कोविड-19 पॉजिटिविटी रेट, कौन कर रहा है गलत रिपोर्टिंग?
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि हिमाचल के लाहौल स्पीति जिले का कोविड-19 पॉजीटिविटी रेट सबसे अधिक है, लेकिन...
टीकों और संक्रमण के कारण पैदा हुई प्रतिरक्षा से बच सकता है ओमिक्रॉन वेरिएंट
हाल ही में किए एक शोध से पता चला है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट (बी.1.1.529), टीकों और संक्रमण के कारण शरीर में पैदा हुई प्रतिरक्षा ...
दो साल बाद: किस हाल में है भारत की पहली कोविड-19 पॉजीटिव
भारत में कोविड-19 की पहली शिकार महामारी के तीसरे साल में अपने दोहरे संक्रमण के साथ, इसकी विभीषिका को याद कर रही है
मध्य-पश्चिमी क्षेत्र और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में महामारी के दौरान बढ़ा वायु प्रदूषण
उपग्रह द्वारा की गई निगरानी से पता चलता है कि देश के मध्य-पश्चिमी क्षेत्र और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य प्रवृत्ति के ...
पीएमजेएवाई का सच: केवल पांच लाख मरीजों को मिला फायदा, उत्तर प्रदेश-बिहार फिसड्डी
दुनिया की सबसे बड़ी सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजना समस्याओं से घिरी हुई है। महामारी ने क्रियान्वयन में कमियों और इसके प्रति अविश्वास को अधिक ...
पांचवा भाग : कोविड की लंबी अवधि के लिए भारत तैयार नहीं, पढ़िए साक्षात्कार
सार्वजनिक स्वास्थ्य विश्लेषक और महामारी विज्ञानी चंद्रकांत लहरिया ने ओमिक्रॉन के सामने आने के बाद क्या उम्मीद की जाए, इस पर तरन देओल से ...
भारत सहित एशिया-प्रशांत क्षेत्र में रहने वाले 180 करोड़ लोगों की पहुंच से बाहर है पोषक आहार
कोविड-19 के बाद से इस क्षेत्र में भुखमरी का शिकार लोगों की संख्या में 5.4 करोड़ का इजाफा हुआ है, जिससे इस समस्या से ...
शायद हर देश तक पहुंच चुका है ओमिक्रॉन वेरिएंट: विश्व स्वास्थ्य संगठन
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने कहा कि अब तक 77 देशों में ओमिक्रॉन वेरिएंट की मौजूदगी का पता चल चुका है
मलेरिया के कारण हर 50 सेकंड में जा रही है एक व्यक्ति की जान
2020 में मलेरिया के चलते दुनियाभर में 627,000 लोगों की जान गई थी, जोकि पिछले साल के मुकाबले 69,000 ज्यादा है
महामारी ने भारत के लोगों को ‘जैविक खाद्य’ को अपनाने के लिए प्रेरित किया: सर्वेक्षण
भारत और नेपाल में 600 लोगों का सर्वेक्षण किया गया ताकि यह पता लगाया जा सके कि हाल ही में खाने की आदतें और ...
वैक्सीन न लेने वालों की वजह से उन लोगों में भी बढ़ सकता है संक्रमण का खतरा जो लगवा चुके हैं टीके
शोध के मुताबिक वैक्सीन न लेने वाले लोग, उनके लिए भी संक्रमण के खतरे को बढ़ा सकते हैं जो पहले ही वैक्सीन ले चुके ...
कोविड-19: इस बार लीपापोती से काम नहीं चलेगा
भारत अपनी जीडीपी का 1.28 प्रतिशत सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च करता है, जबकि चीन 3 प्रतिशत। ऐसे में अब हमें अपना एजेंडा बदलने ...
कोविड महामारी के बाद बच्चों के साथ ऑनलाइन अपराध के मामलों में वृद्धि: अध्ययन
अध्ययन में कहा गया कि ऑनलाइन अपराधियों ने कोविड के दौरान इंटरनेट के लिए बच्चों के बढ़ते जोखिम का फायदा उठाया
बंदरों और सुअरों की बढ़ती आबादी से लोगों में बीमारी फैलने का खतरा बढ़ा: अध्ययन
ताड़ के तेल के लिए जंगलों को काटकर, ताड़ की खेती की जा रही है, अध्ययन के मुताबिक, इनके पास के जंगलों में जंगली ...
क्यों मनाया जाता है विश्व पर्यावास दिवस, क्या है इस साल की थीम
विश्व पर्यावास दिवस 2022 बढ़ती असमानताओं और कमजोरियों की ओर ध्यान आकर्षित करता है जो तिहरे 'सी' संकटों - कोविड-19, जलवायु और संघर्ष से बढ़ ...
ग्रामीण भारत के लिए बाढ़ व सूखे से भी ज्यादा नुकसानदायक थी कोविड-19 की दूसरी लहर
दूसरी लहर में किसानों और खेतिहर मजदूरों के संक्रमित होने के कारण ग्रामीण सप्लाई चेन पर असर पड़ा, ऐसा पहली लहर के दौरान नहीं ...
भारत में नवंबर तक 12.5 लाख तक पहुंच सकता है कोविड-19 से मरने वालों का आंकड़ा: आईएचएमई
आईएचएमई के अनुसार वास्तव में कोविड-19 से होने वाली मौतें सरकारी आंकड़ों से करीब 2.8 गुना ज्यादा है। यह इस बात को साबित करते ...
आईआईटी दिल्ली ने कोरोना की जांच के लिए बनाई स्वदेशी रैपिड एंटीजन किट, कीमत है बेहद कम
पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से विकसित इस किट की कीमत काफी कम है, साथ ही इसके परिणाम बहुत जल्द पता चल जाते हैं, जोकि 98.99 फीसदी सटीक ...
क्या है डेल्टा प्लस वैरिएंट? स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से कितना है खतरनाक?
एक तरफ जहां देश कोरोनावायरस की तीसरी लहर का सामना करने की तैयारी कर रहा है, ऐसे में इस नए डेल्टा प्लस वैरिएंट ने ...
क्या बड़ी फार्मा कंपनियों से टकराने से बचना चाहती है भारत सरकार?
एक ओर अमीर देश जब दवाओं के अनिवार्य लाइसेंस की खूबियां तलाश रहे हैं, दूसरी ओर भारत, कोर्ट के संकेतों के बावजूद इससे मुंह ...
तफ्तीश: कोविड-19 की दूसरी लहर के लिए सरकार कितनी दोषी?
भारत में कहर बरपाने वाली कोविड-19 की दूसरी लहर के क्या कारण रहे? हमने शुरुआती संकेतों को कैसे नजरअंदाज कर दिया? डाउन टू अर्थ ...
किसान सस्ते और उपभोक्ता महंगे दामों से परेशान, कैसे बढ़ रहे दाम?
खेत में टमाटर की तुड़वाई भी महंगी पड़ रही और शहरों की दुकानों पर चालीस रुपए किलो में बिक रहा है, यही हाल अन्य ...
गांव में कोरोना संकट : बुनियादी सुविधाओं से वंचित पन्ना की इस पंचायत में बढ़ता जा रहा संक्रमण
शहर तक केंद्रित कोरोना जांच जब गांव पहुंचा तो स्थिति और भी बदतर नजर आई। गांव में जितनी जांच हुई उसमें करीब 50 फीसदी ...
20 से अधिक देशों में गंभीर भुखमरी फैलने के आसार, एफएओ ने दी चेतावनी
पहले से ही 3.4 करोड़ से अधिक लोग भूख और आपातकालीन परिस्थितियों से जूझ रहे हैं, जिसका अर्थ है कि दुनिया भुखमरी से एक ...
कोरोना का कहर: उत्तर प्रदेश का आगरा मॉडल क्यों फ्लॉप साबित हुआ, कहां हुई चूक?
आगरा में बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच यह सवाल उठने लगा है कि क्या 'आगरा मॉडल' फेल हो गया है?