दिल्ली पर बढ़ता जलवायु संकट, बेमौसम बारिश, बढ़ती नमी के साथ रात में भी नहीं घट रहा तापमान: सीएसई रिपोर्ट
सीएसई ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है कि जलवायु परिवर्तन ने दिल्ली को पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा गर्म और नम बना दिया ...
भारत में तेजी से बढ़ रहा है पौधों की आक्रामक प्रजातियों का कब्जा, लैंटाना सबसे अधिक खतरनाक
अध्ययन में शामिल 11 आक्रामक पौधों की प्रजातियों में लैंटाना कैमारा को सबसे अधिक आक्रामक पाया गया, जो कब्जा किए गए प्राकृतिक आवास के ...
यमुना में अवैध रेत खनन पर हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने लगाया 24.5 करोड़ का जुर्माना
गन्नौर में अल्टीमेट ग्रुप की एक खनन इकाई को पर्यावरण नियमों की अनदेखी के मामले में दोषी पाया गया है। हरियाणा खनन विभाग ने ...
समुद्र के बढ़ते स्तर से द्वीपों पर पड़ते प्रभाव और उनकी सुरक्षा के लिए संयुक्त समिति ने क्या कुछ सुझाए उपाय
समिति ने प्राकृतिक आपदाओं, विशेष रूप से तटीय कटाव के कारण बुनियादी ढांचे को होने वाले नुकसान को रोकने के लिए नई नीतियों और ...
मीठा जहर: 1990 के बाद से 16 फीसदी बढ़ी चीनी युक्त पेय पदार्थों की खपत
शर्करा युक्त मीठे पेय पदार्थ भले ही स्वाद में कितने अच्छे लगें, लेकिन यह किसी मीठे जहर से कम नहीं। हालांकि स्वास्थ्य पर पड़ते ...
खबरदार! थोड़े समय के लिए भी प्रदूषण के संपर्क से दिल्ली में बढ़ सकती है आपातकालीन मरीजों की संख्या
गुलाबी सर्दियों के साथ दिल्ली ही नहीं देश के कई अन्य शहरों में भी हवा बेहद जहरीली हो चुकी है। दिल्ली के कई हिस्सों ...
पंजाब में पराली में आग ने बिगाड़ी हवा की सेहत, एनजीटी ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से मांगी रिपोर्ट
द हिंदू के मुताबिक इस साल पंजाब में खेतों में आग लगने की 656 घटनाएं देखी गई हैं। जो पिछले साल की इसी अवधि ...
कानून और पर्यावरण की उपेक्षा
रैट-होल कोयला खदानों से कोयले के सुरक्षित खनन जैसी कोई चीज नहीं है और इसलिए इस पुराने तरीके को तत्काल बंद करना होगा
महात्मा से पर्यावरणविद
महात्मा गांधी यह जानने की कोशिश कर रहे थे कि अन्य मनुष्यों तथा प्रकृति को कम-से-कम हानि पहुंचाकर किस प्रकार सामाजिक परिवर्तन लाया जा ...
पर्यावरण संकट: पांच साल में 110 संशोधन के बाद कितना प्रभावी रह गया है पर्यावरण प्रभाव आकलन
केंद्र सरकार पर्यावरण प्रभाव आकलन (ईआईए) अधिनियम में लगातार संशोधन कर रही है, पिछले एक साल के दौरान सबसे अधिक संशोधन किए गए
विश्व पर्यावरण दिवस 05 जून 2022: जानिए इसका महत्व और थीम
पर्यावरण दिवस सार्वजनिक पहुंच के लिए एक वैश्विक मंच है, जिसमें सालाना 143 से अधिक देशों की भागीदारी होती है।
मिलिए 'गोल्डमैन' प्रफुल्ल समांतरा से
एशिया के प्रतिष्ठित गोल्डमैन पर्यावरण पुरस्कार विजेता प्रफुल्ल सामंतरा हाशिए के लोगों की एक शक्तिशाली आवाज हैं।
अनुमान से कहीं अधिक पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे हैं नैनो कण, नए अध्ययन में खुलासा
छले कुछ सालों के दौरान हमारे जीवन में नैनो-टेक्नोलॉजी का उपयोग बढ़ा है, लेकिन इन से निकलने वाले सूक्ष्म कणों से होने वाले नुकसान ...
2020 तक रसायनों के प्रभावों को कम करने का लक्ष्य नहीं होगा पूरा
वर्तमान में हमारी कुल वैश्विक रासायनिक उत्पादन क्षमता 2.3 अरब टन है। 2016 में रसायनों से संबंधित बीमारियों के कारण 16 लाख जानें गईं
धर्म और आस्था के नाम पर पर्यावरण से खिलवाड़
धर्म का मर्म समझने वाले बताते हैं कि धार्मिक परंपराओं का मूल प्रकृति का संरक्षण है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि विसंगतियां ...
ग्रीन प्रोडक्ट्स से नहीं, कम खरीदारी करने से बचेगा पर्यावरण: अध्ययन
एक अध्ययन में कहा गया है कि अपने उपभोग में कमी लाना और अनावश्यक खरीदारी से बचना, ग्रीन प्रोडक्ट्स की खरीदारी की तुलना में ...
त्योहारों में धर्म के नाम पर पर्यावरण को नुकसान
जब से धर्म फैशन का रूप लेने लगा है, इसने पर्यावरण को ज्यादा नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है
आकाश में छेद
चीन द्वारा प्रतिबंधित क्लोरोफ्लोरोकार्बन का अवैध और व्यापक उपयोग मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल को कमजोर बना रहा है
विश्व पर्यावरण दिवस 2023: पर्यावरण को बचाने के लिए प्लास्टिक का उपयोग छोड़ना होगा
स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट इन फिगर्स 20233 में समग्र रैंक चार क्षेत्रों - पर्यावरण, कृषि, सार्वजनिक स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे में 32 संकेतकों पर ...
जब भ्रमित हो जाता है मनुष्य का रोग-प्रतिरोधी तंत्र
खाद्य एलर्जी का संबंध महानगरीय क्षेत्रों में रहने वाले व्यक्तियों के अलावा उन लोगों से भी हो सकता है, जो पाश्चात्य जीवन शैली अपना ...
हवा में जहर का कारोबार
दुनियाभर से सबसे गंदे ईंधनों पेट कोक और फर्नेस तेल को भारत में बड़ी मात्रा में मंगाया जा रहा है। अप्रैल 2007 तक 5 ...
क्या उत्तराखंड में लागू होगा सकल पर्यावरण उत्पाद, क्या होंगे फायदे
उत्तराखंड सकल पर्यावरण उत्पाद की गणना करने वाला पहला राज्य बन रहा है, इसकी मांग लंबे समय से की जा रही थी
जीएम सोयामील के आयात पर पर्यावरण मंत्रालय को आपत्ति नहीं, विशेषज्ञों ने उठाए सवाल
पोल्ट्री की खुराक के लिए सस्ता चारा देश में न सिर्फ सोयाबीन किसानों के लिए बल्कि लोगों की सेहत के लिए बड़ी मुसीबत पैदा ...
किसके फायदे के लिए हो रहा है पर्यावरण नियमों में बदलाव?
पर्यावरण प्रभाव आंकलन (ईआईए) 2020 अधिसूचना: क्या आपदा पूंजीवाद के दौर में अपने पर्यावरण को बचाने के लिए जनता संघर्ष करेगी?
खत्म हो रहे हैं घास के मैदान, जैव विविधता में अहम योगदान देती है हवा
खराब होती पारिस्थितिकी तंत्र को ठीक करने के लिए घास के मैदानों की पुन: बहाली महत्वपूर्ण है