लुटता हिमालय: जोशीमठ ही नहीं, पूरे हिमालय को छलनी कर रही हैं 'विकास' की दरारें
जोशीमठ का संकट अविवेकी और अनियंत्रित विकास की बानगी भर है। इस संकट ने हिमालयी राज्यों में विकास को नए सिरे से परिभाषित करने ...
बेहद जरूरी है गैर बारहमासी नदियां का प्रबंधन
अध्ययन में नदी के बहाव में होने वाली रुकावट से भविष्य में होने वाले बदलावों का आकलन किया गया है
फसलों में रोग बढ़ा रही हैं कुछ पक्षियों की प्रजातियां, खाद्य सुरक्षा पर बढ़ सकता है संकट
इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने जंगली पक्षी के मल के 11,000 से अधिक बैक्टीरिया परीक्षण किए और 8 प्रतिशत नमूनों में कैम्पिलोबैक्टर नामक रोग ...
हिंदू कुश हिमालय की जैव विविधता को बड़ी तेजी से बदल रहा है जलवायु परिवर्तन: रिपोर्ट
आईसीआईएमओडी की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार हिंदू कुश हिमालय क्षेत्र में जीव जंतुओं, पौधों, फूलों आदि की प्रवृति में काफी बदलाव आ रहा है
उष्णकटिबंधीय जंगलों को काट कर ताड़ के पेड़ लगाना ठीक नहीं: अध्ययन
शोधकर्ताओं ने बोर्नियो में तेल के लिए किए जा रहे ताड़ के वृक्षारोपण तथा काटे गए पुराने जंगलों से 248 कशेरुक प्रजातियों की आबादी ...
उत्तराखंड: खतरे में है सूखाताल का अस्तित्व, कैसे बचेगा नैनीताल
100 से ज्यादा पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने उत्तराखंड उच्च न्यायालय को एक पत्र भेजकर सूखा ताल को बचाने की गुहार लगाई है
तापमान के 1.5 डिग्री होने पर छोटे ग्लेशियरों का 50 फीसदी हिस्सा होगा गायब :आईपीसीसी रिपोर्ट
रिपोर्ट के मुताबिक कम उत्सर्जन परिदृश्य के तहत पहाड़ों में वर्तमान बर्फ के लगभग आधे हिस्से संरक्षित रहेंगे, जबकि उच्च स्तर दो-तिहाई और 90 ...
क्यों हुआ जोशीमठ भूधंसाव, भाग दो: पीडीएनए रिपोर्ट में एनटीपीसी के हाइड्रो प्रोजेक्ट का जिक्र तक नहीं
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से 139 पेज की पोस्ट डिजास्टर नीड असेसमेंट रिपोर्ट तैयार की गई है
केदारनाथ में भी पटाखों का धुआं और शोर, न ग्लेशियर की चिंता, न वन्यजीवों की
केदारनाथ वन्य जीव अभ्यारण्य में हिम तेंदुए से लेकर हिमालयन थार, कस्तूरी मृग, रेड फॉक्स, हिमालयन सेही, काला भालू, हिमालयन मर्मोट, मोनाल, ग्रिफॉन गिद्ध ...
आवरण कथा, खतरे में हिल स्टेशन: क्या जोशीमठ के 'सबक' आ सकते हैं काम?
पहले जोशीमठ, फिर शिमला, कुल्लू, नैनीताल में ढहते भवनों ने इस साल हिमालयी राज्यों में बसे हिल स्टेशनों की कैरिंग कैपेसिटी (वहनीय क्षमता) पर ...
साफ हवा एशिया के ऊंचे पहाड़ों में बारिश लाती है: अध्ययन
यूरेशिया में मानवजनित एरोसोल के असमान उत्सर्जन ने जेट स्ट्रीम को कमजोर कर दिया है और 1950 के दशक से पश्चिम से जुड़े वर्षा ...
2050 तक 2.8 अरब से अधिक लोगों को गंभीर पारिस्थितिकी खतरों वाले क्षेत्रों में रहने के लिए मजबूर होना पड़ेगा
रिपोर्ट में 221 देशों और 3,594 उप-राष्ट्रीय क्षेत्रों में विभाजित स्वतंत्र क्षेत्रों को शामिल किया गया है, जहां दुनिया की 99.99 प्रतिशत आबादी रहती ...
सर्दियों में नहीं पड़ी ठंड व बर्फ, हिमालयी राज्यों में बढ़ती गर्मी दे रही है खतरे का संकेत
ग्लोबल वार्मिंग के कारण बढते तापमान से पश्चिमी विक्षोभ कमजोर हो रहे हैं
नदियों के मौसमी प्रवाह में रुकावट डाल रही है बदलती जलवायु, बढ़ सकता है जल संकट
बर्फ पिघलने वाले क्षेत्रों में वसंत और गर्मियों की शुरुआत में नदी के स्तर में कमी के कारण नदी के किनारे की वनस्पति और ...
हिमालय से आए नए संकेत, क्या रास्ता बदल रहे हैं ग्लेशियर
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में हिमस्खलन की ताजा घटना ने विशेषज्ञों को चौंका दिया है
नदियों के लिए अंतर्राष्ट्रीय कार्रवाई दिवस: क्या है इतिहास, थीम, महत्व यहां जानें
मीठे या ताजे पानी की प्रजातियों में 1970 के बाद से 83 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है
क्यों हुआ जोशीमठ भूधंसाव, भाग एक: कहीं छोटे-छोटे भूंकप तो नहीं थे वजह?
वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी की रिपोर्ट में कई अहम बिंदुओं को उठाया गया है
31 मार्च 2026 तक हिमाचल को स्वच्छ व हरित ऊर्जा राज्य बनाने का लक्ष्य
हिमाचल सरकार ने सरकारी कार्यालयों में पेट्रोल और डीजल वाहनों की खरीद पर पूरी तरह रोक लगा दी है
कॉप 28 में भारत ने साझा की पहाड़ों पर किए जा रहे बचाव कार्यों की योजना
दुबई में आयोजित कॉप28 में भारतीय पवेलियन में हिमालय व पहाड़ों पर जलवायु परिवर्तन के असर पर चर्चा की गई
20 साल में समुद्र में तीन गुणा बढ़ जाएगा कचरा, मछलियों से ज्यादा होगी प्लास्टिक
अनुमान है कि 2040 तक समुद्र में मौजूद कुल प्लास्टिक वेस्ट बढ़कर करीब 60 करोड़ टन हो जाएगा
2023 की एक झलक: विज्ञान से जुड़ी दस अविस्मरणीय तस्वीरें
इनमें से हर एक तस्वीर ब्रह्मांड के अनसुलझे रहस्यों को सुलझाने में मानवता द्वारा उठाए कदमों का जीता जागता प्रमाण है
जानिए क्यों सांभर फेस्टिवल पर लटकी एनजीटी की तलवार
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: टाइगर कॉरिडोर में सशर्त सड़क निर्माण मंजूरी: एनजीटी
पीपुल्स फॉर हिमालय ने राजनीतिक पार्टियों के लिए जारी किया पांच सूत्रीय मांग पत्र
हिमालय में बढ़ रही आपदाओं पर अंकुश लगाने के लिए भारत के सभी हिमालयी राज्यों के संगठन एकजुट हुए