दुर्लभ खोज: भारतीय वैज्ञानिकों ने जैसलमेर में खोजी जुरासिक युग की हाइबोडॉन्ट शार्क की नई प्रजाति
स्ट्रोफोडसजैसलमेरेंसिस प्रजाति की यह शार्क करीब 6.5 करोड़ साल पहले क्रेटेशियस युग के अंत में पूरी तरह विलुप्त हो गई थी
समुद्री जैव विविधता के बारे में पता लगाने का सबसे अच्छा तरीका है ईडीएनए
ईडीएनए गोताखोरों द्वारा प्रजातियों के बारे में पता लगाने की तुलना में ज्यादा सटीक और अधिक संख्या में पता लगाने में सक्षम है
भारतीय वैज्ञानिकों ने खोजी सीर मछली की दो और प्रजातियां, जानें क्या है इनकी खासियत
सेंट्रल मरीन फिशरीज रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीएमएफआरआई) के वैज्ञानिकों ने भारतीय जल क्षेत्र में सीर मछली की दो और प्रजातियों की खोज की है
पेरू में मिले डॉल्फिन के 1.6 करोड़ साल पुराने जीवाश्म, गंगा में पाई जाने वाली डॉल्फिन की हैं करीबी रिश्तेदार
वैज्ञानिकों ने इस प्रजाति का नाम पानी में रहने वाले पेरू के पौराणिक जीव याकुरुना के नाम पर पेबानिस्ता याकुरुना रखा है
नई चुनौतियों से निपटने के लिए पारंपरिक ज्ञान का इस्तेमाल कर रहे हैं ये मछुआरे
मछुआरों के काम आ रहे हैं मछली पकड़ने के परंपरागत उपकरण
संकटग्रस्त व्हेल शार्क के लिए बड़ा खतरा है शिपिंग, घटती आबादी के लिए भी है जिम्मेवार
पता चला है कि शिपिंग की बढ़ती गतिविधियों के चलते इन विशालकाय मछलियों के बड़े जहाजों से टकराने का खतरा भी बढ़ता जा रहा ...
क्या पारे के संपर्क में आने से उभयचरों की आबादी में आ रही है गिरावट? वैज्ञानिकों ने लगाया पता
उभयचरों में पारे को लेकर एक अध्ययन किया गया, जिसमें वैज्ञानिकों ने उनकी 26 तरह की आबादी से 14 प्रजातियों के 3,200 से अधिक ...
शाकाहारी जीवों पर अधिक है विलुप्ति का खतरा, जानें क्यों
पिछले 500 वर्षों में कम से कम 368 कशेरुक प्रजातियां विलुप्त हो गई हैं।
दशकों बाद रेडटेल गार्रा नामक वंश की नई मछली प्रजातियों की हुई खोज: शोध
रेडटेल गार्रा जीनस की लगभग 200 अतिरिक्त प्रजातियों में अपना स्थान रखती हैं, जो पृथ्वी पर कहीं भी सबसे विविध और व्यापक रूप से ...
गर्म होते पानी से मछली के आकार पर पड़ रहा है अप्रत्याशित असर: अध्ययन
ग्लोबल वार्मिंग के कारण मछली जैसे जीव कम उम्र में तेजी से बढ़ेंगे लेकिन वयस्कों के रूप में उनका आकार छोटा होगा और मृत्यु ...
हिंद महासागर से गायब हो चुकी हैं 90 फीसदी डॉल्फिन, यह है वजह
1950 से 2018 के बीच हिंद महासागर में लगाए गए गिलनेट के चलते करीब 41 लाख जीव मारे जा चुके हैं, जिनमें बड़ी मात्रा ...
ओडिशा में मिली मीठे पानी की मछली की नई प्रजाति, गर्रा लैशरामी नाम रखा गया
नई मछली की अधिकतम लंबाई 76 मिमी से 95.5 मिमी तक होती है। इस प्रजाति का स्थानीय लोग खाने में प्रयोग करते हैं
समुद्री जीवन को नुकसान पहुंचा रहा है इंसानी कोलाहल
इंसान शोर न केवल समुद्रों में ध्वनि प्रदूषण कर रहा है, साथ ही उसकी वजह से प्राकृतिक ध्वनियां भी गुम होती जा रही हैं| ...
जानवरों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर करती हैं इंसानी गतिविधियां
39 सालों में 167 पशु प्रजातियों पर 208 अलग-अलग अध्ययनों का संकलन और विश्लेषण करने के बाद रिपोर्ट जारी की गई है
भारत के पश्चिमी घाट में अनोखे जननांग वाले केकड़े की लाल रंग की नई प्रजाति की हुई खोज
अध्ययन में कहा गया है कि रक्त के समान लाल रंग का घाट में रहने वाला केकड़ा लगभग 1.1 इंच चौड़ा और लगभग 0.7 ...
विश्व व्यापार संगठन: भारत की जीत नहीं हुई, बल्कि छोटे मछुआरों की बर्बादी की शुरुआत
डब्ल्यूटीओ के सम्मेलन में चार साल बाद सब्सिडी खत्म करने पर बनी है सहमति
दूर-दराज के क्षेत्रों में भी इंसानों से सुरक्षित नहीं जैव विविधता, जानिए क्या है वजह
शोधकर्ताओं के अनुसार जलवायु परिवर्तन और वैश्विक पर्यावरण में आते बदलावों के चलते दुनिया में इंसानों की पहुंच से दूर होने के बावजूद भी ...
हिमाचल में प्राकृतिक खेती की उपज खरीदने की योजना तैयार
कृषि-बागवानी के साथ डेयरी, मांस, मछली, मेडिसिनल प्लांट और जंगलों से मिलने वाले सभी तरह के खाद्यान्नों को उचित मूल्य और बाजार उपलब्ध करवाने ...
फ्री पब्लिक ट्रांसपोर्ट: लग्जमबर्ग से क्या सीख सकती है दिल्ली
दिल्ली से दोगुने आकार के देश लग्जमबर्ग में इस महीने से सभी सावर्जनिक परिवहन सेवाएं मुफ्त कर दी गई हैं
आहार संस्कृति: क्या आप जानते हैं मछली पुदीना के फायदे?
अपनी विशिष्ट मछली जैसी गंध और स्वाद के कारण यह पौधा पुदीना या धनिया जितना लोकप्रिय नहीं है, खासकर उन लोगों में जो इसके ...
सूक्ष्म जीव पानी के अंदर सड़ रहे पौधों को नष्ट कर उनसे निकलने वाली ग्रीनहाउस गैस को रोकने में अहम भूमिका निभाते हैं
यह नवीनतम अध्ययन ब्रोकरआर्कियोटा में एक दर्जन से अधिक नई प्रजातियों को जोड़ता है, उनके चयापचय का वर्णन करता है और दिखाता है कि ...
कावेरी में मौजूद माइक्रोप्लास्टिक जैसे प्रदूषक मछलियों में पैदा कर रहे हैं विकृति
कावेरी नदी में मौजूद माइक्रोप्लास्टिक जैसे प्रदूषक मछलियों के कंकाल में विकृति पैदा कर रहे हैं। इतना ही नहीं बढ़ते प्लास्टिक प्रदूषण के चलते ...
संसद में आज: कोविड में ऑक्सीजन की कमी से कितनों की मौत, सरकार को नहीं पता
राज्य मंत्री ने बताया कि टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) द्वारा 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के टीकाकरण से संबंधित ...
जानवरों के व्यवहार को बदल रहा है जलवायु परिवर्तन
अध्ययन में शामिल सभी जीवों के व्यवहार के लक्षण - आक्रामकता, गतिविधि, साहस, सामाजिकता, इंसानों द्वारा लाए गए पर्यावरणीय बदलाव के कारण बदल गए ...
खत्म होने के कगार पर खड़ी आधी प्रजातियों का लुप्तप्राय सूची में आकलन नहीं : अध्ययन
अध्ययन में पाया गया कि 4,336 प्रजातियां या उन नमूनों में से 56 प्रतिशत को विलुप्त होने का खतरा था, जिसमें 85 प्रतिशत उभयचर ...