मनरेगा जरूरी या मजबूरी-5: 3.50 लाख करोड़ रुपए की आवश्यकता पड़ेगी
कोरोनावायरस की वजह से पैदा हुए हालात के बाद अर्थव्यवस्था को संभालने में मनरेगा योजना कितनी कारगर रहेगी, एक विश्लेषण-
क्या बिहार से पलायन रोक पाएगी प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार योजना?
बिहार सरकार ने केंद्र से मनरेगा में 200 दिन का रोजगार सुनिश्चित करने की मांग की थी, लेकिन केंद्र ने 125 दिन की नई ...
कोरोनावायरस के चलते खत्म हो जाएंगी 24.2 करोड़ नौकरियां: एडीबी
एडीबी के अनुसार कोरोनावायरस की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था को करीब 6,65,85,200 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ सकता है, जबकि जीडीपी में करीब ...
विश्व जल दिवस विशेष-4: मनरेगा ने दिया पानी और बदला जीवन
डाउन टू अर्थ ने मनरेगा से बदले हालात के बारे में जानने के लिए 15 राज्यों के 16 गांवों का दौरा किया। पढ़ें, मध्यप्रदेश ...
कोविड-19 ने बिखेर दिया लोगों की आजीविका, सेहत और खाने-पीने की प्रणाली
कोविड-19 महामारी ने दुनिया भर में मानव जीवन को नुकसान पहुंचाया है और सार्वजनिक स्वास्थ्य, खाद्य प्रणालियों और काम की दुनिया में एक अभूतपूर्व चुनौती ...
प्रवासी श्रमिकों ने चार महीनों में जीवित किए 1,000 तालाब
उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक श्रमदिवस सृजित करने वाला जिला सिद्धार्थनगर रहा। जिले में लॉकडाउन के दौरान कुल 1.51 लाख प्रवासी श्रमिक लौटे
मनरेगा जरूरी या मजबूरी-8: दूसरा संस्करण शुरू करने का सही समय
हमने गांवों के पावर डायनेमिक्स को रातों-रात बदलते देखा। पारंपरिक रूप से मजदूर काम के लिए किसानों पर निर्भर रहा करते थे, लेकिन अब ...
महामारी से पहले की तुलना में अभी भी कम हैं 11.2 करोड़ रोजगार, थम सी गई है बहाली की रफ्तार
आईएलओ ने इसके लिए महामारी के साथ-साथ खाद्य पदार्थों, ईंधन की बढ़ती कीमतें और वित्तीय उतार-चढ़ाव को जिम्मेवार माना है, जिसने जॉब मार्किट को ...
वृक्षों के आवरण में वृद्धि से 100 करोड़ हेक्टेयर क्षेत्र में बढ़ सकती है कृषि उत्पादकता: एफएओ रिपोर्ट
स्वस्थ ग्रह के बिना हम मजबूत अर्थव्यवस्था तैयार नहीं कर सकते। ऐसे में हमें सिर्फ दोहन ही नहीं, संरक्षण पर भी ध्यान देना होगा
दुनिया भर में 424 अरब डॉलर के जलीय खाद्य उद्योग के अपने हिस्से से वंचित हैं लाखों लोग
समुद्री भोजन से आशय सभी तरह की मछलियां, शार्क, स्केट्स (एक प्रकार की मछली), रे, सॉफिश, स्टर्जन और लैम्प्रे आदि से है
विश्व सामाजिक न्याय दिवस : क्यों मनाया जाता है यह दिन, क्या है महत्व, यहां जानें
यह सुनिश्चित करना विशेषाधिकार प्राप्त लोगों की जिम्मेदारी होनी चाहिए कि हम एक ऐसी न्यायपूर्ण दुनिया बना सकें जहां सामाजिक न्याय एक आदर्श हो
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 2022: बाल विवाह की जद में एक करोड़ से अधिक लड़कियां
कोविड-19 महामारी का खतरनाक प्रभाव लड़कियों के लिए एक आर्थिक झटका है, स्कूल बंद होने और प्रजनन स्वास्थ्य सेवाओं में रुकावटों के कारण जल्दी ...
कोयला खनन के लिए अधिग्रहित भूमि पर होंगे विकास कार्य, सरकार ने नई नीति को दी मंजूरी
इस नीति की मदद से अब गैर-खनन योग्य भूमि पर कोयला और ऊर्जा सम्बंधित इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण किया जा सकेगा।
ग्रामीण इलाकों में नई तकनीक और सुविधाएं देने से 340 करोड़ लोगों का होगा विकास: संयुक्त राष्ट्र
रिपोर्ट के अनुसार ग्रामीण महिलाओं, वृद्ध व्यक्तियों और स्वदेशी (इन्डिजनस) लोगों को भूमि अधिकारों और रोजगार के मामले में भेदभाव का सामना करना पड़ता ...
पथ का साथी: गांव लौटे प्रवासियों के सामने खड़ी हैं कई दिक्कतें
डाउन टू अर्थ के रिपोर्टर विवेक मिश्रा इन दिनों उत्तर प्रदेश के गांवों में हैं और गांव पहुंचे प्रवासियों के साथ दिन बीता रहे ...
विश्व दुग्ध दिवस 2023: दुनिया के सबसे बड़े दूध उत्पादक देशों में से एक है भारत
कभी भारत दूध की कमी वाले देशों में गिना जाता था, लेकिन आज देश दुनिया में दूध के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक ...
संसद में आज: असम में 20 साल में बाढ़ से 65 हजार परिवार प्रभावित
गुजरात में उद्योगों और लोगों द्वारा वन भूमि पर अतिक्रमण के कुल 766 मामले दर्ज किए गए हैं
2037 तक, भारत में हर 15 सेकंड में होगी एक नए एयर कंडीशनर की मांग: विश्व बैंक रिपोर्ट
रिपोर्ट में कहा गया है कि स्थायी तरीके से ठंडा करने की रणनीति से न केवल भारत को उत्सर्जन कम करने में मदद मिलेगी ...
संसद में आज: मनरेगा के लिए 10,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त धनराशि आवंटित
मनरेगा के तहत चालू वित्त वर्ष 2021-22 में पिछले वित्तीय वर्ष 2020-21 के बजट की तुलना में धन आवंटन 18 फीसदी से अधिक बढ़ा
मनरेगा: नए ग्रामीण भारत की रीढ़
तमाम अंतर्विरोधों के बावजूद मनरेगा की सार्थकता उसके शुरू होने के चौदह साल बाद भी बरकरार है
किसानों से जुड़े उद्यमों की क्षमता को बढ़ाकर खाद्य प्रणाली विकसित करने में सक्षम है भारत : अध्ययन
डब्ल्यूईएफ की एक नई रिपोर्ट में कहा गया कि भारत उन कुछ देशों में शामिल है, जो छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों की ...
कोविड-19 के कारण 2030 तक बाल विवाह के खतरे में होंगी 1 करोड़ अतिरिक्त लड़कियां
दुनिया भर में पिछले दस वर्षों में उन युवा महिलाओं का अनुपात, जिनका विवाह बाल्यावस्था में हो जाता था उनमें 15 फीसदी की कमी ...
बाल मजदूरी करने को मजबूर है दुनिया का हर दसवां बच्चा
आईएलओ के मुताबिक, लगभग 7.9 करोड़ बच्चे ऐसे जोखिम भरे काम कर रहे हैं, जो उनकी सेहत के लिए खतरनाक है
मनरेगा जरूरी या मजबूरी-3: 100 दिन के रोजगार का सच
कोरोना काल में ग्रामीण क्षेत्र के लिए मनरेगा योजना कितना कारगर साबित हो रही है, डाउन टू अर्थ की खास रिपोर्ट-
जलवायु में बदलाव से दुनिया भर में मछली पालन पर मंडरा रहा है खतरा
जलवायु में बदलाव के चलते, दुनिया के महासागरों के बड़े हिस्से में मछलियों की आहार गुणवत्ता में 10 प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती ...