कॉप 28 में भारत ने साझा की पहाड़ों पर किए जा रहे बचाव कार्यों की योजना
दुबई में आयोजित कॉप28 में भारतीय पवेलियन में हिमालय व पहाड़ों पर जलवायु परिवर्तन के असर पर चर्चा की गई
कॉप-27 का समापन क्या दुनिया के लिए नई सुबह लेकर आएगा?
कॉप-27 में जलवायु परिवर्तन से हो रहे नुकसान व क्षति के लिए कोष का गठन करने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया गया
कॉप-26: जी20 देशों के 70% किशोरों ने जलवायु परिवर्तन पर चिंता जताई
यूएनडीपी और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने जलवायु परिवर्तन पर एक बड़ा जनमत (वोटिंग) सर्वेक्षण कराया
कॉप-27 का हासिल: नुकसान एवं क्षति कोष को मंजूरी, मजबूरी या जरूरी?
मौसमी गतिविधियों के चलते क्षति और नुकसान का जो आकलन किया जाता है, उसमें मौसमी गतिविधियों के गैर-आर्थिक प्रभाव शामिल नहीं होते
विश्लेषण : ग्लास्गो समझौते से दुनिया को क्या मिला
निर्धारित समय से अधिक दिन तक चले कॉप-26 से वे उम्मीदें पूरी नहीं हो सकीं, जिसकी आस में विश्व इसकी ओर ताक रहा था। ...
एक मरीचिका साबित हुआ कॉप-27
तीन दशक के इतिहास में कॉप-27 सम्मेलन को सबसे खराब कार्यक्रम के रूप में याद किया जाना चाहिए
सामाजिक अध्ययनों में आपदा के जिम्मेदारों की भूमिका तय करने की जरूरत: अच्युताराव
पाकिस्तान में आई बाढ़ को जलवायु परिवर्तन ने और अधिक संगीन बना दिया था। लेकिन, इसकी जिम्मेवारी ऐतिहासिक रूप से प्रदूषण फैलाने वालों के ...
डाउन टू अर्थ विश्लेषण: कॉप-27 से क्या हुआ हासिल?
मिस्र के शहर शर्म अल शेख शहर में एक पखवाड़े तक चले कॉप-27 में आखिरकार नुकसान व क्षति के लिए कोष बनाने की मंजूरी ...
अयस्क क्षेत्र को आधुनिकता की जरूरत
भारत के इस्पात उत्पादन को तीन गुणा बढ़ाकर भी साल 2030 तक कार्बन डाईऑक्साइड के उत्सर्जन में भारी कमी लाना संभव है, लेकिन इसके ...
भाग 4 : यहां जानिए कॉप 28 में जलवायु वित्त का क्या हुआ, कौन से फैसले 2024 के लिए टले
एनसीक्यूजी (न्यू कलेक्टिव क्वांटिफाइड गोल) के तहत क्लाइमेट फाइनेंस का नया लक्ष्य 2024 तक तय होना है और इसके अगले साल से शुरू होने ...
कॉप 28 : जलवायु परिवर्तन के चलते भारत को 2022 में उसके जीडीपी के आठ फीसदी का झेलना पड़ा नुकसान
देखा जाए तो जलवायु परिवर्तन के चलते हुए नुकसान का यह आंकड़ा भारत की जीडीपी में 2022 में हुई औसत वृद्धि से भी एक ...
देशों के बीच प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष युुद्ध से जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई होगी कमजोर
तथाकथित पश्चिम और तथाकथित पूर्व (यूएस बनाम चीन) के बीच चल रहे शीत युद्ध से जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में हालात और खराब ...
कॉप28 में डाउन टू अर्थ: अनुकूलन कोष में पर्याप्त धनराशि नहीं मिलने से निराश हैं ओलिकानेन
जलवायु अनुकूलन कोष के प्रमुख मिक्को ओलिकानेन से डाउन टू अर्थ की खास बातचीत
खाद्य प्रणालियां और कॉप-28: क्या पक्षकारों के बीच स्थाई दृष्टिकोण पर बन पाएगी आम सहमति?
कॉप-28 ने खाद्य प्रणालियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए एक विशिष्ट दिन निर्धारित करके एक मिसाल कायम की है
कॉप-26: काफी नहीं है राष्ट्रीय निर्धारित योगदान, पैसे की कमी से प्रगति में रुकावट
यूएनएफसीसीसी ने राष्ट्रीय निर्धारित योगदान यानी एनडीसी सिंथेसिस रिपोर्ट जारी की
कॉप-26 का हासिल: चूक गए एक बड़ा अवसर
ग्लासगो में संपंन कॉप-26 क्या वैश्विक तापमान को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने में मदद करेगा?
क्या हो कॉप-26 का एजेंडा
अक्टूबर के अंत में ग्लासगो में शुरू हो रहे कॉप-26 का एजेंडा क्या होना चाहिए, बता रही हैं पर्यावरणविद सुनीता नारायण
बढ़ते तापमान के कारण बढ़ रही हैं भीषण बारिश की घटनाएं: रिपोर्ट
अध्ययन में इस बात की पुष्टि की गई है कि भारी बारिश की तीव्रता और आवृत्ति ग्लोबल वार्मिंग के हर डिग्री के वृद्धि के ...
2030 तक विकसित देशों को जीवाश्म ईंधन से करना होगा किनारा, कमजोर देशों को है मदद की दरकार
अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपियन यूनियन, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने उत्सर्जन में जितनी कटौती का जिक्र अपने एनडीसी में किया है उन्हें निष्पक्ष रहने के लिए ...
क्या है क्लाइमेट इंजीनियरिंग? कैसे करती है काम और क्यों इसको लेकर जारी है बहस
क्या आप जानते है कि जलवायु समाधान के रूप में पेश की जा रही क्लाइमेट इंजीनियरिंग क्या है और यह कैसे काम करती है?
क्या जलवायु परिवर्तन की वजह से बढ़ते पलायन को वैश्विक मान्यता मिल पाएगी?
जलवायु परिवर्तन के कारण एक से दूसरे देश में पलायन को सुविधाजनक बनाने के लिए समझौता अभी दूर की राजनीतिक कौड़ी है
कॉप-26: कार्बन बजट और उत्सर्जन के इन सवालों पर हो बात
धरती की कार्बन उत्सर्जन झेलने की क्षमता अब लगभग खत्म हो चली है। फिर भी हमें अपने अस्तित्व और विकास के लिए उत्सर्जन करना ...
कॉप-28: 50 डिग्री से अधिक गर्मी में रहने वाली दुनिया के लिए ठंडा करने के बुनियादी ढांचे अहम: रिपोर्ट
दुनिया भर में सरकारों को यह पहचानना चाहिए कि ठंडा करना या शीतलन एक महत्वपूर्ण सेवा है और इसे प्रदान करने वाले बुनियादी ढांचे ...
वैश्विक बिजली उत्पादन में घट रही जीवाश्म की हिस्सेदारी, लेकिन साथ ही बढ़ रहा उत्पादन
2000 में कोयले की मदद से 5,809 टेरावाट-घंटे के बराबर बिजली उत्पादन किया गया, जो 2023 में 80 फीसदी की वृद्धि के साथ बढ़कर ...
एशिया, दक्षिण अमेरिका ने किया इतिहास के सबसे गर्म अक्टूबर का सामना, नए कीर्तिमान बना रहा है तापमान
यह लगातार 47वां अक्टूबर और 536वां महीना है जब तापमान बीसवीं सदी के औसत तापमान से ज्यादा दर्ज किया गया है