6,000 से अधिक छोटे पंखों और हल्के रंग की तितलियों को जलवायु परिवर्तन से सबसे अधिक खतरा
शोधकर्ताओं का मानना है कि शोध की मदद से उन प्रजातियों की पहचान करने में मदद मिल सकती है जिनका अस्तित्व जलवायु परिवर्तन के ...
एक डिग्री तापमान बढ़ने से 5 फीसदी कम हो सकता है आर्थिक विकास: अध्ययन
अध्ययन में पाया गया कि तापमान में 1 डिग्री सेल्सियस के अतिरिक्त बदलाव आने से क्षेत्रीय आर्थिक विकास दर में औसतन 5 प्रतिशत की कमी ...
जलवायु के खिलाफ जंग में सामने आया ग्रीस, पास किया पहला क्लाइमेट लॉ
ग्रीस का यह पहला क्लाइमेट लॉ, 2028 तक सभी कोयला आधारित बिजली संयंत्रों को बंद करने की बात करता है
कनाडा में मिली जलवायु परिवर्तन की पहली मरीज!
ब्रिटिश कोलंबिया में एक डॉक्टर ने एक बुजुर्ग मरीज के रोग का कारण जलवायु परिवर्तन बताया है
जलवायु आपातकाल, कॉप-25: धीमी हुई कार्बन उत्सर्जन की वृद्धि दर, फिर भी खतरनाक स्तर पर पहुंचा
एक् नए अनुमान के मुताबिक प्राकृतिक गैस और तेल की खपत बढ़ने से कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ2) के स्तर में इस साल 3700 करोड़ (37 ...
जलवायु परिवर्तन के नाम पर हो रहा कार्रवाई का ढकोसला
यह गौर करने वाली बात है कि जलवायु समझौतों में जिन तरकीबों की काफी प्रशंसा होती है, वे प्रायः पेचीदा समझौतों पर जाकर खत्म ...
कॉप-25: जलवायु परिवर्तन से खतरे में है दुनिया की 40 फीसदी दुर्लभ प्रजातियां
दो दिसंबर से शुरू हो रहे जलवायु परिवर्तन पर अंतराष्ट्रीय सम्मेलन (कॉप-25) से पहले बड़ा अध्ययन सामने आया है, जिसमें दुर्लभ प्रजातियों के पौधों ...
गंभीर खतरा, सुस्त रवैया
चरम मौसमी घटनाओं के मामले में, भारत दुनिया का छठा जोखिम भरा देश है लेकिन क्या राज्यों के क्लाइमेट एक्शन प्लान इनसे निपटने में ...
जलवायु अनुकूलन के लिए जरूरी जन-भागीदारी
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), इंदौर और आईआईटी, गुवाहाटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह बात उभरकर आई है।
सबसे कमजोर देशों पर सबसे अधिक कर्ज का बोझ : पेरिस के शिखर सम्मेलन पर बोलीं सुनीता नारायण
सुनीता नारायण ने कहा कि शिखर सम्मेलन से कोई परिवर्तनकारी समाधान नहीं निकला, लेकिन इसने जलवायु और विकास वित्तपोषण संकट पर बातचीत शुरू की ...
असामान्य रूप से लंबे ला नीना ने 2022 में रिकॉर्ड संख्या में लोगों को विस्थापित किया
आंतरिक विस्थापन पर वैश्विक रिपोर्ट, 2022 के अनुसार भारत में ज्यादातर मौसम से संबंधित आपदाओं ने 2022 में 25 लाख लोगों को विस्थापित किया।
बीते 20 सालों में जलवायु परिवर्तन पर सांसदों ने महज 0.3 फीसदी सवाल पूछे, जहां जोखिम ज्यादा वहां के सवाल भी कम
सांसदों में सबसे ज्यादा रुचि जलवायु परिवर्तन के कृषि पर पड़ने वाले प्रभाव को जानने में रही, संसदीय जवाबों पर सिर्फ 10 फीसदी भरोसा।
पूर्वी अफ्रीका में सूखा : ला-नीना के प्रभाव को बदतर बना रहा जलवायु परिवर्तन
लगातार पांचवीं बार बारिश में कमी के चलते जलवायु परिवर्तन पूर्वी अफ्रीका को अकाल जैसे हालात में धकेल रहा है।
डीटीई एक्सक्लूसिव ब्लॉग : काॅप-26 जलवायु सम्मेलन में भारत की सफलताएं
हाल ही में ग्लासगो में सम्पन्न हुआ संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन फ्रेमवर्क (यूएनएफसीसीसी) के पार्टियों के सम्मेलन (कॉप26) का 26वां सत्र भारत के दृष्टिकोण ...
कॉप 26 : ग्लासगो से शुरू होगा दुनिया का नया अध्याय
कॉप 26 का शीर्ष एजेंडा अपने नेतृत्व और आवाज को फिर से हासिल करने वाला होना चाहिए ताकि अमीर और गरीब दोनों के विश्वास ...
साहित्य में पर्यावरण: जलवायु संकट के सच का गल्प
साहित्य में गल्प लेखन भी जमीनी विषयों को रेखांकित करता रहा है। नई परिस्थितियों में विज्ञान और जलवायु परिवर्तन इसकी धुरी बन रहा है
दशक पर एक नजर: विस्फोटक दुनिया में हम
विकास ने पर्यावरण को काफी प्रभावित किया है, इसलिए 2010-2019 का दशक आखिरी मौका है कि हम ठोस और सही कदम उठाएं
अगर मैं सत्ता में आया तो पूंजीवाद को खत्म करूंगा, पूंजी को नहीं: गांधी
भारत सहित दुनिया भर में पूंजीवाद को लेकर लगातार बहस जारी है, लेकिन महात्मा गांधी के विचार बिल्कुल साफ थे। ऐसे ही कुछ विषयों ...
आईपीसीसी रिपोर्ट ने बजाई खतरे की घंटी
भविष्य में गरीबी, खाद्यान्न की कीमत में वृद्धि होगी, साथ ही मलेरिया और डायरिया की बीमारी का प्रकोप बढ़ेगा
क्यों डूबा केरल?
केरल में आई बाढ़ बताती है कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने और आपदा से बचने की तैयारी न होने से जलवायु परिवर्तन किस हद ...
“मानव निर्मित” आपदा
केरल में जो हुआ वह पूरी दुनिया में हो रहा है। यह एक असहज करने वाला तथ्य है कि हमारे पास बदलते मौसम से ...
जलवायु परिवर्तन और लोकतंत्र
“गोबर टाइम्स” हमारे नन्हे पाठकों के लिए पर्यावरण पर आधारित पत्रिका है जो डाउन टू अर्थ के अंग्रेजी संस्करण के साथ उपलब्ध है।
क्या जलवायु परिवर्तन की वजह से बढ़ते पलायन को वैश्विक मान्यता मिल पाएगी?
जलवायु परिवर्तन के कारण एक से दूसरे देश में पलायन को सुविधाजनक बनाने के लिए समझौता अभी दूर की राजनीतिक कौड़ी है
कैसे हो सकता है 1.5 डिग्री सेल्सियस का लक्ष्य हासिल, वैज्ञानिकों ने सुझाया रास्ता
वैज्ञानिकों ने तेल और गैस के 60 फीसदी और कोयले के 89 फीसदी भंडार को जमीन में ही छोड़ने की सलाह दी है
भारत में उगने वाली फसलों पर जलवायु परिवर्तन का दिखेगा भारी असर, करने होंगे ये उपाय
शोधकर्ताओं ने 60 वर्षों के आंकड़ों का उपयोग यह जांचने के लिए किया कि लंबी अवधि तक मौसम में बदलाव से धान, मक्का और ...