बड़ी पड़ताल: उत्तराखंड में रिवर्स माइग्रेशन, कितना टिकाऊ?
पांच साल के अंतराल में खींची गई इन दो तस्वीरों में एक मामूली अंतर है। दूसरी तस्वीर में न केवल दो लोग अतिरिक्त हैं, ...
लॉकडाउन, ‘आत्म-अलगाव’ और हमारा प्रकृति प्रेम
लॉकडाउन का सकारात्मक असर सुखद अहसास दे रहा है, लेकिन कहीं ये हमारा प्रकृति प्रेम और वैरागी ‘आत्म-अलगाव’ शमशानी वैराग्य तो नहीं
कोरोना लॉकडाउन: छत्तीसगढ़ में फंसे गुजरात के मालधारी परिवार
स्वच्छंदरूप से विचरण करने वाले मालधारी (गुजरात में इन्हें रबाड़ी/मालधारी, जम्मू-कश्मीर में बकरवाला, हिमाचल में गड्डी आदि के नाम से जानते हैं) छत्तीसगढ़ आकर ...
लॉकडाउन में ऑनलाइन पढ़ाई कितनी असरदार?
एक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, 74 प्रतिशत छात्रों ने ऑनलाइन एग्जाम के खिलाफ वोटिंग की है
उत्तर प्रदेश: गेहूं क्रय केंद्रों पर ऐसे ठगे जा रहे हैं किसान
यूपी सरकार ने 15 अप्रैल से प्रदेश में गेहूं खरीद की शुरुआत की है। सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1925 रुपए प्रति कुन्तल रखा है, ...
लॉकडाउन का असर: न महुआ और न बांस की टोकरी बेच पा रहे हैं कमार जनजाति के लोग
हमारे समाज का एक ऐसा वर्ग है जो पहले से हाशिये पर है उनके आजीविका पर लॉकडाउन का असर दिखाई देने लगा है
लॉकडाउन से बिगड़े हालात तो मास्क सिल कर चला रही हैं घर का खर्च
महिलाओं का कहना है कि सितंबर में मास्क बना कर घर खर्च लायक पैसा मिल गया, लेकिन आगे क्या होगा?
कोरोनाकाल में पीएम नरेंद्र मोदी के देश के नाम अब तक के सबसे छोटे संबोधन के क्या हैं मायने?
बीते वर्ष कठोर लॉकडाउन का ऐलान करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार राज्यों से कहा है कि वह लॉकडाउन न लगाएं। साथ ...
लॉकडाउन से राजस्थान में जल की गुणवत्ता हुई बेहतर
राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की नई रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य की नदियों, नहरों, बांधों और झीलों की जल गुणवत्ता में सुधार हुआ है
कोरोना और लॉकडाउन ने मछली उत्पादन को पहुंचाया नुकसान
कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर फैली अफवाह के चलते लोगों ने मीट के साथ-साथ मछली खाना बंद कर दिया। रही-सही कसर लॉकडाउन ने पूरी कर ...
सोम बाजार, लॉकडाउन और ट्विटर पर बनती पॉलिसी
हम लोग अपने ट्विटर और अपनी इंस्टाग्राम में इस कदर खोये हुए थे कि हम में से कुछ को यह समझ ही नहीं आया ...
क्या मजदूरों के खाते में पहुंच गए 1,000 से 6,000 रुपए?
केंद्र सरकार ने दावा किया है कि 2 करोड़ से अधिक निर्माण मजदूरों को 1,000 से लेकर 6,000 रुपए प्रति मजदूर आर्थिक सहायता दी ...
बिहारी मजदूरों की नियति बन गया है पलायन
बिहार मूल के लगभग 36.06 लाख लोग महाराष्ट्र, यूपी, पश्चिम बंगाल, गुजरात, पंजाब और असम में रहते हैं
लॉकडाउन से कड़वी हुई स्ट्रॉबेरी किसानों की मिठास
हरियाणा के हिसार, रोहतक, भिवानी, सोनीपत समेत अन्य जिलों में करीब 500 एकड़ में स्ट्रॉबेरी की खेती होती है। बीते वर्ष 4300 मीट्रिक टन ...
पीएम किसान सम्मान: राजस्थान में कितने किसानों को मिले 2,000 रुपए?
केंद्र सरकार का दावा है कि कोरोना महामारी और लॉकडाउन से निपटने के लिए किसानों को किसान सम्मान निधि पहले दी जा रही है
नौजवानों का एक ऐसा ग्रुप जो देश के छह बड़े शहरों में पहुंचा रहा राशन
लॉकडाउन के बीच देश में यूथ फीड इंडिया नाम से एक कैंपेन चल रहा है। इसके तहत क्राउड फंडिंग करके दिहाड़ी मजदूरों और जरूरतमंदों ...
छह महीने बर्फ से ढका रहता है यह जिला, अब लॉकडाउन ने बढ़ाई परेशानी
हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति जिले में लोग छह माह ही खेती करते हैं, लेकिन लॉकडाउन की वजह से अभी फसल की बोआई शुरू ...
देश की आठ हजार दाल मिले बंद है, जानिए दलहन किसान और मजदूर का हाल
लॉकडाउन की वजह से दाल मिलें बंद पड़ी हैं, 2 लाख से अधिक मजदूर खाली बैठे हैं और दलहन किसान की चिंता बढ़ती जा ...
क्या ‘मनरेगा’ में है कोरोनावायरस से पैदा हुए ग्रामीण संकट का जवाब
गांवों में आजीविका की गारंटी देने वाली इस स्कीम से न केवल लोगों को पैसे की मदद पहुंचती है, बल्कि जल संरक्षण का काम ...
ग्रामीण क्षेत्रों में केवल 8 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 24 प्रतिशत बच्चों की ही ऑनलाइन पढ़ाई नियमित रूप से हुई : सर्वेक्षण
15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में गरीब परिवारों के 1,400 बच्चों पर किया गया हालिया सर्वेक्षण बताता है कि कोरोना काल में पढ़ाई ...
क्या इस साल भी विकास को थामे रखेगी कृषि ?
कृषि को छोड़कर अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्र अभी भी 2019-20 के स्तर से नीचे हैं।
कोरोना राहत पैकेज: किसानों और मजदूरों को क्या मिला?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए 20 लाख करोड़ रुपए के राहत पैकेज की घोषणा की थी
लॉकडाउन: 30 प्रतिशत प्रवासी मजदूरों ने घर वापसी के लिए लिया कर्ज: स्टडी
लॉकडाउन के बाद घर लौट रहे प्रवासियों पर किए गए अध्ययन में पाया कि 52 फीसदी लोगों के पास 1 एकड़ से कम जमीन ...
झारखंड में प्रवासियों की वापसी, जरा सी चूक कहीं पड़ न जाए भारी
झारखंड में अब तक 115 लोग कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं। इसमें 90 प्रतिशत मामले ए सिंप्टोमेटिक हैं
कहां गई गरीबों की 'सरकारी' दाल?
बिहार में पहली दफा लॉकडाउन की घोषणा हुई थी तो सरकार ने घोषणा की थी कि इस अवधि में हर गरीब को तीन महीने ...