मौत का पैगाम देती आकाशीय बिजली
आकाशीय बिजली को ईश्वरीय आपदा मानने की बजाय उससे होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है
तकनीक और सामुदायिक समझ से मिल सकेंगे भूस्खलन के संकेत
भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण संस्थान रिमोट सेंसिंग और भौगोलिक सूचना तंत्र जैसी तकनीकों की मदद से भूस्खलन संवेदनशीलता मानचित्र बनाने में जुटा
बिहार में बढ़ रहा आकाशीय बिजली का कहर, गया व मधुबनी समेत तीन जगहों पर लगेंगे सेंसर
पिछले डेढ़ महीने में आकाशीय बिजली (ठनका) ने बिहार में 70 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है
मौसम की प्रचंडता का शिकार हो रहा है केरल : पालावत
पिछले नौ माह के दौरान केरल ने कई आपदाओं का सामना किया है। डाउन टू अर्थ ने इसकी पड़ताल की है। पढ़ें, इस कड़ी ...
प्रकृति में ही छुपा है प्राकृतिक आपदाओं से निपटने का रास्ता: वैज्ञानिक
वैज्ञानिकों के अनुसार जलवायु परिवर्तन और उससे जुडी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए प्रकृति में उपलब्ध समाधानों का सबसे पहले उपयोग किया जाना ...
उत्तराखंड: राहत के नाम पर क्यों उड़ाए जा रहे हैं हेलीकॉप्टर?
उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर की क्रेश लैंडिंग के बाद यह सवाल उठ रहा है कि सरकार सड़कें खोलने की बजाय प्राइवेट हेलीकॉप्टर क्यों चलवा रही ...
जलवायु आपातकाल, कॉप-25: 2018 में भारत में हुई सर्वाधिक जलवायु संबंधित मौतें
चिंताजनक आंकड़े सामने रखने वाली यह रिपोर्ट मद्रिद में पेश की गई है। इस रिपोर्ट में लॉस एंड डैमेज व्यवस्था को लागू करने पर ...
उत्तराखंड में मानसून से पहले बादल फटने जैसी तबाही, क्या है वजह
मौसम विभाग इसे बादल फटने की घटना नहीं मान रहा है, लेकिन तेज बारिश की ये घटनाएं नुकसान पहुंचा रही हैं
जानें, क्या है चक्रवातों के तीव्रता की प्रमुख वजह
इन दिनों चक्रवात की न सिर्फ तीव्रता बढ़ी है बल्कि इनकी संख्या में भी काफी वृद्धि हुई है। जानिए, आखिर इन मारक बन रहे ...
क्या बांध सुरक्षा विधेयक मलसीसर बांध जैसी दुर्घटनाएं रोक सकेगा?
देश में बांधों की सुरक्षा, समुचित निगरानी, निरीक्षण और प्रचालन सुनिश्चित करने के लिए बांध सुरक्षा विधेयक लोकसभा में पेश किया गया।
केरल व कर्नाटक में बाढ़ का कहर, सामान्य से कई गुणा अधिक बारिश
दक्षिण भारत के कई राज्य बाढ़ की चपेट में हैं। केरल व कर्नाटक में बाढ़ का कहर बढ़ता जा रहा है। इन राज्यों में ...
जलवायु परिवर्तन की वजह से कहीं सूखा है तो कहीं बाढ़
केरल संकट-एक : पिछले नौ माह के दौरान केरल ने कई आपदाओं का सामना किया है। डाउन टू अर्थ ने इसकी पड़ताल की है।
तुर्किये-सीरिया भूकंप के बाद खोजबीन, बचाव और राहत कार्य में अहम भूमिका निभा रहे हैं उपग्रह
उपग्रह की छवियां और आंकड़े राहत कर्मियों को दूर-दराज के इलाकों में नष्ट हो चुकी इमारतों तक ले जाने में मदद करते हैं, जहां ...
लू की भयंकरता और बढ़ेगी
मई के आखिरी हफ्ते में उत्तर भारत लगातार लू यानी हीटवेव की चपेट में रहा और इससे अब भी राहत मिलती नजर नहीं आ रही ...
जानलेवा हवा
भारत में हीटवेव तीसरी सबसे बड़ी “हत्यारन” के रूप में उभरी है। इसका दायरा बढ़ रहा है और यह नए-नए क्षेत्रों को चपेट में ...
उत्तराखंड: चंपावत में 24 घंटे में 593 और नैनीताल में 535 मिलीमीटर बारिश, भारी नुकसान
कुमाऊं क्षेत्र में पंतनगर और मुक्तेश्वर में 24 घंटे के दौरान बारिश के ऑलटाइम रिकॉर्ड से करीब दोगुना ज्यादा बारिश हुई। पिछले रिकॉर्ड मानसून ...
कृषि मंत्रालय ने पहली बार बनाई आपदा प्रबंधन योजना, जल्द होगी लागू
कृषि मंत्रालय ने ऐसे 34 जोखिमों को सूचीबद्ध किया गया है, जो कृषि क्षेत्र के लिए खतरा बन सकते हैं
दो दिन बाद मिलती है नेपाल से बाढ़ की सूचना, तब तक बिहार में मच जाती है तबाही!
नेपाल से भारत आ रही कोसी नदी में बाढ़ आने की सूचना सही समय पर मिल जाए तो बिहार में होने वाले नुकसान को ...
हिमाचल: मानसून सीजन में आपदाओं में 470 लोगों की जानें गई, 1140 करोड़ का नुकसान
हिमाचल प्रदेश में पिछले 17 वर्षाें में दूसरी बार सबसे लंबा रहा मानसून सीजन, आठ जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई
केदारनाथ आपदा के दस साल: सीखने की बजाय और बिगाड़ रहे हैं हालात, विशेषज्ञों ने चेताया
विशेषज्ञों ने कहा कि सरकार वैज्ञानिकों की सलाह को दरकिनार कर कच्चे हिमालय में सीमेंट और लोहा भर रही है
तो क्या विकास की बलि चढ़ गया असम का हिल स्टेशन हाफलोंग
असम में बाढ़ का आना कोई नई बात नहीं है। लेकिन इस बार समय से पहले अत्याधिक बारिश की वजह से कई इलाकों में ...
आखिर किस की मिलीभगत से ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई: भट्ट
पर्यावरणविद चंडी प्रसाद भट्ट ने कहा, पानी के रास्ते में नहीं आते बांध तो इतना नुकसान नहीं होता
केदारनाथ के पुनर्निर्माण में क्यों जल्दबाजी कर रही है सरकार
वैज्ञानिकों ने केदारनाथ मंदिर के आसपास पुनर्निर्माण पर सवाल उठाते हुए कहा है कि जल्दबाजी करना ठीक नहीं है
उत्तराखंड में आपदा प्रबंधन, केवल नीति, नियम बनाने से नहीं चलेगा काम
लोगों को यह समझाना होगा कि आपदाओं के जोखिम क्या हैं, तब ही वे लोग समाधान की ओर प्रेरित होंगे और आपदाओं से होने ...
अतीत से: सबसे जानलेवा द ग्रेट भोला चक्रवात
5 लाख लोगों की मौत का कारण बने इस चक्रवात के बाद पूर्वी पाकिस्तान में व्यापक असंतोष पनपा और उसकी स्वायत्तता की मांग ने ...