हाथियों के आक्रामक व्यवहार के लिए काफी हद तक दोषी है इंसानी हस्तक्षेप
रिसर्च से पता चला है कि हाथियों के झुंड प्राकृतिक जंगलों की तुलना में मानव-परिवर्तित घास के मैदानों में भोजन के लिए कहीं ज्यादा ...
जानिए क्यों हाथियों के कॉरिडोर का संरक्षण है जरूरी
वर्ष 2015 की हाथियों की गणना में ये बात सामने आई थी कि शिवालिक रिजर्व में रहने वाले तकरीबन 25 % हाथी संरक्षित क्षेत्र के बाहर रहते हैं।
केंद्र ने की 62 नए हाथी गलियारों की पहचान, देश में अब तक 150 की हो चुकी है पुष्टि
देश के पूर्वी मध्य क्षेत्र में सबसे ज्यादा 52 गलियारे हैं। वहीं राज्यों के लिहाज से पश्चिम बंगाल में इनकी संख्या सबसे ज्यादा 26 ...
केरल में गर्भवती हथिनी की हत्या के बहाने वन्यजीवों के खिलाफ साजिशों की पड़ताल जरूरी
मेनका गांधी को यह भली-भांति पता है कि तमाम विकास योजनाओं का सबसे बुरा प्रभाव देश के वन्यजीवों पर पड़ा है
क्यों न बढे संघर्ष, भारत में इंसानों ने अपने फायदे के लिए हड़प ली हाथियों की 86 फीसदी से ज्यादा जमीन
भले है हाथियों और इंसानों के बढ़ते आपसी संघर्ष के लिए हम इस निरीह जानवर को जिम्मेवार ठहराते हों लेकिन सच यही है कि ...
ट्रेन की टक्कर से 2 हाथियों की मौत, चार साल में मरे 62 हाथी
हरिद्वार के ज्वालापुर सीतापुर क्षेत्र में तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आने से दो हाथियों की मौके पर ही मौत हो गई
क्यों तनाव में जी रहे हैं एशियाई हाथी, नए अध्ययन से चला पता
जिन नर हाथियों के कोई मित्र नहीं होते हैं उनमें तनाव का अधिक स्तर दिखता है। मादा हाथियों में तनाव तब कम दिखाई देता ...
विश्व हाथी दिवस: नष्ट होते आवासों के बीच हाथियों का संरक्षण किस तरह सुनिश्चित हो
एशियाई बाजारों में हाथी दांत की चाहत के कारण हजारों हाथियों का शिकार हुआ
विश्व हाथी दिवस पर विशेष: क्यों दंतविहीन होते जा रहे हैं गजराज
वैज्ञानिकों और वन विभाग के अनुमान के मुताबिक, उत्तर-पूर्वी भारत में पाए जाने वाले हाथियों में 60 प्रतिशत दंतहीन हैं। वहीं दक्षिण भारत में इनकी ...
रायपुर के पास घूम रहे हैं डेढ़ दर्जन हाथी
कई लोगों ने हाथियों के इस दल को राजधानी रायपुर से महज 30 किलोमीटर दूर आरंग तक में विचरण करते हुए देखा है
वन विभाग की टीम पर हाथियों ने बोला हमला, एक वन रक्षक की मौत
नेपाल से आए दो हाथी उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के इलाकों में आतंक मचा रहे हैं। पकड़ने आए वन रक्षा कर्मचारियों पर हमला बोल ...
लॉकडाउन का असर: पुराने रास्तों पर लौट रहे हैं हाथी
6 से 8 जून के बीच उत्तराखंड में हाथियों की गणना के दौरान कई रोचक बातें सामने आई हैं
दो बीघा जंगल
जहां जानवर घूमते थे, अब वहां हाथी ट्रेन के नीचे आकर कटकर मर जाता है तो कभी कोई हिरन, जंगली सूअर, तेंदुआ या नीलगाय ...
गर्भवती हथिनी की हत्या से वन्यजीव संरक्षण कानूनों पर उठते सवाल
वन्य जीव संरक्षण के लिए 5 अनुसूचियां बनाई गई हैं। इसमें विभिन्न प्रजातियों के वन्य जीव शामिल हैं
पलामू टाइगर रिजर्व को रेलवे की तीसरी लाइन से खतरा
रेलवे ने पलामू टाइगर रिजर्व में तीसरी लाइन बिछाने का काम शुरू कर दिया गया। इससे वहां से गुजरने वाले हाथियों और इंसान के बीच ...
संसद में आज: जनजातीय समुदायों के औसत जीवन प्रत्याशा को लेकर अलग से आकड़े नहीं रखता है मंत्रालय
संसद में पेश किए गए आंकड़ों के मुताबिक भारत में 2021-22 में हाथियों के हमले में अब तक 532 लोगों की जान जा चुकी ...
तीन दिन में तीन हथिनियों की मौत कहीं हाथी-मानव संघर्ष का नतीजा तो नहीं?
सरगुजा के जंगलों में कुछ वर्षों से जंगली हाथियों की काफी उपस्थिति देखी गई है, इस जंगल में करीब 240 हाथी तक देखे गए ...
संसद में आज (28 मार्च 2022): सरकार ने कहा, उसके पास नहीं हैं असमानता के आंकड़े
दिल्ली के नरेला रोड में राजीव रतन आवास योजना के तहत निर्मित घरों में उपयोग की गई सामग्री की गुणवत्ता खराब पाई गई
वन्य प्राणियों के लिए मौत का फंदा बनती जा रही हैं बिजली की तारें
वन विभाग के आंकड़े बताते हैं कि छत्तीसगढ़ में पिछले दो वर्षों में करीब 200 से अधिक जंगली जानवर की मौत करंट लगने के ...
आठ माह से बीमार हथिनी लक्ष्मी को नहीं मिल रहा इलाज
आला अधिकारियों के फ़ैसला लेने में हुई देरी के चलते लक्ष्मी को शुरुआती दौर में बेहतर इलाज नहीं मिल सका।
उत्तराखंड में हाथियों की संख्या बढ़ी, 6 से 8 जून तक की गई थी गणना
उत्तराखंड में 6 से 8 जून तक हाथियों की गिनती की गई थी, 29 जून को आंकड़े जारी किए गए
हाथियों के बच्चों को बड़े भाइयों की तुलना में बड़ी बहनों से होता है फायदा: अध्ययन
अध्ययन के मुताबिक हाथी के बच्चों को बड़े भाई-बहनों के साथ पालने से इनके जीवित रहने की संभावना बढ़ जाती है।
नेपाल से आए हाथियों का आतंक, अब तक दो लाेगों को मारा
लखीमपुर के रास्ते नेपाल के दो हाथियों ने लगभग एक हफ्ते पहले उत्तर प्रदेश में प्रवेश किया था, जो लोगों पर लगातार हमले कर ...
हाथी की प्रजातियों को गायब करने के लिए जिम्मेवार है जलवायु परिवर्तन
लगभग 2 करोड़ साल पहले सूंड वाले जानवरों के विकास का क्रम बदल गया था, क्योंकि एफ्रो-अरेबियन प्लेट यूरेशियन महाद्वीप में टकरा गई थी।
जीवों के संरक्षण के लिए बेहद मददगार हो सकता है उनकी आदतों और संस्कृति को समझना
इंसानों की तरह ही हाथी, चिंपांज़ी और व्हेल जैसी प्रजातियां एक दूसरे से सीखती हैं, और अपने बच्चों और आने वाली पीढ़ी तक अर्जित ...