गंगा बेसिन में घट रही है जलीय पौधों की विविधता
तालाबों और झीलों में बढ़ता प्रदूषण जलीय पौधों की विविधता में बड़ा बदलाव ला रहा है और देशी प्रजातियों के लिए खतरा पैदा कर ...
हिमाचल व जम्मू-कश्मीर में भूस्खलन, विकास कार्यों पर उठी उंगुलियां
हिमाचल प्रदेश में बढ़ती भूस्खलन की घटनाओं को देखते हुए प्रदेश के राज्यपाल ने एक उच्चस्तरीय बैठक की
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से चलेगा नदी के पानी की गुणवत्ता का पता
टीम ने अलग-अलग देशों के हाइड्रोमेटोरोलॉजिकल आंकड़ों के आधार पर विश्लेषण किया, जिसमें वायु तापमान, वर्षा और पानी के बहने की दर जैसे माप ...
क्या रोमांच और मनोरजन के साथ-साथ पर्यावरण के दृष्टिकोण से भी सही हैं ओलंपिक खेल?
जुलाई 2021 से शुरु होने वाले टोक्यो ओलंपिक को इस शोध में 40 अंक दिए गए हैं जोकि 1992 से 2020 ओलंपिक्स के लिए दिए कुल औसत 48 से भी कम है
रिजर्व फॉरेस्ट में खनन की ई-नीलामी आदेश से नया संकट
ग्रामीणों का कहना है कि इस आदेश के बाद उनका निस्तार, उनके आसपास का पर्यावरण और वन्य प्राणियों पर संकट खड़ा हो जाएगा
लुटता हिमालय: एक साथ कई चुनौतियों ने बढ़ाई मुश्किलें
बेहद नाजुक माना जाने वाला भारतीय हिमालय क्षेत्र बेतहाशा बढ़ते शहरीकरण, पारिस्थितिक क्षय, पर्यटन और विद्युत परियोजनाओं के चलते एक साथ कई पर्यावरणीय मोर्चों ...
लुटता हिमालय: नीति निर्माताओं को खोलनी होगी आंख: अनिल जोशी
सड़कें पहले हाथों से बनाई जाती थीं, लेकिन अब भारी मशीनों का इस्तेमाल किया जाता है। यह बड़े पैमाने पर पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान ...
बंजर होता भारत -6: 10 साल में 31 फीसदी घटे घास के मैदान
2005 से 2015 के बीच सामुदायिक भूमि और चारागाह कम हुए, वहीं दूसरी ओर कृषि भूमि बढ़ रही है, जिससे असंतुलन की स्थिति उत्पन्न ...
दुनिया भर में 30 फीसदी शिकारी पक्षियों की प्रजातियों पर मंडरा रहा है खतरा
दक्षिण एशिया में मरे हुए जानवरों को खाने के बाद शिकारी पक्षियों की मृत्यु में बढ़ोतरी देखी गई है, हाल के दशकों में कुछ ...
कैसे हो नदियों के डेल्टा और वहां रहने वाले लोगों के बीच संतुलन?
अध्ययन में नदी प्रणालियों को मोड़ने के लिए सबसे अच्छी जगह का विश्लेषण किया है, जो प्राकृतिक तौर पर बनाई गई संरचनाएं हैं, जो ...
महासागरों में प्रवेश करने से पहले बरसों तक नदियों में रहता है माइक्रोप्लास्टिक
यह पूरे जल प्रवाह में प्लास्टिक प्रदूषण के स्रोतों से ताजे या मीठे पानी में माइक्रोप्लास्टिक के मिलने और जमा होने के समय का ...
आकाशीय बिजली गिरने से उष्णकटिबंधीय जंगलों में हर बार 100 पेड़ों का हो रहा है नुकसान
पेड़ों की प्रजातियां बिजली के हमलों के लिए अलग तरह से प्रतिक्रिया करती हैं, लेकिन पेड़ों पर उन हमलों के प्रभाव को मापा नहीं ...
मिट्टी में सूक्ष्मजीवों पर बदलते मौसम से कार्बन उत्सर्जन बढ़ रहा है : अध्ययन
अध्ययन में पाया गया कि मिट्टी में सूक्ष्मजीवों की आबादी को लगातार औसत स्तर पर रखने से कार्बन उत्सर्जन को कम किया जा सकता ...
प्रजातियों के भीतर छिपी हुई जैव विविधता का लगातार नुकसान हो रहा है : अध्ययन
अध्ययन से पता चला है कि प्रजातियों के भीतर विविधता के नुकसान के गंभीर पारिस्थितिक परिणाम हो सकते हैं, यह प्राकृतिक सामग्री और प्राकृतिक ...
लुटता हिमालय: कम वजन और बेहतर डिजाइन वाले निर्माण करने होंगे
अच्छे और सुरक्षित निर्माण का एक ही मंत्र है- कम वजन और बेहतर डिजाइन वाले ढांचे, बढ़िया ड्रेनेज सिस्टम जो प्राकृतिक नाले से जुड़े ...
लुटता हिमालय: जनसंख्या के बढ़ते दबाव ने बढ़ाई मुश्किलें
1971 से लेकर 2021 के बीच 12 हिमालयी राज्यों की कुल जनसंख्या में डेढ़ गुना से अधिक वृद्धि देखी गई है। इस दौरान शहरी ...
लुटता हिमालय: भूमि उपयोग और आवरण में बदलाव से सूख रही हैं धाराएं
धाराएं केवल हिमालय क्षेत्र की 5 करोड़ आबादी ही नहीं बल्कि वास्तव में 15 करोड़ की आबादी के लिए महत्वपूर्ण हैं
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए देशी ज्ञान की है अहम भूमिका
समुदाय आधारित पारिस्थितिक कैलेंडर बनाने से जलवायु परिवर्तन की स्थिति में स्थानीय स्तर पर इससे निपटने की क्षमता का विकास होगा
लुटता हिमालय: प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए संतुलित पहल की आवश्यकता
क्षेत्र के पर्यावरण और लोगों के आर्थिक लाभ के बीच एक संतुलित दृष्टिकोण की आवश्यकता है। आपदाओं को पूरी तरह से रोक पाना संभव ...
प्राकृतिक नहीं, एक सुनियोजित आपदा है जोशीमठ
हिमालय की गोद में बसे जोशीमठ के धंसने की शुरुआत बताती है कि हमने भौगोलिक दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों की पारिस्थितिक विशेषताओं को ध्यान ...
नदियों में बढ़ रही है रासायनिक पदार्थों की मात्रा, कौन है जिम्मेवार?
नदियों से दुनिया भर के महासागरों में कुल घुलने वाले ठोसों की मात्रा 68 फीसदी है जिसमें क्लोराइड 81, सोडियम 86 और सल्फेट में ...
घुमंतू समुदाय की भाषा पर खतरा सबसे अधिक
भाषायी सर्वेक्षण प्रकाशित करने वाले गणेश देवी से डाउन टू अर्थ ने भाषाओं की विलुप्ति पर विस्तार से बात की
गंगा नदी के निचले हिस्सों में पानी की गुणवत्ता बहुत खराब पाई गई: अध्ययन
अध्ययन में पर्यावरण में होने वाले बदलावों और जल गुणवत्ता सूचकांक पर मानसूनी वर्षा के प्रभाव को समझने के लिए गंगा नदी के निचले ...
अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस पर जानें पहाड़ों के बारे में कुछ खास बातें
दुनिया के 80 प्रतिशत भोजन की आपूर्ति करने वाली 20 पौधों की प्रजातियों में से छह की उत्पत्ति पहाड़ों में हुई, जिनमें मक्का, आलू, ...
नदी की बेसहारा संतानें
नदी पर आश्रित मछुआरे अपने पुश्तैनी पेशे को छोड़कर मजदूर बनने को विवश हो रहे हैं। सरकारी नीतियों में उनके लिए कोई जगह नहीं ...