पहले कभी नहीं हुई ऐसी विलुप्ति
यह एजेंडा पूरी मानवता के लिए है कि वह इस धरती और उसके संसाधनों को मानवीय हमलों से बचाए
पर्यावरण को बचाने और जलवायु परिवर्तन से निपटने में अहम हैं पुरातन पेड़
सैकड़ों-हजारों वर्षों से समय का गवाह रहे यह पुरातन पेड़ जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र को बचाने के साथ-साथ जलवायु में आते बदलावों का ...
पिछले दो दशकों में दुनिया भर की 4 हजार वर्ग किमी आर्द्रभूमि का हुआ नुकसान
दुनिया भर के कुल ज्वारीय आर्द्रभूमि में लगभग तीन-चौथाई की कमी एशिया में हुई, जिसमें से लगभग 70 फीसदी इंडोनेशिया, चीन और म्यांमार में ...
नए युग में धरती : कहानी हमारे अत्याचारों की
मौजूदा समय को भले ही हम कलयुग का नाम दें लेकिन वैज्ञानिक भाषा में इसे मानव युग यानी एंथ्रोपोसीन कहा जा रहा है। यह ...
परागणकारी जीवों की कमी के बावजूद वैश्विक अनाज उत्पादन में बढ़ोत्तरी
वैश्विक संस्था आईपीबीईएस की ड्राफ्ट रिपोर्ट के मुताबिक बीते 50 वर्षों में परागण पर निर्भर रहने वाली वैश्विक फसलों में 300 फीसदी की बढोत्तरी हुई ...
मानवजनित गतिविधियां बाढ़ के मैदानों का विनाश कर, बाढ़ के खतरे बढ़ा रही हैं: अध्ययन
27 वर्षों में दुनिया भर में मानवीय गड़बड़ी के कारण 6,00,000 वर्ग किलोमीटर बाढ़ के मैदान गायब हो गए हैं, जिसमें बुनियादी ढांचे का ...
विश्व पर्यावरण दिवस विशेष: अंधाधुंध खेती से जैव विविधता पर पड़ रहा है भारी असर: शोध
शोधकर्ताओं ने यह पता लगाने की कोशिश की है कि 2070 के अनुमानित तापमान के चलते जंगल की जैव विविधता और खेती के बीच ...
दुनिया भर में भूजल के भंडार और जैव विविधता के संरक्षण में है भारी कमी : अध्ययन
शोधकर्ताओं ने दुनिया भर में भूजल के प्राकृतिक भंडार और जलग्रहण क्षेत्रों का मानचित्रण किया और पाया कि भूजल पर निर्भर पारिस्थितिक तंत्र वाले ...
यूरोपीय संघ ने दुनिया भर से मेंढकों की विलुप्ति का ठीकरा दूसरों के सिर फोड़ा
1970 से 1980 के दशक में, भारत और बांग्लादेश यूरोप में मेंढकों की टांगों के शीर्ष आपूर्तिकर्ता थे, लेकिन जब उनकी जंगली मेंढकों की ...
टिप्पिंग पॉइंट पर पहुंचा अमेजन के जंगलों का 26 फीसदी हिस्सा, मूल निवासियों पर टिकी उम्मीदें
रिपोर्ट की मानें तो 2025 तक अमेजन के 80 फीसदी हिस्से को संरक्षित करना संभव है, लेकिन इसके लिए वहां रहने वाले मूल निवासियों ...
किन कार्यों से जैव विविधता को कितना हो सकता है खतरा, वैज्ञानिकों ने किया आकलन
अध्ययन में वैज्ञानिकों ने 'शेयर बाजार' के माध्यम से सभी प्रजातियों के मूल्य को औपचारिक रूप देने का प्रस्ताव पेश किया है, जिसे जैव ...
जलवायु में बदलाव से पौधों की ऊपरी और निचली सरंचना पर हो रहा है अलग-अलग असर
यह अध्ययन दुनिया भर में गर्म होती जलवायु के तहत पौधों के जमीन के ऊपर और नीचे के भाग यानी जड़ों की फेनोलॉजी के ...
इकोसिस्टम में आ रही गिरावट का परिणाम हैं बढ़ती महामारियां: शोध
हम इंसानों द्वारा पर्यावरण का जिस तरह से विनाश किया जा रहा है, वो महामारियों के खतरे को और बढ़ा रहा है| साथ ही ...
प्रकृति के असल रक्षक हैं वनवासी : वैश्विक रिपोर्ट
अंतर सरकारी विज्ञान नीति मंच (आईपीबीईएस) ने अपनी वैश्विक रिपोर्ट में कहा है कि देशज और स्थानीय समुदाय के ज्ञान को अब तक वैश्विक ...
देश के दो-तिहाई पारिस्थितिक तंत्र में सूखे का सामना करने की क्षमता नहीं
भारत के 22 नदी घाटियों में से महज छह नदी घाटियों के पारिस्थितिक तंत्र में जलवायु परिवर्तन, खासतौर पर सूखे का सामना करने की ...
पारिस्थितिकी तंत्र से होने वाले फायदों में साल 2100 तक 9 फीसदी की गिरावट आने के आसार
शोध में पाया गया कि दुनिया के सबसे गरीब 50 फीसदी देशों और क्षेत्रों को सकल घरेलू उत्पाद का 90 फीसदी तक नुकसान उठाना ...
दुनिया भर में पक्षियों की प्रजातियों में 48 फीसदी और भारत में 50 फीसदी की भारी गिरावट : रिपोर्ट
अध्ययन में कहा गया है कि दुनिया भर में मौजूदा पक्षी प्रजातियों में से लगभग 48 फीसदी आबादी गिरावट के दौर से गुजर रही ...
पहाड़ों में प्रकृति आधारित समाधान सूखे के प्रभाव को कम कर सकते हैं
विश्लेषण से पता चलता है कि जलवायु परिवर्तन ने जलवायु पर मानवजनित प्रभाव के बिना दुनिया के सापेक्ष सूखे के दौरान पानी बहने की ...
अनुमान से कहीं ज्यादा है प्रकृति के नुकसान की कीमत, वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी
शोधकर्ताओं का सुझाव है कि सरकारें भावी पीढ़ियों के लिए जैव विविधता और प्रकृति के संरक्षण से होने वाले फायदों की गणना के लिए ...
सबसे बड़े डेल्टा के 90 फीसदी मेंढकों में मिले माइक्रोप्लास्टिक के सबूत, इकोसिस्टम के लिए है बड़ा खतरा
अध्ययन किए गए 90 फीसदी मेंढकों के गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट (जीआईटी) में माइक्रोप्लास्टिक के कण मिले हैं, जो पर्यावरण पर मंडराते बड़े खतरे की ओर ...
भूमि के अंधाधुंध उपयोग से प्रभावित हो रहे हैं मिट्टी में रहने वाले जीव
शोधकर्ताओं ने पांच प्रकार के भूमि उपयोग पर गौर किया, जिसमें फसलों को उगाने के लिए उपयोग किए जाने वाले क्षेत्र, जंगल जैसे वृक्षारोपण ...
जलवायु संकट: पराग कणों को ले जाने से भौंरा हो रहा है दो डिग्री से अधिक गर्म
मधुमक्खी के शरीर का तापमान प्रत्येक मिलीग्राम पराग के लिए 0.07 डिग्री सेल्सियस बढ़ा, पूरी तरह से परागण से लदी मधुमक्खियां बिना परागण की ...
बहुत छोटे इलाकों में सबसे अधिक पाई जाती है पौधों की विविधता: अध्ययन
अध्ययन में, टीम ने पृथ्वी के सभी जलवायु क्षेत्रों से लगभग 170,000 वनस्पति भूखंडों के डेटासेट का विश्लेषण किया
जलवायु परिवर्तन: तेजी से कम हो रही है मिट्टी की नमी, पेड़-पौधों पर पड़ेगा असर
शोधकर्ताओं की टीम ने पता लगाया कि कैसे ऊर्जा और पानी की उपलब्धता में एक साथ आने वाले बदलाव दुनिया भर में वनस्पति के ...
हर साल औसतन 87 हजार वर्ग किलोमीटर सिकुड़ रहे हैं पृथ्वी पर जमे हुए पानी वाले इलाके
जमे हुए पानी वाले सभी इलाके मुख्य रूप से उत्तरी गोलार्ध में तेजी से घट रहे हैं, जिसमें हर साल लगभग 102,000 वर्ग किलोमीटर ...