दुनिया भर में पेड़-पौधों को प्रभावित कर रहा बारिश के चरित्र में आता बदलाव, क्या जलवायु परिवर्तन है जिम्मेवार
बारिश में कमी और अधिकता से जहां कुछ पौधों को इसका फायदा मिलता है, वहीं दूसरों पर दबाव बढ़ जाता है
चरम मौसमी घटनाओं के कारण गंगा का उपजाऊ मैदानी क्षेत्र बन सकता है जलवायु का हॉटस्पॉट
विश्लेषण से पता चला है कि भविष्य में चरम मौसमी घटनाओं के मिश्रित प्रभाव से देश में पहले से कहीं ज्यादा लोग प्रभावित हो ...
महाराष्ट्र सूखा योजना: दस साल, 9,630 करोड़ खर्च, फिर भी महज 487 लोगों के लिए पानी
विशेषज्ञों का कहना है कि मराठवाड़ा में सूखा स्पष्ट रूप से मानव निर्मित आपदा है, जिसके लिए जल संसाधनों का कुप्रबंधन जिम्मेवार है
साफगोई: आज बेंगलुरु, कल आपका शहर
जलवायु संकट के इस दौर में जल अभियंताओं को जमीनी हकीकत समझनी होगी और फिर से विचार कर कदम उठाने होंगे
सूखे की राह पर पानी वाली धरती
भारत में पिछले चार दशक में करीब एक तिहाई जैव-विविधता से भरे वेटलैंड्स शहरीकरण और कृषि भूमि के विस्तार में गुम हो गए
जल संरक्षण व सूखा निवारण के मकसद से भटकी मनरेगा, 75 के मुकाबले 35 फीसदी ही हुआ खर्च
2014 में 75 प्रतिशत कार्यों को सीधे जल संरक्षण और सूखा निवारण से जोड़ने के लिए कानून में संशोधन किया गया था
सूखे की चपेट में है भारत का 30 फीसदी हिस्सा
अगस्त के दौरान बारिश में 36 फीसदी की कमी दर्ज की गई है
वैज्ञानिकों ने बनाई नई प्रणाली, महीनों पहले दे देगी सूखे की चेतावनी
वैज्ञानिकों ने एक ऐसे पूर्वानुमान प्रणाली विकसित की है, जो महीनों पहले ही सूखे की चेतावनी देती है। यह प्रणाली उन करोड़ों किसानों के ...
सामान्य मानसून के बावजूद सूखे के पूरे आसार!
एक सामान्य मानसून के पूर्वानुमान को किसानों के फायदे से जोड़ना बेमानी बात है। जो रूझान दिख रहे हैं, उसे एक आपदा की शुरुआत ...
जीवंत लड़ाई
अगर आपको किसी ऐसी जगह पर रहना पड़े जो देश के गिने चुने अधिकतम सूखे क्षेत्र में आता हो, तो आप किस तरह के ...
चार राज्यों में सूखे जैसे हालात, तो क्यों नहीं की जा रही है सूखे की घोषणा?
केंद्र सरकार के राष्ट्रीय फसल पूर्वानुमान केंद्र के मुताबिक चार राज्यों के 91 जिलों के 700 से अधिक ब्लॉकों में सूखे जैसे हालात बन ...
मनरेगा रिपोर्ट कार्ड : 2018-19 में जल संरक्षण व सिंचाई से संबंधित 18 लाख काम पूरे नहीं हो पाए
साल 2018-़19 के दौरान हुए मनरेगा के कार्यों का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि मनरेगा के काम पूरे हो जाते तो सूखे ...
मरुस्थलीकरण: बीस साल में सूखे की वजह से पांच फीसदी कम हो गई भारत की जीडीपी
दुनिया के सामने अब ऐसी नई पीढ़ी बड़ी हो रही है, जिसके लिए पानी दुर्लभ हो रहा है। महिलाएं जितनी कैलोरी एनर्जी ले रही ...
बिहार में सूूखे जैसे हालात, पलायन की तैयारी कर रहे किसान
बिहार में मॉनसून 2023 के दो माह के दौरान सामान्य से 48 प्रतिशत कम बारिश हुई है, कई जिलों में हालात बहुत खराब हैं
भारत के 21 फीसदी हिस्से पर मंडरा रहा है सूखे का खतरा
इस साल सूखे की स्थिति का सामना कर रहा भूभाग पिछले वर्ष की तुलना में करीब 62 फीसदी ज्यादा है। 2020 में देश का ...
कॉप 27: सूखे से निपटने के लिए शर्म अल-शेख में ‘इंटरनेशनल ड्रॉट रेसिलिएंस एलायंस’ हुआ लांच
आईपीसीसी का अनुमान है कि जलवायु में आते बदलावों के चलते अगले 28 वर्षों में वैश्विक स्तर पर 75 फीसदी लोग सूखे और पानी ...
मॉनसून 2023: क्या लंबी अवधि के सूखे की भविष्यवाणी कर सकता है भारत?
एक नए डीप लर्निंग मॉडल से पता चला है कि 2027 तक देश के कई महत्वपूर्ण हिस्से सूखे की चपेट में होंगें
भारत में मौसमी आपदाओं का कहर, छह साल के दौरान 67 लाख बच्चे हुए बेघर: रिपोर्ट
भारत में 2016 से 2021 के बीच मौसमी आपदाओं के चलते 67 लाख बच्चों को अपने घरोंदों को छोड़ दूसरी सुरक्षित जगहों पर शरण ...