भारत में सार्वजनिक परिवहन का सबसे ज्यादा उपयोग करती हैं महिलाएं: रिपोर्ट
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को परंपरागत रूप से महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर नहीं बनाया गया ...
विश्व शहर दिवस: 2050 तक शहरों में रहने लगेंगे 10 में से 7 लोग
आज दुनिया की लगभग 55 प्रतिशत आबादी कस्बों और शहरों में रहती है, शहरीकरण का स्तर 2050 तक लगभग 70 प्रतिशत तक पहुंचने का ...
फ्री पब्लिक ट्रांसपोर्ट: लग्जमबर्ग से क्या सीख सकती है दिल्ली
दिल्ली से दोगुने आकार के देश लग्जमबर्ग में इस महीने से सभी सावर्जनिक परिवहन सेवाएं मुफ्त कर दी गई हैं
चारधाम मार्ग परियोजना: मंदाकिनी नदी पर मलबा बिछाकर बना दी सड़क
चारधाम मार्ग के निर्माण के दौरान नदी को किस तरह नुकसान पहुंचाया जा रहा है, इसका अंदाजा बांसवाड़ा पर मंदाकिनी नदी को देखकर लगाया ...
उत्तराखंड में बढ़ती आपदाएं, विशेषज्ञों ने सरकारी लापरवाही को जिम्मेवार ठहराया
देहरादून में आयोजित एक सम्मेलन में विशेषज्ञों ने उत्तराखंड में बढ़ रही प्राकृतिक आपदाओं पर अंकुश लगाने के लिए व्यापक स्तर पर काम करने ...
लुटता हिमालय: कम वजन और बेहतर डिजाइन वाले निर्माण करने होंगे
अच्छे और सुरक्षित निर्माण का एक ही मंत्र है- कम वजन और बेहतर डिजाइन वाले ढांचे, बढ़िया ड्रेनेज सिस्टम जो प्राकृतिक नाले से जुड़े ...
लुटता हिमालय: जनसंख्या के बढ़ते दबाव ने बढ़ाई मुश्किलें
1971 से लेकर 2021 के बीच 12 हिमालयी राज्यों की कुल जनसंख्या में डेढ़ गुना से अधिक वृद्धि देखी गई है। इस दौरान शहरी ...
लुटता हिमालय: भूमि उपयोग और आवरण में बदलाव से सूख रही हैं धाराएं
धाराएं केवल हिमालय क्षेत्र की 5 करोड़ आबादी ही नहीं बल्कि वास्तव में 15 करोड़ की आबादी के लिए महत्वपूर्ण हैं
धंसते जोशीमठ से उठते सवाल, सरकारों ने पहाड़ी राज्य के हिसाब से नहीं बनाया विकास मॉडल
7 फ़रवरी 2021 को धौलीगंगा में भीषण बाढ़ के क्या कारण थे, इससे आर्थिक नुकसान के अतिरिक्त परिस्थिकितंत्र को क्या नुकसान हुआ, इसका कोई ...
निर्भया की मांग - भयमुक्त शहर
शहरों को महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए सुरक्षित बनाने के लिए सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता यह होनी चाहिए कि सार्वजनिक जगहों को सुरक्षित ...
लुटता हिमालय: प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए संतुलित पहल की आवश्यकता
क्षेत्र के पर्यावरण और लोगों के आर्थिक लाभ के बीच एक संतुलित दृष्टिकोण की आवश्यकता है। आपदाओं को पूरी तरह से रोक पाना संभव ...
प्राकृतिक नहीं, एक सुनियोजित आपदा है जोशीमठ
हिमालय की गोद में बसे जोशीमठ के धंसने की शुरुआत बताती है कि हमने भौगोलिक दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों की पारिस्थितिक विशेषताओं को ध्यान ...
भारत में सड़कों पर चलने को सुरक्षित बनाएगा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, दुर्घटनाओं में आएगी कमी
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रणाली को सड़क सुरक्षा से संबंधित सुधार करने, ड्राइवरों को समय पर चेतावनी देने के लिए नागपुर शहर में लागू किया जा ...
लुटता हिमालय: जोशीमठ ही नहीं, पूरे हिमालय को छलनी कर रही हैं 'विकास' की दरारें
जोशीमठ का संकट अविवेकी और अनियंत्रित विकास की बानगी भर है। इस संकट ने हिमालयी राज्यों में विकास को नए सिरे से परिभाषित करने ...
क्या नई टिहरी की तर्ज पर नया जोशीमठ बसाएगी सरकार, लेकिन कहां?
जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति ने नया जोशीमठ बसाने की मांग की है, लेकिन उत्तराखंड के लगभग 500 गांव पहले से ही इस कतार में ...
शहरी हरियाली वाले इलाकों में असंतुलन से बढ़ रही है शहरों के बीच गंभीर असमानताएं: अध्ययन
ग्लोबल साउथ के शहरों में हरियाली वाले इलाकों से सम्पर्क की असमानता ग्लोबल नॉर्थ शहरों की तुलना में लगभग दोगुनी है
क्यों मनाया जाता है विश्व पर्यावास दिवस, क्या है इस साल की थीम
विश्व पर्यावास दिवस 2022 बढ़ती असमानताओं और कमजोरियों की ओर ध्यान आकर्षित करता है जो तिहरे 'सी' संकटों - कोविड-19, जलवायु और संघर्ष से बढ़ ...
लॉकडाउन में 50 फीसदी बढ़ा रिवर्स रेमिटेंस, गांव से महानगर खातों में पहुंचे पैसे
बिहार में छपरा, दरभंगा, मोतिहारी और मध्य प्रदेश में सागर जैसी जगहों से लोगों ने महानगरों को इंडिया पेयमेंट बैंक के माध्यम से खातों ...
पर्यावरणीय संकट काल में मार्क्सवाद और वैकल्पिक विकास-विमर्श
मार्क्स का विमर्श उन्नीसवी सदी में रहा है, जबकि पर्यावरण का प्रश्न बीसवी सदी में उभर कर सामने आया है, लेकिन उनके कुछ विचारों ...
डाउन टू अर्थ खास: आवारा कुत्ते, इंसानों के दोस्त या दुश्मन?
इस बात से सभी सहमत हैं कि आवारा कुत्ते समस्या हैं, लेकिन उनकी बढ़ती संख्या सीमित रखने की नीतियों को लेकर मतभेद है
जोशीमठ भूधंसाव के बाद केंद्र को पर्यावरण की चिंता, सीमावर्ती क्षेत्रों में बन रहे राजमार्गों को छूट नहीं
जुलाई 2022 में सरकार ने सीमावर्ती क्षेत्रों में बन रहे राजमार्गों को पर्यावरण संबंधी अनापत्ति (ईसी) से छूट प्रदान कर दी थी
25 दिसंबर से जोशीमठ ही नहीं, उत्तराखंड के इन इलाकों में भी धंस रही है जमीन?
डाउन टू अर्थ ने जोशीमठ के दूरदराज के गांवों में जाकर देखा तो पाया कि दिसंबर के आखिरी सप्ताह से वहां भी दरारें आ ...
जोशीमठ भूधंसाव क्यों, भाग चार: आईआईटी, रूड़की की रिपोर्ट, बेहद असुरक्षित है आधा जोशीमठ
आईआईटी, रूड़की ने जोशीमठ में 12 जगहों पर अलग-अलग तरह से परीक्षण करने के बाद अपनी रिपोर्ट तैयार की है
एनजीटी की संयुक्त समिति ने चार धाम यात्रा के दौरान होने वाले पारिस्थितिकी विनाश को रोकने के लिए सुझाए उपाय
उत्तराखंड के तीर्थ यात्रा क्षेत्रों में पारिस्थितिक को हो रहे नुकसान की जांच करने के लिए एनजीटी द्वारा नियुक्त संयुक्त समिति द्वारा आज एक ...
चार धाम परियोजना: सुप्रीम कोर्ट ने 10 मीटर तक चौड़ा करने की अनुमति दी
सुप्रीम कोर्ट ने रक्षा मंत्रालय और सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय को हाई पावर्ड कमेटी की पर्यावरण संबंधी सिफारिशों को लागू करने का निर्देश ...