भारत में आधे से अधिक फसलों की किस्मों पर मंडराया विलुप्त होने का खतरा: अध्ययन
अध्ययन में पता चला है कि भारत के मध्य और पश्चिमी क्षेत्रों में उगाई जाने वाली किस्मों में एक महत्वपूर्ण विविधता पाई जाती है, ...
भारत में उगने वाली फसलों पर जलवायु परिवर्तन का दिखेगा भारी असर, करने होंगे ये उपाय
शोधकर्ताओं ने 60 वर्षों के आंकड़ों का उपयोग यह जांचने के लिए किया कि लंबी अवधि तक मौसम में बदलाव से धान, मक्का और ...
क्या जंगल में लगने वाली आग के चलते भारत में घट सकता है सौर ऊर्जा उत्पादन
शोध के मुताबिक बादलों और वातावरण में मौजूद एरोसोल के साथ-साथ जंगल में लगने वाली आग भी सौर ऊर्जा उत्पादन को कम करने में ...
चैंपियंस ऑफ द अर्थ लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजे गए सर डेविड एटनबरो
सर डेविड एटनबरो को यह पुरस्कार, पर्यावरण संरक्षण और उसकी बहाली के प्रति उनके जीवनभर के समर्पण को देखते हुए दिया गया है
कॉप-26: पृथ्वी को बचा लो, ग्रेटा और उसकी साथियों ने की विश्व नेताओं से अपील
ग्रेटा थनबर्ग ने तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस का लक्ष्य हासिल, जीवाश्म ईंधन पर निवेश रोकने और विकासशील देशों को 100 अरब डाॅलर देने की ...
जरूरत से ज्यादा कोयला बिजली क्षमता विकसित कर रहा है भारत: रिपोर्ट
विश्लेषण के मुताबिक निर्माणाधीन आठ गीगावॉट से अधिक कोयला क्षमता के निर्माण की आवश्यकता नहीं है। इसी तरह 34.9 गीगावॉट क्षमता जिसके निर्माण की ...
एफएओ ने जारी किया नया एक्शन प्लान, कृषि से जुड़ी जलवायु रणनीति करेगा तैयार
कार्य योजना को एफएओ ने अपनी महत्वाकांक्षी रणनीति के समर्थन के लिए जारी किया है, जिसे कृषि क्षेत्र में जलवायु से जुड़ी चुनौतियों से ...
जलवायु परिवर्तन के साथ बदल रहा मॉनसून का मिजाज, पश्चिमी भारत में बढ़ रहे हैं बारिश के आंकड़े
अध्ययन के अनुसार जहां पश्चिमी भारत में मॉनसूनी बारिश में वृद्धि हुई है, वहीं पूर्वोत्तर में इसमें उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है
जलवायु आपदाओं का साल रहा 2022, भारत-चीन-पाकिस्तान सहित कई देशों को हुआ भारी नुकसान
रिपोर्ट के मुताबिक 14 जून से सितंबर के बीच मानसून में पाकिस्तान में आई भीषण बाढ़ में 1,739 लोगों की मौत हो गई थी, ...
अक्षय ऊर्जा: एक साल में 7 लाख नए रोजगार हुए पैदा, 1.3 करोड़ लोगों की जीविका का है साधन
वैश्विक स्तर पर पिछले 12 महीनों में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में रोजगार के 7 लाख नए अवसर पैदा हुए हैं। इस तरह इस क्षेत्र ...
क्या जलवायु परिवर्तन से निपटने में मददगार हो सकता है प्रोपेन
2050 तक करीब 250 करोड़ लोगों के पास एयर कंडीशनर होंगे, वहीं भारत में अगले 28 वर्षों में एयर कंडीशनरों की मांग में करीब ...
मिट्टी में कार्बन जमा करने की दर औसतन तीन गुना अधिक होती है : शोध
शोध में पाया गया कि कृषि प्रबंधन और गहरी मिट्टी की परतों वाले क्षेत्रों में खनिज से जुड़े कार्बन की सबसे ज्यादा कमी होती ...
फसल उत्पादन बढ़ाने और जलवायु परिवर्तन के अनुरूप ढलने के लिए मिट्टी की गुणवत्ता अहम: अध्ययन
मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार से फसल उत्पादन में जलवायु परिवर्तन के चलते होने वाली कमी को 20 फीसदी तक कम किया जा सकता ...
एक व्यक्ति की मृत्यु के लिए जिम्मेवार है 35 भारतीयों द्वारा किया जा रहा उत्सर्जन
वहीं यदि अमेरिका की बात करें तो औसतन 3.5 अमेरिकी नागरिक अपने जीवन भर में इतना कार्बन उत्सर्जित करते हैं, जो एक व्यक्ति की ...
बाढ़ और सूखा जैसी आपदाओं के चलते भारत सहित दुनिया में बढ़ रही हैं हिंसक घटनाएं
भारत में जलवायु से जुडी आपदाओं के चलते सबसे ज्यादा हिंसक संघर्षों के मामले सामने आये हैं
विनाश की राह पर मानवता: धरती से हर मिनट गायब हो रहे 10 फुटबॉल मैदानों के बराबर उष्णकटिबंधीय जंगल
भारत से जुड़े आंकड़ों को देखें तो 2023 के दौरान देश में 21,672 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले प्राथमिक जंगलों का नुकसान हुआ है
जलवायु संकट: जनवरी 2024 ने तोड़े पिछले रिकॉर्ड, सामान्य से 1.66 डिग्री ज्यादा रहा तापमान
वहीं पिछले 12 महीनों की बात करें तो बढ़ता तापमान डेढ़ डिग्री सेल्सियस की सीमा को पार कर गया है, जो हमारे ग्रह पर ...
25 वर्षों में अंटार्कटिका ने खोई साढ़े सात लाख करोड़ टन बर्फ, कौन है इसके लिए जिम्मेवार?
रिसर्च के अनुसार अंटार्कटिका में 40 फीसदी से अधिक बर्फ की चट्टानें सिकुड़ चुकी हैं और उनमें से आधी में सुधार के कोई संकेत ...
जून 2020 तक सामने आई 200 से भी ज्यादा प्राकृतिक आपदाएं, 2019 के मुकाबले हैं 27 फीसदी ज्यादा
2020 में आई आपदाओं से करीब 561,881 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। इसमें से करीब 95 फीसदी से अधिक नुकसान मौसम संबंधित आपदाओं ...
पहले के मुकाबले 29 फीसदी कम काटे जा रहे हैं जंगल फिर भी क्यों चिंतित हैं वैज्ञानिक
रिपोर्ट के अनुसार सबसे ज्यादा नुकसान उष्णकटिबंधीय जंगलों को हुआ है जो इन 18 वर्षों में लगभग यूरोप जितना वन क्षेत्र खो चुके हैं, ...
जलवायु लक्ष्य के लिए चुनौती बने थर्मल पावर प्लांट, हर साल कर रहे 942.5 करोड़ टन सीओ2 उत्सर्जन
चीन में चल रहे 1064.4 गीगावाट क्षमता के थर्मल पावर प्लांट हर साल 461.5 करोड़ टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जित कर रहे हैं, जोकि दुनिया ...
बदलती जलवायु के कारण भारी दबाव में हैं हिमालयी जल संसाधन: अध्ययन
ऊपरी सिंधु बेसिन के जल संसाधनों पर जनसंख्या वृद्धि, औद्योगीकरण और निश्चित रूप से जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न गंभीर खतरे समेत कई तरह के ...
2022 में दर्ज किया गया इतिहास का पांचवा सबसे गर्म मार्च, सामान्य से 0.95 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था तापमान
भारत के लिए भी इस वर्ष मार्च का महीना 122 वर्षों के इतिहास में सबसे गर्म मार्च था, जब अधिकतम तापमान 33.1 डिग्री सेल्सियस ...
कोविड-19 के बाद भी जारी रहेगी ग्लोबल वार्मिंग: रिपोर्ट
रिपोर्ट में कहा गया है कि वायुमण्डल में कार्बन डाईऑक्साइड (सीओ2) की सघनता अपने उच्चतम स्तर पर अभी नहीं पहुंची है और लगातार वृद्धि ...
गर्मी कम करने के लिए कोयला तथा तेल के उपयोग में लानी होगी कमी
अध्ययनकर्ताओं ने पिछले 60 वर्षों के दौरान 105 देशों में 147 घटनाओं की पहचान की, जिसमें कोयले, तेल या प्राकृतिक गैस के उपयोग में ...