जनवरी 2024 में भारत में खनिज उत्पादन 5.9 प्रतिशत बढ़ा, लेकिन सोने का उत्पादन घटा
जनवरी, 2024 में कोयला 998 लाख टन, लिग्नाइट 41 लाख टन, प्राकृतिक गैस 3073 मिलियन घन मीटर, पेट्रोलियम (कच्चा) 25 लाख टन व सोना ...
पांच साल में दोगुणा से अधिक हो जाएगा कैपेटिव खनन से कोयला उत्पादन, सरकार ने तय किया लक्ष्य
कोयला मंत्रालय ने कहा है कि कोयला उत्पादन लक्ष्य वित्त वर्ष 2029-30 तक 383.56 मिलियन टन तक पहुंच जाएगा
दिसंबर 2023 में 10.75 प्रतिशत की वृद्धि के साथ कोयला उत्पादन 92.87 मिलियन टन तक पहुंचा
दिसंबर 2023 में कोयला प्रेषण 86.23 मिलियन टन तक पहुंच गया, जो दिसंबर 2022 में 79.58 मिलियन टन था। यह वृद्धि दर 8.36 प्रतिशत ...
सरकारी उपक्रमों ने 1.17 लाख टन कार्बन उत्सर्जन में कमी की
ऊर्जा संबंधी दक्षता से जुड़े इन उपायों को अपनाने से इन उपक्रमों ने कुल 14.34 करोड़ किलोवाट घंटा की ऊर्जा बचत की
कोयला खदानों के बंद होने से 2050 तक 9.90 लाख मजदूरों की हो सकती है छंटनी, भारत में भी दिखेगा असर
आधिकारिक तौर पर भारत अपनी सक्रिय खदानों में करीब 337,400 श्रमिकों को रोजगार देता है। पता चला है कि 2050 तक कोल इंडिया से जुड़ी ...
धुआं-मुक्त ‘सिटी ऑफ जॉय’
धुएं की बढ़ती समस्या ने आधिकारिक चिंता और घबराहट पैदा कर दी, और वर्ष 1863 में कोलकाता धुआं रुकावट कानून लागू करने वाला विश्व ...
मौत की मांग
मुआवजे के लिए 35 साल से संघर्ष कर रहा है एक गांव। ग्रामीणों का सरकार से संघर्ष चल रहा है। जीवनयापन के उनके अधिकारों ...
विकास की राख और धुआं
गिरीडीह में औद्योगिक प्रदूषण ने स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य और पर्यावरण को गंभीर खतरे में डाल दिया है।
कोयले के व्यवसायिक खनन का रास्ता खुला
भारत सरकार ने 20 फरवरी को कोयला खनन के दरवाजे निजी कंपनियों के लिए खोल दिए। इसी के साथ सरकारी खनन कंपनी कोल इंडिया ...
कोयला खदानों की नीलामी: राष्ट्रीय संपदा के केन्द्रीकरण की कोशिश!
18 जून 2020 को देश में पहली बार, अपनी तरह की पहली वाणिज्यिक कोयला नीलामी का आयोजन किया जा रहा है
एशिया की सबसे बड़ी कोयला खदान के विस्तार को क्यों नहीं मिली मंजूरी?
कंपनी ने खदान की उत्पादन क्षमता 49 मिलियन टन से बढ़ाकर 70 मिलियन टन करने का प्रस्ताव रखा था
90% ऊर्जा कंपनियों को नहीं है पर्यावरण की चिंता, नहीं बनाया नेट एमिशन प्लान
रिपोर्ट के अनुसार केवल 20 फीसदी कंपनियां ही यह स्पष्ट रूप से मानती है कि नेट जीरो एमिशन तक पहुंचने की आवश्यकता है, जबकि ...
झारखंड: कोयला खनन का काम छोड़ना चाहते हैं 85 प्रतिशत मजदूर: रिपोर्ट
रिपोर्ट में कहा गया है कि कोयला खनन से जुड़े 35 फीसदी श्रमिक ऐसे हैं जिनके पास वर्तमान रोजगार बंद होने की स्थिति में ...
जनवरी में कोयला उत्पादन रिकॉर्ड 6.13 प्रतिशत बढ़ा
एक और जहां सरकार का दावा है कि शून्य उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने की दिशा पर काम किया जा रहा है, वहीं कोयला ...
चतरा खनन क्षेत्र में स्वास्थ्य पर निवेश जरूरी: सीएसई
खनन प्रभावित लोगों के लिए आजीविका और सुरक्षित आय के स्रोत चिंता के सबसे बड़े कारण बने हुए हैं
छोटे-मझोले उद्योगों से निकलने वाले प्रदूषण पर ध्यान देने की जरूरत: सीएसई
सीएसई की महानिदेशक सुनीता नारायण ने कहा कि हमारा प्रयास एमएसएमई क्षेत्र को हरित, स्वच्छ तरीके से काम करने में मदद करने के लिए ...
15 हजार एकड़ वन भूमि पर खुलेंगी कोयले की 22 नई खदानें: कोयला मंत्री
लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में सरकार ने कहा कि चार राज्यों में 22 नई कोयला खदानें खोलने की योजना है
खास रिपोर्ट: कोयले का काला कारोबार-एक
कोविड-19 लॉकडाउन के बावजूद जून 2020 में कोयले की खानों की नीलामी की प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन इसके पीछे पूरी कहानी क्या है?
जलवायु परिवर्तन पर जनता को गुमराह कर रही है फॉसिल फ्यूल इंडस्ट्री: रिपोर्ट
ब्रिटेन के ब्रिस्टल, यूएस के जॉर्ज मेसन और हार्वर्ड विश्वविद्यालयों के शिक्षाविदों की रिपोर्ट के मुताबिक जलवायु परिवर्तन को रोकने के प्रयासों के खिलाफ ...
कोयले की खपत के मामले में दुनिया में दूसरे नंबर पर है भारत
एक ओर जहां कोयले को चरणबद्ध तरीके से हटाने की बात हो रही है, वहीं भारत कोयले की खपत करने में दुनिया भर में ...
संसद में आज: पिछले दो दशकों से मॉनसूनी मौसम के दौरान औसत तापमान में वृद्धि हो रही है
पांच राज्यों, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, मेघालय और नागालैंड में पिछले 30 वर्षों की अवधि के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसूनी बारिश में भारी कमी ...
कोयले की कमी: केंद्र का दावा - कोई संकट नहीं, लेकिन आंकड़ों में हकीकत अलग
आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि कोयला-पॉवर थर्मल स्टेशनों में रिजर्व कोयले में कमी आने की कई वजहें हैं
कोयला उत्खनन का अर्धसत्य
कोयला उत्खनन से उस क्षेत्र का क्या हाल होता है? कोरबा के उदाहरण से समझिए, जहां वर्ष 1951 में कोयले का उत्खनन शुरू हुआ
अखबारों में खनन मजदूरों की मौत की खबरों के संकलन ने रखी एक फिल्म की नींव
सीएसई की एक रिपोर्ट को फिल्म का आधार बनाया गया है कि सबसे ज्यादा खनिज संसाधन जहां पाए जाते हैं, वहां गरीबी, विस्थापन, बेरोजगारी ...
संसद में आज (16 मार्च 2022): पीने का पानी की आपूर्ति कर रही नगर निकायों के लिए बीआईएस मानक अनिवार्य नहीं
भारत में 2020 में बिजली गिरने से कुल 2862 मौतें हुईं। बिजली गिरने से सबसे ज्यादा 436 मौतें बिहार में हुईं