद्धि हुई है, वहीं पूर्वोत्तर में इसमें उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है