सर्दियों में उत्तर और पूर्वी भारत रहे सबसे प्रदूषित, राजस्थान-बिहार के छोटे शहर नए हॉटस्पॉट बने
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट ने एक अक्टूबर से 31 जनवरी 2024 यानी सर्दियों के मौसम में देश के शहरों की हवा की गुणवत्ता ...
जानलेवा पीएम: बिहार के शहरों में भी बिगड़ा एक्यूआई, बच्चों की फूली सांसें
9 नवंबर को पटना में एक्यूआई 409 दर्ज, पूर्णिया में 391, सहरसा में 320, छपरा में 318 और भागलपुर में 302 दर्ज किया गया
केदारनाथ में भी पटाखों का धुआं और शोर, न ग्लेशियर की चिंता, न वन्यजीवों की
केदारनाथ वन्य जीव अभ्यारण्य में हिम तेंदुए से लेकर हिमालयन थार, कस्तूरी मृग, रेड फॉक्स, हिमालयन सेही, काला भालू, हिमालयन मर्मोट, मोनाल, ग्रिफॉन गिद्ध ...
बिगड़ती फिजा से चिंता में भोपाल गैस पीड़ित, बढ़ रही बीमारियां
नामदेव गैस पीड़ित हैं, उनकी तकलीफें इन दिनों बढ़ी हुई हैं, वह आशंकित हैं कि प्रदूषण और बढ़ेगा तो उन जैसे गैस पीड़ितों की ...
त्योहारों में धर्म के नाम पर पर्यावरण को नुकसान
जब से धर्म फैशन का रूप लेने लगा है, इसने पर्यावरण को ज्यादा नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है
दिवाली 2022 : गंभीर प्रदूषण के मुहाने पर पहुंची दिल्ली-एनसीआर की हवा, 26 अक्टूबर तक ऐसे ही रहेंगे हालात
पटाखों और पराली पर नियंत्रण के बावजूद दिल्ली समेत उत्तर भारत के प्रमुख शहरों की वायु गुणवत्ता खराब से बहुत खराब श्रेणी में झूल ...
पटाखों की तरह उद्योग भी खुद पर अंकुश लगाकर प्रदूषण रोकें: जावड़ेकर
जावड़ेकर ने कहा कि जिस तरह बच्चों ने खुद पर नियंत्रण करते हुए इस साल कम पटाखे जलाए, उसी तरह उद्योग भी खुद पर ...
रस्म अदायगी बन गई है वायु प्रदूषण से निपटने की कवायद
हकीकत यह है कि हमें प्रदूषण के स्रोत के बारे में पूरी जानकारी है, भले ही हर क्षेत्र का इसमें योगदान अलग-अलग मौसम में ...
चेतावनी : दिवाली तक दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के शहरों में वायु गुणवत्ता हो सकती है गंभीर
22 अक्तूबर 2022 को दिल्ली और आस-पास (एनसीआर) के शहरों में हवा की गुणवत्ता खराब से बहुत खराब के बीच बनी हुई है
दीवाली से पहले पराली जलाने में आई तेजी, देश के 29 शहरों की वायु गुणवत्ता हुई खराब
दिल्ली की हवा में इस बार पराली प्रदूषण का स्तर 5 फीसदी है जबकि बीते वर्ष यह 15 फीसदी था
एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए झारखंड सरकार देगी सब्सिडी
नीति आयोग के अनुसार 2025 तक 20 प्रतिशत एथेनॉल सम्मिश्रण से देश को प्रति वर्ष 30,000 करोड़ विदेशी मुद्रा की बचत और कार्बन उत्सर्जन ...