कोविड-19: नगद हस्तांतरण को अपनाने से पहले इन बातों का रखना होगा ध्यान
दुनियाभर के तमाम देश कोविड-19 संकट को लेकर डिजिटल भुगतान अपना रहे हैं। ऐसे में उन्हें हर हाल में यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ...
गरीबों तक भी पहुंच पाएगी कोरोना वैक्सीन, 150 से भी ज्यादा देशों ने मिलाया हाथ
जिन 165 देशों ने इस समझौते में रुचि व्यक्त की है, वो दुनिया की लगभग 60 फीसदी आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं
कोरोना ने बढ़ाई एड्स पीड़ितों की मुश्किलें, नहीं हो सकेगा हासिल 2020 का लक्ष्य
2019 में करीब 17 लाख नए मामले सामने आये थे जोकि वैश्विक लक्ष्य से करीब तीन गुना ज्यादा हैं|
कोविड-19 महामारी की दलदल में फंसी अर्थव्यवस्था, भारत सहित दुनिया पर होंगे ये असर
डाउन टू अर्थ की स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरनमेंट 2020 इन फिगर्स रिपोर्ट में कोविड-19 महामारी से भारत सहित दुनिया भर की अर्थव्यवस्था पर पड़ने ...
कैसी होगी कोविड-19 के बाद दुनिया-4: राज्य समाजवाद या परस्पर सहयोग
अगर गहरी मंदी होती है और आपूर्ति शृंखलाएं बाधित होती हैं, तो मांग को इस तरह की कीन्सवादी नीतियों के बूते नहीं बचाया जा ...
कोविड-19: अब क्यों जरूरी है खाने की आदतें बदलना
हमें विचार करना चाहिए कि हम जो भोजन करते हैं उसका उत्पादन कैसे होता है। इसका प्रभाव उपभोक्ता के अलावा उत्पादक और पर्यावरण पर ...
कोविड-19: आपदा को अवसर में बदलने से चूक न जाएं हम
कोविड-19 से पहले जो कोयला परियोजनाएं सफलतापूर्वक लाभ नहीं अर्जित कर रही थीं, वो अब किसी भी प्रोत्साहन पैकेज का हिस्सा नहीं होनी चाहिए
कैसी होगी कोविड-19 के बाद दुनिया-1: भविष्य की आशंकाएं
हमारे चार संभावित भविष्य हैं- बर्बरता की अवस्था में पहुंचना, मजबूत पूंजीवादी राज्य, कट्टरपंथी समाजवादी राज्य या फिर आपसी सहयोग की नींव पर बने ...
कोविड-19: पहले क्लिनिकल ट्रायल में “रेमडेसिवियर” का नहीं दिखा असर
लैंसेट के निष्कर्ष, गिलीड के नतीजों के उलट है। गिलिड ने रोगियों में सुधार का दावा किया था...
2020 में एशिया प्रशांत क्षेत्र को व्यापार में हुआ 1.60 लाख करोड़ रुपए का नुकसान
संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग एशिया और प्रशांत के अनुसार 2020 में एशिया पैसिफिक क्षेत्र को व्यापार में करीब 160,39,507 करोड़ रुपए का नुकसान ...
कोविड-19 महामारी : अब एक साल बाद एक सताई हुई पीढ़ी
कोरोना विषाणु से पैदा हुई एक वैश्विक महामारी ने कई अनदेखी महामारियों को जन्म दे दिया है। इसके प्रभाव हमें कई दशकों तक दिखाई ...
कोविड-19 महामारी के चलते हर रोज 153 बच्चों की जान ले सकता है कुपोषण
दुनिया भर में 5 वर्ष से कम आयु के 45 फीसदी बच्चों की मौत के लिए कुपोषण जिम्मेवार है, जबकि इसी आयु वर्ग का ...
20 साल से कम उम्र के 9 में से 1 युवा व किशोर है कोरोना संक्रमण से प्रभावित: यूनिसेफ
यूनिसेफ ने कहा है कि कोरोनावायरस संकमण के चलते युवाओं की एक पूरी पीढ़ी की सेहत, रहन-सहन के तरीके व उनके पूरे जीवन में ...
क्या इम्युनिटी और सामाजिक दूरी से जीती जा सकती है कोरोना के खिलाफ जंग
जब तक बीमारी पर 50 फीसदी असर करने वाली वैक्सीन नहीं बनती और वो इतनी ही आबादी तक नहीं पहुंचती, तब तक सामाजिक दूरी बहुत ...
बच्चों में कोविड-19: संक्रमण ही नहीं, लॉन्ग कोविड के भी शिकार हो रहे बच्चे
अगर आप ये सोचते हैं कि वयस्कों ने कोविड-19 महामारी में बहुत दिक्कतें झेलीं, तो आप बच्चों के बारे में सोचिए उन्होंने कितना झेला ...
पीएमजेएवाई का सच: लुटे मरीज, फायदे में रहे अस्पताल और बीमा कंपनियां
बीमा कंपनियां बीमा दावों का भुगतान में कमियों के लिए अस्पतालों को जिम्मेवार ठहरा रही हों, लेकिन कोविड काल से पहले भी कंपनियां मनमानी ...
आवरण कथा: जेनेरिक दवाओं की तरह सस्ती क्यों नहीं है कोविड-19 वैक्सीन?
कोविड-19 वैक्सीन जेनेरिक दवाओं की तरह सस्ती क्यों नहीं हो सकती है? वैक्सीन को लेकर डाउन टू अर्थ की खास विश्लेषण की अगली कड़ी ...
ओमिक्रॉन वेरिएंट से बचाव के लिए टीके की तीसरी खुराक जरूरी?
ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ टीके का असर कैसे कमजोर पड़ता है, इसका वैश्विक स्तर पर पहली बार ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने अध्ययन किया
कोरोनावायरस का एक्सई वेरिएंट क्या है, क्या हमें इसके बारे में चिंता करने की जरूरत है?
यह पहली बार जनवरी में यूके में खोजा गया था और अब तक विभिन्न देशों में एक्सई के 600 से अधिक नमूने मिल चुके ...
कोरोना महामारी और भारतीय कृषि का संक्रमणकाल
आज भारत का किसान अनुदानों की भीख नहीं बल्कि आत्मसम्मान के मूल्यों के लिये संघर्ष कर रहा है
अमेरिका में औसतन आठ में से एक परिवार के बच्चों को पर्याप्त भोजन नहीं
पूरे अमेरिका में कोरोनावायरस महामारी से लाखों बच्चे प्रभावित है, तुरंत एक करोड़ चालीस लाख बच्चों को भोजन चाहिए
उत्तराखंड में रिवर्स पलायन: अर्थ और विकास नीति में व्यापक बदलाव की जरूरत
पहाड़ और मैदान के बीच भेदभाव दूर करने के लिए अर्थ और विकास नीति में व्यापक बदलाव करना होगा
दुनियाभर में कोरोनावायरस के सामने आये हैं केवल 6 फीसदी मामले
दुनिया भर में संक्रमण के केवल 6 फीसदी मामले ही सामने आये हैं। जबकि गोटिंगन विश्वविद्यालय द्वारा किये शोध के अनुसार मरीजों की संख्या ...
डेढ़ साल बाद 25 करोड़ बच्चे स्कूल लौटे, लेकिन कुछ बदलाव हैं जरूरी
नेशनल कोएलिशन ऑन एजुकेशन इमरजेंसी ने शोधपत्र जारी कर कहा है कि डेढ़ साल बाद शुरू हो रहे स्कूलों के पाठ्यक्रम में बदलाव किया ...
भारतीय वैज्ञानिकों ने ओमिक्रॉन से निपटने के लिए बनाई एमआरएनए-आधारित बूस्टर वैक्सीन
वैक्सीन के लिए उपयोग किए जाने वाले ठंडे फ्रीज या अल्ट्रा-कोल्ड चेन की आवश्यकता नहीं होती है, जिससे पूरे भारत में इसका उपयोग आसान ...