संसद में आज (15 मार्च 2022): आपदा प्रभावित राज्यों के लिए पांच साल में 18,877 करोड़ स्वीकृत
कृषि मंत्री द्वारा संसद में दी गई जानकारी के मुताबिक 2014-21 के दौरान किसानों को कुल 13,78,755 कृषि मशीनों के प्रोटोटाइप प्रदान किए गए ...
समुद्री हीट वेव से घटेगा मछली पकड़ने का 6 प्रतिशत अतिरिक्त हिस्सा, छिनेंगी लाखों नौकरियां: अध्ययन
अध्ययन में कहा गया है कि समुद्री हीट वेव के चलते 77 फीसदी खतरे वाली प्रजातियों में बायोमास या मछली की मात्रा में कमी ...
विश्व जल दिवस विशेष-5: मनरेगा से लहलहाई फसलें, बढ़ी कमाई
डाउन टू अर्थ ने मनरेगा से बदले हालात के बारे में जानने के लिए 15 राज्यों के 16 गांवों का दौरा किया। पढ़ें, मध्यप्रदेश ...
कोरोना के प्रभाव से निपटने के लिए गरीब महिलाओं को बुनियादी अस्थायी आय जरूरी : यूएनडीपी
अस्थायी बुनियादी आय से विकासशील देशों में गरीबी में जी रही लगभग 62 करोड़ महिलाओं को काम करने की भरोसेमंद वित्तीय सुरक्षा मिलेगी।
जल संरक्षण व सूखा निवारण के मकसद से भटकी मनरेगा, 75 के मुकाबले 35 फीसदी ही हुआ खर्च
2014 में 75 प्रतिशत कार्यों को सीधे जल संरक्षण और सूखा निवारण से जोड़ने के लिए कानून में संशोधन किया गया था
संसद में आज:पिछले पांच वर्षों में, जम्मू-कश्मीर में झीलों के संरक्षण के लिए 23900 लाख खर्च
अब महात्मा गांधी नरेगा के तहत राष्ट्रीय मोबाइल निगरानी प्रणाली (एनएमएमएस) ऐप से उपस्थिति दर्ज होगी
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस: 63 प्रतिशत महिलाएं कर रही हैं इंटरनेट का उपयोग
पुरुषों की तुलना में 25.9 करोड़ में से कुछ ही महिलाओं की इंटरनेट तक पहुंच है, भले ही वे दुनिया की आबादी का लगभग ...
2022 में 20.7 करोड़ होंगें बेरोजगार, स्थिति में सुधार के लिए करना होगा अभी और इंतजार
2019 में यह बेरोजगारों का यह आंकड़ा 18.6 करोड़ था। इसका मतलब है कि तब से लेकर 2022 के बीच इसमें 11 फीसदी यानी ...
संसद में आज: कुल 15.63 करोड़ परिवारों के पास मनरेगा का जॉबकार्ड, गोवा में हैं सबसे कम परिवार
केंद्रीय विद्यालय (केवी), जवाहर नवोदय विद्यालय (जेएनवी) और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के 327 शिक्षण / गैर-शिक्षण कर्मचारियों की कोविड-19 की वजह से ...
संसद में आज: 2020-21 के दौरान मनरेगा के तहत 47 फीसदी अधिक व्यक्ति दिवस सृजित किए गए
कोविशील्ड की मासिक टीकों का उत्पादन क्षमता प्रति माह 11 करोड़ खुराक से बढ़ाकर 12 करोड़ खुराक प्रति माह से अधिक होने का अनुमान ...
मनरेगा से मिले रोजगार ने बदली बलांगिर की तकदीर
मनरेगा प्रोजेक्टस की कामयाबी से ओडिशा के लोगों को साल में तीन सौ दिन काम की गारंटी मिली और जिले से मजदूरों का पलायन ...
मनरेगा में ग्रामीण भारत की तस्वीर बदलने की क्षमता: नारायण
विश्व जल दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में डाउन टू अर्थ द्वारा किया गया राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण जारी किया गया
संसद में आज: आजीविका के पलायन कर रही हैं शेपर्ड और नोमैडिक जनजातियां
01 फरवरी, 2021 तक देश में कुल घरेलू तरलीकृत पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) के उपभोक्ता 28.82 करोड़ थे।
डाउन टू अर्थ ग्राउंड रिपोर्ट: ऐसा नगर जो वापस चाहता है गांव का दर्जा, लेकिन क्यों?
साल 2018 में मुराड़ी ग्राम पंचायत को भंग करके नगर पंचायत में शामिल किया गया था, लेकिन क्या इससे वहां के लोग खुश हुए?
स्वास्थ्य क्षेत्र में गहरी है लैंगिक असमानता की जड़ें, महिलाओं को पुरुषों की तुलना में मिल रहा 24 फीसदी कम वेतन
वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में महिलाओं की हिस्सेदारी 67 फीसदी होने के बावजूद, आय के मामले में पुरुषों का वर्चस्व है
दुनिया भर में 4.4 करोड़ शिक्षकों की कमी, प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा पर पड़ेगा बुरा असर: यूनेस्को
साल 2016 में दुनिया भर में 6.9 करोड़ शिक्षकों की कमी थी जो 2023 में प्रकाशित नए विश्लेषण के मुताबिक यह कमी, एक तिहाई ...
अक्षय ऊर्जा: एक साल में 7 लाख नए रोजगार हुए पैदा, 1.3 करोड़ लोगों की जीविका का है साधन
वैश्विक स्तर पर पिछले 12 महीनों में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में रोजगार के 7 लाख नए अवसर पैदा हुए हैं। इस तरह इस क्षेत्र ...
विश्व जल दिवस विशेष-7: मनरेगा को हथियार बनाकर 2004 की सूनामी से उबरा नागपट्टिनम
डाउन टू अर्थ ने मनरेगा से बदले हालात के बारे में जानने के लिए 15 राज्यों के 16 गांवों का दौरा किया। पढ़ें, तमिलनाडु ...
विश्व जल दिवस विशेष-6: मनरेगा से हुई बुवाई क्षेत्र में वृद्धि, होने लगी तीन फसलें
डाउन टू अर्थ ने मनरेगा से बदले हालात के बारे में जानने के लिए 15 राज्यों के 16 गांवों का दौरा किया। पढ़ें, राजस्थान ...
बजट से उम्मीदें: ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मौजूदा संकट से बाहर निकालना होगा
बजट में जलवायु परिवर्तन से खाद्य सुरक्षा के लिए दीर्घकालिक खतरे को पहचानने की जरूरत है, भले ही यह अल्पावधि में कोई चुनावी मुद्दा ...
महिला सशक्तीकरण और लैंगिक समानता के मामले में पिछड़े देशों में शामिल है भारत: यूएन वीमेन रिपोर्ट
बात चाहे स्वास्थ्य की हो या विकास की देश में महिलाएं आज भी पुरुषों से पीछे हैं और बराबरी का हक पाने के लिए ...
2050 तक दिखेंगे महामारी के जख्म
महामारी के कारण दुनिया में कम मानव पूंजी बची है। वह निकट भविष्य में कुशल कार्यबल की आबादी में शामिल होने के लिए ठीक ...
विश्व कपास दिवस 2022: कपास के वैश्विक महत्व को पहचानने का अवसर
भारत विश्व स्तर पर सबसे बड़े कपास उत्पादकों में से एक है, यह नवीन लघु-स्तरीय प्रौद्योगिकी ग्रामीण समुदायों के लिए आजीविका के नए अवसर ...
भारत में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र की नौकरियों में लगभग 13 फीसदी की कमी आई
2020 में करीब 7.26 लाख लोग अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में कार्यरत थे, वहीं 2019 में यह आंकड़ा 832,700 था
संसद में आज: अल्मोड़ा फाल्ट सक्रिय होने के कारण भूकंप की घटनाओं में वृद्धि
एनजीटी ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को पर्यावरण को हुए नुकसान की बहाली के लागत के रूप में 129 करोड़ रुपये अलग करने ...