शिमला में क्यों हुई इतनी भारी तबाही?
विशेषज्ञों का कहना है कि शिमला की कैरिंग कैपेसिटी खत्म हो चुकी है, ड्रेनेज सिस्टम के ऊपर हो रहे निर्माण पर रोक लगनी चाहिए
पर्यावरणीय संकट काल में मार्क्सवाद और वैकल्पिक विकास-विमर्श
मार्क्स का विमर्श उन्नीसवी सदी में रहा है, जबकि पर्यावरण का प्रश्न बीसवी सदी में उभर कर सामने आया है, लेकिन उनके कुछ विचारों ...
आवरण कथा, खतरे में हिल स्टेशन: शिमला और मनाली की तबाही के लिए दोषी कौन?
नाजुक हिमालय में बसे खूबसूरत शहर शिमला व मनाली इस मॉनसून में त्रासदी की भेंट चढ़ गए। आपदा के सवालों का जवाब खोजती रिपोर्ट
आवरण कथा, खतरे में हिल स्टेशन: क्या जोशीमठ के 'सबक' आ सकते हैं काम?
पहले जोशीमठ, फिर शिमला, कुल्लू, नैनीताल में ढहते भवनों ने इस साल हिमालयी राज्यों में बसे हिल स्टेशनों की कैरिंग कैपेसिटी (वहनीय क्षमता) पर ...
हिमाचल प्रदेश के बजट की क्यों हो रही है चर्चा?
प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहे हिमाचल प्रदेश ने हरित विकास छात्रवृति योजना शुरू करने की घोषणा की है
जग बीती: विकास या विनाश!