आर्थिक सर्वेक्षण ने दी ‘बौनों’ को खत्म करने की सलाह
आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि जो छोटे उद्योग आर्थिक वृद्धि को रोक रहे हैं और रोजगार सृजन नहीं कर रहे हैं, उन्हें ...
छत्तीसगढ़ में सरकार ने मजदूरों के पलायन पर बरती सख्ती, बस सेवा बंद, अवैध पलायन की हो रही निगरानी
छत्तीसगढ़ से महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, झारखंड, बंगाल जैसे सीमावर्ती राज्यों में मजदूरों का पलायन होता है सरकार ने इसे रोकने के लिए इंटर स्टेट बस ...
रोजगार के लिए कहां जाएं किसान
कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसर लगातार कम हो रहे हैं। भारत में कृषि छोड़ने वाले लोगों के लिए विकल्प की सख्त दरकार है।
मनरेगा: राजस्थान ने तीन माह में ही साल के लक्ष्य का 63 प्रतिशत हासिल किया
राजस्थान मनरेगा के तहत 18.90 करोड़ मानव दिवस सृजित कर देश में पहले स्थान पर 57.34 लाख परिवारों को लाभान्वित कर उत्तर प्रदेश के बाद दूसरे स्थान पर है
संसद में आज (23 मार्च 2022): लॉकडाउन के बाद बढ़ी महिला कर्मचारियों की संख्या
खाद्य सुरक्षा के तहत सार्वजनिक वितरण प्रणाली में सब्सिडी वाले खाद्यान्न प्राप्त करने में 75 फीसदी ग्रामीण और 50 फीसदी शहरी आबादी शामिल है
मनरेगा: ग्रामीणों ने बनाए19 तालाब, कुंओं में भी सालभर रहने लगा पानी
इस आदिवासी गांव में आज से पंद्रह साल पहले लगभग सत्तर प्रतिशत लोग बाहर कमाने-खाने चले जाते थे
मनरेगा: जंगली बबूलों की जड़ें उखाड़ बनाया चारागाह
लॉकडाउन के दौरान अप्रैल के आखिरी हफ्ते में शुरू हुई मनरेगा योजना के तहत ग्रामीणों ने जंगली बबूलों को काटकर चारागाह बनाने का फैसला ...
संसद में आज: मनरेगा के तहत रोजगार में 52.11 प्रतिशत वृद्धि
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तौमर ने संसद को लॉकडाउन के बाद मनरेगा योजना से संबंधित जानकारी दी
कोरोना की दूसरी लहर और मनरेगा-1: नियमों के संशोधन पर सवाल
कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान मनरेगा ग्रामीणों के लिए कितनी कारगर साबित हुई। प्रस्तुत है, डाउन टू अर्थ की खास सीरीज
बिहारी मजदूरों की नियति बन गया है पलायन
बिहार मूल के लगभग 36.06 लाख लोग महाराष्ट्र, यूपी, पश्चिम बंगाल, गुजरात, पंजाब और असम में रहते हैं
एक परिवार, दो दुनिया
भारत में पहली बार हुआ टाइम यूज सर्वेक्षण बताता है कि महिलाओं की मेहनत को अनदेखा किया जा रहा है। ग्रामीण महिलाएं सबसे अधिक ...
मजदूर दिवस : सरकारी उपेक्षा के शिकार श्रम कानून
इंफाल में तो स्ट्रीट वेंडर कानून पर अमल करने की मांग को लेकर महिलाओं द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन भी किया गया। गुजरात में इस कानून ...
लॉकडाउन से बिगड़े हालात तो मास्क सिल कर चला रही हैं घर का खर्च
महिलाओं का कहना है कि सितंबर में मास्क बना कर घर खर्च लायक पैसा मिल गया, लेकिन आगे क्या होगा?
असम के युवाओं ने झीलों को जलकुंभी के प्रकोप से बचाने के लिए बनाई बायोडिग्रेडेबल मैट
पर्पल मूरहेन पक्षी के नाम पर इस चटाई का नाम मूरहेन योगा मैट रखा है, जिसे जल्द ही अंतराष्ट्रीय बाजार में पेश किया जाएगा।
झारखंडः मजबूर मजदूर लौट रहे हैं गांव, निगरानी की नहीं है कोई व्यवस्था
झारखंड में बड़ी संख्या में बाहरी राज्यों से लोग लौट रहे हैं। ये वही लोग हैं जो दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, गुजरात जैसे राज्यों में ...
बजट 2020-21: फिर स्वरोजगार योजनाओं पर लगाया जाएगा दांव?
बेरोजगारों को रोजगार देने के मोर्चे पर विफल रही केंद्र सरकार ने पिछले बजट में स्वरोजगार को अपनाने की बात कही थी, क्या इस ...
व्यापार के लिए चाहिए 1.5 लाख करोड़ डॉलर, वर्ना नौकरियों पर है खतरा: एडीबी
एडीबी के अध्ययन में यह बात सामने आई है कि छोटे और महिला कारोबारियों को व्यापार बढ़ाने के लिए पैसा नहीं मिल रहा है
उत्तराखंड: केंद्र ने मनरेगा को खेती से जोड़ने का प्रस्ताव लौटाया
कोविड-19 की वजह से उत्तराखंड लौटे लोगों को बंजर खेतों में काम करने पर मनरेगा की मजदूरी देने का प्रस्ताव सिरे नहीं चढ़ पाया
महामारी में मनरेगा ने दिया साथ, लेकिन उम्मीदों पर पूरी तरह खरी नहीं योजना
रिपोर्ट से पता चला है कि इस दौरान मनरेगा के तहत काम करने वाले औसतन केवल 36 फीसदी परिवारों को 15 दिनों के भीतर ...
पटरी से उतरी दिल्ली के रेहड़ी-पटरी वालों की जिंदगी
लॉकडाउन के बाद गांव नहीं जाने वालों और लौटकर आने वाले दिल्ली के पटरी दुकानदारों के सामने भुखमरी की स्थिति है
मनरेगा: प्रवासी मजदूरों ने खड़ा किया गांव की आय का स्त्रोत
कोरोनावायरस लॉकडाउन के कारण शहरों से लौटे प्रवासी मनरेगा कार्य करके गांव को सुंदर बनाने में अपनी भूमिका निभा रहे हैं
नहीं मिल रहा मौका: काम ढूंढ़ पाने में असमर्थ 15 फीसदी महिलाएं, कमाई में भी पुरुषों से पीछे
आय अर्जित करने के मामले में भी महिलाओं की स्थिति कहीं ज्यादा खराब है। आंकड़ों के मुताबिक आज भी पुरुषों की तुलना में महिलाओं ...
20 किलो की ईंटें महिलाएं उठा लेती हैं लेकिन ठेकेदारी जैसे कामों में पीछे छूट जाती हैं
आश्चर्य है कि दुनिया के सबसे शोषित वर्गों में से एक यानी श्रमिक वर्ग ही वह वर्ग भी है जो सबसे महत्वपूर्ण वर्ग भी है, ...
मनरेगा का हाल: हिमाचल के इस जिले में 1.85 प्रतिशत लोगों को ही मिला 100 दिन का काम
बेरोजगारी में तीसरे नंबर पर होने के बावजूद हिमाचल प्रदेश में मनरेगा के तहत 100 दिन का रोजगार नहीं दिया जा रहा है
भारत की आपराधिक बर्बादी: मनरेगा के तहत एक करोड़ से अधिक का काम अधूरा
डाउन टू अर्थ का विश्लेषण यह सामने लाता है कि ज्यादातर कार्य उन राज्यों में अपूर्ण हैं, जिनके कई जिलों ने पिछले तीन साल के ...